जब तुम जैसी एक बच्ची खुश हो, तो कितना अच्छा लगता है और तुम जैसी ढेर सारी और बचि्चयां एक साथ खुश हों और कितना अच्छा लगेगा. सभी एक साथ खुश हों, तो यह उत्सव का वक्त है. खुशियों की हवा चली नहीं कि सारी डालियां झूमने लगीं. बारिश पानी की एक बूंद से नहीं होती अनगिनत बूंदें इसमें शामिल होती हैं. बांसुरी बहुत सारे छेदों के कारण सुरीली होती है. अत: बहुत सारे बच्चे ही आपस में मिलकर विद्यालय की शोभा बढ़ाते हैं. इसलिए सभी बच्चों को आपस में मिलजुल कर रहना ही सबसे अच्छी भावना है.
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