• Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
  • HOME
  • ABOUT
    • Authors Intro
  • QUOTES
  • POETRY
    • ग़ज़ल व शायरी
  • STORIES
  • निबंध व जीवनी
  • Health Tips
  • CAREER DEVELOPMENT
  • STUDENT PAGE
  • योग व ध्यान

KMSRAJ51-Always Positive Thinker

“तू ना हो निराश कभी मन से” – (KMSRAJ51, KMSRAJ, KMS)

Check out Namecheap’s best Promotions!

Domain & Hosting bundle deals!
You are here: Home / Archives for हिंदी कविता / मधु जी की कवितायें हिंदी में।

मधु जी की कवितायें हिंदी में।

सुलगती हवा में…।

Kmsraj51 की कलम से…..

Table of Contents

  • Kmsraj51 की कलम से…..
    • ϒ सुलगती हवा में…। ϒ
    • ⇒ कुछ कड़वी सच्ची बातें, कुछ सुझाव।
    • Simmering in the air ? Some bitter truths, some suggestions.
      • 🙂 सुलगती हवा में…।
      • मधु जी के लिए मेरे विचार:
    • Please Share your comments.
    • आप सभी का प्रिय दोस्त
      • Krishna Mohan Singh(KMS) Editor in Chief, Founder & CEO of,,  https://kmsraj51.com/
      • ———– © Best of Luck ® ———–
    • Note:-
      • “सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)
      • In English

CYMT-KMSRAJ51-4

ϒ सुलगती हवा में…। ϒ

⇒ कुछ कड़वी सच्ची बातें, कुछ सुझाव।

Simmering in the air ?
Some bitter truths, some suggestions.

🙂 सुलगती हवा में…।

गर्म झांझ से झंखाड़ बन गयी लताएं।
विदा हुए महावर में भीगें मधुमास।
मार्च में जो दहके थे गेरूए “पलाश” ।
बदरंग जुदा हो चुके टहनियों से उदास आज।
गर्म लपट सहती मुरझा गई –
गुलाब की पँखुरियाँ।
रुई से उड़ते नही अब खेतों में चिट्टे कास …॥

आग उगलते आसमा से –
कुम्हलाई चम्पई कलियाँ सारी।
अकुला गयी सिंदूरी गेंदे की क्यारी-क्यारी।
तवा सी सड़कों पर न झरे हरसिंगार।
सहमे गुड़हल झाँकते अब तो कभी कभार।
सिगड़ी सी सुलगती इस मई में-
पीली सरसों भी बनी धूसर गुबार …॥

शोले बरसते या भट्टियों से चली हवा।
दिखती नही हरी कोपलें दो चार।
धू धू लपट जेठ की सिकी दोपहर।
आग जैसे उगलती या की अंगार …॥

सुलगती हवा में भी मगर झूमता लहर लहर।
चिलचिलाती धूप के थपेड़ों से जो बेअसर,
भीषण लू में खिलकर मुस्कुराता –
हुआ वो पीला पीला “अमलतास” ।
हौले हौले झूलती शोख लम्बी कड़ियाँ,
या जर्द अंगूरी गुच्छे है या …
रौशन झूमर की लट्टू लड़ियाँ,
ढलती साँझ में मंथर डोलती रहती –
नन्हें गुब्बारों से लरजी लदी टहनियाँ …॥

विपरीत समय और विषम दशा में –
पल्लवन का नाम है “अमलतास” ।
सूरज की आँच से निडर डोलता।
दम टूटते मौसम में ताज़ी साँस।
विपरीत समय में पल्लवन –
का नाम “अमलतास” ।
जीने का सलीका सिखा रहा,
चुपचाप यही कि देखो तुम भी –
जीवन के झंझावतों में अडिग,
अकेले ही लहलहाना बनकर,
“अमलतास” …॥

© …(Madhu Chaturvedi Ji) _ Writer at film association Mumbai ®

हम दिल से आभारी हैं मधु जी के “सुलगती हवा में…।“ हिन्दी में कविता साझा करने के लिए।

FB Page Link : https://www.facebook.com/madhuchaturvediwriter/

मधु जी के लिए मेरे विचार:

♣ “मधु जी” ने “सुलगती हवा में…।“ कविता के माध्यम से “प्रकृति, सूर्य की किरणों और वृक्षाें के बीच हाेने वाले खट्टे मीठे संबंधों” पर विशेष दिल को छूने वाला कितना सरल सुंदर-शिक्षाप्रद व अनुकरणीय वर्णन किया हैं। “अमलतास” के वृक्षाें और प्रकृति, सूर्य की किरणों के बीच हाेने वाले खट्टे-मीठे नोच झोक का बहुत ही सरल शब्दों में अति सुन्दर वर्णन किया हैं। मधु जी – की लेखनी की खासियत है की बिलकुल खुले मन से लिखती है, इनके लेख के हर एक शब्द दिल को छूने वाले होते है। हर एक शब्द अपने आप में एक पूर्ण सुझाव देता है, फिर चाहे वो कवितायें हो या अन्य लेख। जो भी इंसान इनके लेख को दिल से समझकर आत्मसात करेगा उसका जीवन धन्य हो जायेगा।

अपने विचार Comments कर जरूर बताये, और हमेशा नए Post को अपने ईमेल पर पाने के लिए – ईमेल सब्सक्राइब करें।

SUBSCRIBE TO KMSRAJ51 VIA EMAIL
सब्सक्राइब करें और पाएं अपडेट सीधे अपने इनबॉक्स में।

Please Share your comments.

कृपया Comments के माध्यम से अपने विचार जरूर बताये।

आप सभी का प्रिय दोस्त

Krishna Mohan Singh(KMS)
Editor in Chief, Founder & CEO
of,,  https://kmsraj51.com/

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं।~Kmsraj51

———– © Best of Luck ® ———–

Note:-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

cymt-kmsraj51

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्सािहत करते हैं।”

In English

Amazing changes the conversation yourself can be brought to life by. By doing this you Recognize hidden within the buraiya ensolar radiation, and encourage good solar radiation to become themselves.

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”~KMSRAJ51

 

 

____Copyright ©Kmsraj51.com  All Rights Reserved.____

Filed Under: 2018-Kmsraj51 की कलम से….., मधु जी की कवितायें हिंदी में।, हिंदी कविता, हिन्दी साहित्य, हिन्दी-कविता Tagged With: Kids Hindi poetry, madhu, magar ek shart hai, poetry by madhu ji, poetry on nari freedom, poetry on nari in hindi, Short hindi poems, कलेक्शंस ऑफ़ हिंदी पोयम्स, कविता, कविताये हिंदी में, कवितावों का संकलन, गद्य - काव्य, गीत ग़ज़ल, पोएट्री इन हिंदी, बच्चों के लिए कविताये हिंदी में, मधु, मधु की कविताये, मधु जी की कवितायें हिंदी में।, हिंदी कविताये, हिंदी पोएट्री, हिंदी में कविताये

काले काले “सावनी” बादल…।

Kmsraj51 की कलम से…..

Table of Contents

  • Kmsraj51 की कलम से…..
    • ϒ काले काले “सावनी” बादल…। ϒ
    • ⇒ कुछ कड़वी सच्ची बातें, कुछ सुझाव।
    • Black Black “Sawni” Cloud ? Some bitter truths, some suggestions.
      • 🙂 काले काले “सावनी” बादल…।
      • मधु जी के लिए मेरे विचार:
    • Please Share your comments.
    • आप सभी का प्रिय दोस्त
      • Krishna Mohan Singh(KMS) Editor in Chief, Founder & CEO of,,  https://kmsraj51.com/
      • ———– © Best of Luck ® ———–
    • Note:-
      • “सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)
      • In English

CYMT-KMSRAJ51-4

ϒ काले काले “सावनी” बादल…। ϒ

⇒ कुछ कड़वी सच्ची बातें, कुछ सुझाव।

Black Black “Sawni” Cloud ?
Some bitter truths, some suggestions.

🙂 काले काले “सावनी” बादल…।

पुराने एलबम में माँ के बचपन की,
अनदेखी तस्वीर हाथ लग जाए जैसे…
किसी मोड़ पर “तुम” बहार लेकर,
अनायास फिर से मिलना मुझ से ऐसे॥

जेठ की तपती धूप में अचानक,
टप-टप बूंदों से तर हो जाए जैसे…
लिफ़ाफे पर दिल बना गुमनाम ख़त।
कच्ची उम्र में मिल जाए जैसे।
हैरानियाँ ले तुम मिलना मुझको ऐसे॥

भूला हुआ “नोट” गिरे किताब से या,
ट्रेन की वेटिंग लिस्ट कन्फर्म हो जाए जैसे।
ठिठुरती पूस की रात में चाय का,
एक कप हाथ में थमा दे कोई जैसे।
तुम मुझको मिल जाना ऐसे॥

खो चुकी “चाभी” खुद ब खुद नजर आए।
या तितली काँधे पर आ बैठ जाए जैसे।
काले काले “सावनी” बादल छँटते ही,
सतरंगी इंद्रधनुष इठलाकर छाए जैसे।
तुम मुझको मिल जाना कभी ऐसे॥

छिलकों में एक फल्ली साबूत फिर निकलना।
या भरी बस में खिड़की वाली सीट लपकना।
आखरी दम की फूंक और चूल्हे का दमकना।
या भीगने से पहले छत से कपड़ों का सिमटना।
मुझे इतनी तसल्लियाँ देने तुम मिलना॥

सूनी क्यारी के पहले मोगरे से खिलकर,
या तन पर चरणामृत के छींटे सा पड़ना।
मैं मशरूफ़ रहूँ भीड़ में कही और तुम,
दबे पाँव पीछे से कसकर आँख मूंदना।
बिछड़े दोस्त कभी मुझसे ऐसे मिलना॥

© …(Madhu Chaturvedi Ji) _ Writer at film association Mumbai ®

हम दिल से आभारी हैं मधु जी के “काले काले “सावनी” बादल…।“ हिन्दी में कविता साझा करने के लिए।

FB Page Link : https://www.facebook.com/madhuchaturvediwriter/

मधु जी के लिए मेरे विचार:

♣ “मधु जी” ने “काले काले “सावनी” बादल…।“ कविता के माध्यम से “सच्चे प्यार के बीच होने वाले खट्टे-मीठे नोच झोक” पर विशेष दिल को छूने वाला कितना सरल सुंदर-शिक्षाप्रद व अनुकरणीय वर्णन किया हैं। हर एक के जीवन में दया भाव का महत्व कितना है – इसका बहुत ही सरल शब्दों में अति सुन्दर वर्णन किया हैं। मधु जी – की लेखनी की खासियत है की बिलकुल खुले मन से लिखती है, इनके लेख के हर एक शब्द दिल को छूने वाले होते है। हर एक शब्द अपने आप में एक पूर्ण सुझाव देता है, फिर चाहे वो कवितायें हो या अन्य लेख। जो भी इंसान इनके लेख को दिल से समझकर आत्मसात करेगा उसका जीवन धन्य हो जायेगा।

अपने विचार Comments कर जरूर बताये, और हमेशा नए Post को अपने ईमेल पर पाने के लिए – ईमेल सब्सक्राइब करें।

SUBSCRIBE TO KMSRAJ51 VIA EMAIL
सब्सक्राइब करें और पाएं अपडेट सीधे अपने इनबॉक्स में।

Please Share your comments.

कृपया Comments के माध्यम से अपने विचार जरूर बताये।

आप सभी का प्रिय दोस्त

Krishna Mohan Singh(KMS)
Editor in Chief, Founder & CEO
of,,  https://kmsraj51.com/

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं।~Kmsraj51

———– © Best of Luck ® ———–

Note:-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

cymt-kmsraj51

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्सािहत करते हैं।”

In English

Amazing changes the conversation yourself can be brought to life by. By doing this you Recognize hidden within the buraiya ensolar radiation, and encourage good solar radiation to become themselves.

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”~KMSRAJ51

 

 

____Copyright ©Kmsraj51.com  All Rights Reserved.____

Filed Under: 2018-Kmsraj51 की कलम से….., मधु जी की कवितायें हिंदी में।, हिंदी कविता, हिन्दी साहित्य, हिन्दी-कविता Tagged With: Kids Hindi poetry, madhu, magar ek shart hai, poetry by madhu ji, poetry on nari freedom, poetry on nari in hindi, Short hindi poems, कलेक्शंस ऑफ़ हिंदी पोयम्स, कविता, कविताये हिंदी में, कवितावों का संकलन, गद्य - काव्य, गीत ग़ज़ल, पोएट्री इन हिंदी, बच्चों के लिए कविताये हिंदी में, मधु, मधु की कविताये, मधु जी की कवितायें हिंदी में।, हिंदी कविताये, हिंदी पोएट्री, हिंदी में कविताये

नेकियाँ कोई दरिया में कब तक बहा ले…।

Kmsraj51 की कलम से…..

Table of Contents

  • Kmsraj51 की कलम से…..
    • ϒ नेकियाँ कोई दरिया में कब तक बहा ले…। ϒ
    • ⇒ कुछ कड़वी सच्ची बातें, कुछ सुझाव।
    • How long have you been upright in a river ? Some bitter truths, some suggestions.
      • 🙂 नेकियाँ कोई दरिया में कब तक बहा ले।
      • मधु जी के लिए मेरे विचार:
    • Please Share your comments.
    • आप सभी का प्रिय दोस्त
      • Krishna Mohan Singh(KMS) Editor in Chief, Founder & CEO of,,  https://kmsraj51.com/
      • ———– © Best of Luck ® ———–
    • Note:-
      • “सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)
      • In English

CYMT-KMSRAJ51-4

ϒ नेकियाँ कोई दरिया में कब तक बहा ले…। ϒ

⇒ कुछ कड़वी सच्ची बातें, कुछ सुझाव।

How long have you been upright in a river ?
Some bitter truths, some suggestions.

🙂 नेकियाँ कोई दरिया में कब तक बहा ले।

नेकियाँ कोई दरिया में कब तक बहा ले।
इंसाफ का तराजू गुनहगार के हवाले।
महज़ ख़याल तो नही वो “ऊपरवाला”।
मासूम चेहरे जब बेशुमार गम उठाए।
बुत, दरगाह, मंदिर में तुझको ढूँढते है।
तू कहाँ है तब हम अक्सर सोचते है …॥

“सच” पर इल्जामों का घना साया।
ईमान को कटघरे में तन्हा पाया।
“फ़रेब” मुस्कुराता रहा इत्मीनान से।
मायूस आँखों से ये सितम देखते है।
तू है कहाँ अक्सर सोचते है …॥

तमागेदारों से हारकर “बेगुनाही” झुकी,
मुफ़लिस की मौत पर सियासत न रुकी।
“गरीबी” से बड़ा कोई गुनाह नही यहाँ।
तमाम नाइंसाफी तेरी ज़मी पर देखते है।
तू मशरूफ कहाँ अक्सर सोचते है …॥

जर्रा-जर्रा जैसे दर्द मीलों है सीजा।
कतरा-कतरा खारे पानी में भीगा।
बेबस सी दास्ताँ इन कच्चे घरों की।
रास्तों से हम आँख मूंद कर गुजरते है।
बुत, ग्रन्थ, दरगाह, मंदिर में ढूंढते है।
तू मशरूफ कहाँ अक्सर सोचते है …॥

© …(Madhu Chaturvedi Ji) _ Writer at film association Mumbai ®

हम दिल से आभारी हैं मधु जी के “नेकियाँ कोई दरिया में कब तक बहा ले…।“ हिन्दी में कविता साझा करने के लिए।

FB Page Link : https://www.facebook.com/madhuchaturvediwriter/

मधु जी के लिए मेरे विचार:

♣ “मधु जी” ने “नेकियाँ कोई दरिया में कब तक बहा ले…।“ कविता के माध्यम से “वर्तमान समय में दया भाव और उसके परिणाम” पर विशेष दिल को छूने वाला कितना सरल सुंदर-शिक्षाप्रद व अनुकरणीय वर्णन किया हैं। हर एक के जीवन में दया भाव का महत्व कितना है – इसका बहुत ही सरल शब्दों में अति सुन्दर वर्णन किया हैं। मधु जी – की लेखनी की खासियत है की बिलकुल खुले मन से लिखती है, इनके लेख के हर एक शब्द दिल को छूने वाले होते है। हर एक शब्द अपने आप में एक पूर्ण सुझाव देता है, फिर चाहे वो कवितायें हो या अन्य लेख। जो भी इंसान इनके लेख को दिल से समझकर आत्मसात करेगा उसका जीवन धन्य हो जायेगा।

अपने विचार Comments कर जरूर बताये, और हमेशा नए Post को अपने ईमेल पर पाने के लिए – ईमेल सब्सक्राइब करें।

SUBSCRIBE TO KMSRAJ51 VIA EMAIL
सब्सक्राइब करें और पाएं अपडेट सीधे अपने इनबॉक्स में।

Please Share your comments.

कृपया Comments के माध्यम से अपने विचार जरूर बताये।

आप सभी का प्रिय दोस्त

Krishna Mohan Singh(KMS)
Editor in Chief, Founder & CEO
of,,  https://kmsraj51.com/

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं।~Kmsraj51

———– © Best of Luck ® ———–

Note:-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

cymt-kmsraj51

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्सािहत करते हैं।”

In English

Amazing changes the conversation yourself can be brought to life by. By doing this you Recognize hidden within the buraiya ensolar radiation, and encourage good solar radiation to become themselves.

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”~KMSRAJ51

 

 

____Copyright ©Kmsraj51.com  All Rights Reserved.____

Filed Under: 2018-Kmsraj51 की कलम से….., मधु जी की कवितायें हिंदी में।, हिंदी कविता, हिन्दी साहित्य, हिन्दी-कविता Tagged With: Kids Hindi poetry, madhu, magar ek shart hai, poetry by madhu ji, poetry on nari freedom, poetry on nari in hindi, Short hindi poems, कलेक्शंस ऑफ़ हिंदी पोयम्स, कविता, कविताये हिंदी में, कवितावों का संकलन, गद्य - काव्य, गीत ग़ज़ल, पोएट्री इन हिंदी, बच्चों के लिए कविताये हिंदी में, मधु, मधु की कविताये, मधु जी की कवितायें हिंदी में।, हिंदी कविताये, हिंदी पोएट्री, हिंदी में कविताये

दराजों में गर्द किताबें खंडहर सी हुई जा रही है…।

Kmsraj51 की कलम से…..

Table of Contents

  • Kmsraj51 की कलम से…..
    • ϒ दराजों में गर्द किताबें खंडहर सी हुई जा रही है…। ϒ
    • ⇒ कुछ कड़वी सच्ची बातें, कुछ सुझाव।
    • Dust Books ruins drawers being swollen. Some bitter truths, some suggestions.
      • मधु जी के लिए मेरे विचार:
    • Please Share your comments.
    • आप सभी का प्रिय दोस्त
      • Krishna Mohan Singh(KMS) Editor in Chief, Founder & CEO of,,  https://kmsraj51.com/
      • ———– © Best of Luck ® ———–
    • Note:-
      • “सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)
      • In English

CYMT-KMSRAJ51-4

ϒ दराजों में गर्द किताबें खंडहर सी हुई जा रही है…। ϒ

⇒ कुछ कड़वी सच्ची बातें, कुछ सुझाव।

Dust Books ruins drawers being swollen.
Some bitter truths, some suggestions.

दराजों में गर्द खाती किताबें खंडहर सी हुई जा रही है।
धड़कते दिल अब “किताबों” में चेहरे छिपाते नही है।
तोहफों की फेहरिश्त से भी ये हटती जा रही है।
पन्ने पलटते हुए ज़ेहन में उन की चहल कदमी।
बेख्याली में किताब में खत दबाने की लत जा रही है।
दराजों में गर्द खाती किताबें खंडहर सी हुई जा रही है…..॥

मोबाइल में मशरूफ रहने वाली ये नस्ल बेख़बर।
उलझी साँसें रजनीगंधा बन कागज़ को महका रही है।
जिल्द में आज तलक उंगलियों की खुश्बू मगर।
दरकते पन्नों को अनदेखी की घुन खा रही है।
दराजों में गर्द किताबें खंडहर सी हुई जा रही है…..॥

कभी दुनिया भूला देते थे इनमें खोये हुए।
आज फ़क़त अलमारी का सामान हुई जा रही है।
तल्ले में चढ़ी वो किताब नाउम्मीद हो सोचती,
हमारे हिस्से का वक़्त “ दुनिया” मोबाइल में गँवा रही है।
दराजों में गर्द किताबें खंडहर सी हुई जा रही है…..॥

देर रात के साथी थे गुल्लू , निर्मला, बड़े भाईसाहब,
मोबाइल की खातिर सिरहाने से भी हटाई जा रही है।
रात भर सीने पर धड़कने गिनती थी कभी।
अब अँधेरे में मोबाइल की रौशनी आ रही है।
दराजों में गर्द किताबें खंडहर सी हुई जा रही है…..॥

किताबों में सूखे गुलाब अमानत थे किसी के,
ये नज़ाकत हाल बेमानी हुई जा रही है।
अब भी कागज़ी इत्र की आरज़ू में,
बाग़ की चंद कलियाँ उदास झड़ी जा रही है।
दराजों में गर्द किताबें खंडहर सी हुई जा रही है…..॥

चाचा-चौधरी से तो तेज़ दिमाग कंप्यूटर भी हारे,
साबू को अकेला छोड़ नन्ही उंगलियाँ टैब चला रही है।
एक दिन ज़माना ऊबेगा खोखली भौतिकता से,
“गोदान“ की धनिया गोबर को समझा रही है।
दराजों में गर्द किताबें खंडहर सी हुई जा रही है…..॥

© …(Madhu Chaturvedi Ji) _ Writer at film association Mumbai ®

हम दिल से आभारी हैं मधु जी के “दराजों में गर्द किताबें खंडहर सी हुई जा रही है…।“ हिन्दी में कविता साझा करने के लिए।

FB Page Link : https://www.facebook.com/madhuchaturvediwriter/

मधु जी के लिए मेरे विचार:

♣ “मधु जी” ने “मगर एक शर्त है…।“ कविता के माध्यम से “किताबो से बन रही दूरियों” पर विशेष दिल को छूने वाला कितना सरल सुंदर-शिक्षाप्रद व अनुकरणीय वर्णन किया हैं। हर एक के जीवन में क़िताबों का महत्व कितना है – इसका बहुत ही सरल शब्दों में अति सुन्दर वर्णन किया हैं। मधु जी – की लेखनी की खासियत है की बिलकुल खुले मन से लिखती है, इनके लेख के हर एक शब्द दिल को छूने वाले होते है। हर एक शब्द अपने आप में एक पूर्ण सुझाव देता है, फिर चाहे वो कवितायें हो या अन्य लेख। जो भी इंसान इनके लेख को दिल से समझकर आत्मसात करेगा उसका जीवन धन्य हो जायेगा।

अपने विचार Comments कर जरूर बताये, और हमेशा नए Post को अपने ईमेल पर पाने के लिए – ईमेल सब्सक्राइब करें।

SUBSCRIBE TO KMSRAJ51 VIA EMAIL
सब्सक्राइब करें और पाएं अपडेट सीधे अपने इनबॉक्स में।

Please Share your comments.

कृपया Comments के माध्यम से अपने विचार जरूर बताये।

आप सभी का प्रिय दोस्त

Krishna Mohan Singh(KMS)
Editor in Chief, Founder & CEO
of,,  https://kmsraj51.com/

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं।~Kmsraj51

———– © Best of Luck ® ———–

Note:-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

cymt-kmsraj51

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्सािहत करते हैं।”

In English

Amazing changes the conversation yourself can be brought to life by. By doing this you Recognize hidden within the buraiya ensolar radiation, and encourage good solar radiation to become themselves.

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”~KMSRAJ51

 

 

____Copyright ©Kmsraj51.com  All Rights Reserved.____

Filed Under: 2018-Kmsraj51 की कलम से….., मधु जी की कवितायें हिंदी में।, हिंदी कविता, हिन्दी साहित्य, हिन्दी-कविता Tagged With: Kids Hindi poetry, madhu, magar ek shart hai, poetry by madhu ji, poetry on nari freedom, poetry on nari in hindi, Short hindi poems, कलेक्शंस ऑफ़ हिंदी पोयम्स, कविता, कविताये हिंदी में, कवितावों का संकलन, गद्य - काव्य, गीत ग़ज़ल, पोएट्री इन हिंदी, बच्चों के लिए कविताये हिंदी में, मधु, मधु की कविताये, मधु जी की कवितायें हिंदी में।, हिंदी कविताये, हिंदी पोएट्री, हिंदी में कविताये

मगर एक शर्त है…।

Kmsraj51 की कलम से…..

Table of Contents

  • Kmsraj51 की कलम से…..
    • ϒ मगर एक शर्त है…। ϒ
    • ⇒ कुछ बातें, कुछ सुझाव।
    • But there is a condition. Some things, some suggestions.
      • मधु जी के लिए मेरे विचार:
    • Please Share your comments.
    • आप सभी का प्रिय दोस्त
      • Krishna Mohan Singh(KMS) Editor in Chief, Founder & CEO of,,  https://kmsraj51.com/
      • ———– © Best of Luck ® ———–
    • Note:-
      • “सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)
      • In English

CYMT-KMSRAJ51-4

ϒ मगर एक शर्त है…। ϒ

⇒ कुछ बातें, कुछ सुझाव।

But there is a condition.
Some things, some suggestions.

मगर एक शर्त है…..

पुरुष “औरत” की आज़ादी का तरफ़दार है,
मगर उसकी कुछ शर्तें है …..।

वो हिमायती है खुला आकाश देने का,
पैरवी करता है ऊँचाइयों को नापने देने का,
मगर उसकी कुछ शर्तें है …..।

औरत की तरक्की का रहनुमा भी बन रहा है,
हाँ ! वो पुरुष खुद को आज़ाद ख्याल कहता है।
मगर उसकी चंद शर्तें हैं …..।

आसमा पर दायरों के निशान वो खींचेगा,
शर्त यह है कि स्त्री के परों पर कायदों के,
भार का फैसला उसका होगा।

“आगाज़” की लगाम उसकी मर्जियों पर और
पैमानों की सरहदें भी वो ही तय करेगा।
औरत की ख्वाहिशों की डोर उसके काबू में,
पैरों में बेड़ी की कड़ियाँ भी वो ही गिनेगा …..।

आसमां पर ठौर की मोहलत उसकी दी हुई हो और…..
दिशा बदलने भी उसको स्त्री की अर्जियाँ, गुजारिशे चाहिए।

दहलीज़ की ईंट वो रखे और
उसकी इजाज़त का ही हो “तौर-ए-सफर”
उसके मुताबिक “हद-ए-मंजिल”
औरत को कटघरे में खड़ा करने …..
मुक्कमल इंतज़ाम भी करेगा।

तमाम उसूलों की मंजूरी के बाद ही वो,
औरत के हक़ की वकालत करेगा।

“औरत को कितना सोचना है ये भी वो सोचेगा”
खुद थामेगा स्त्री के ख्वाबों का परचम,
पुरुष आज़ाद ख्याल है मगर एक शर्त है …..।

© …(Madhu Chaturvedi Ji) _ Writer at film association Mumbai ®

हम दिल से आभारी हैं मधु जी के “मगर एक शर्त है…।” हिन्दी में कविता साझा करने के लिए।

FB Page Link : https://www.facebook.com/madhuchaturvediwriter/

मधु जी के लिए मेरे विचार:

♣ “मधु जी” ने “मगर एक शर्त है…।“ कविता के माध्यम से Women’s Freedom पर विशेष दिल को छूने वाला कितना सरल सुंदर-शिक्षाप्रद व अनुकरणीय वर्णन किया हैं। हर एक के जीवन में एक नारी ke Freedom का महत्व कितना है – इसका बहुत ही सरल शब्दों में अति सुन्दर वर्णन किया हैं। मधु जी – की लेखनी की खासियत है की बिलकुल खुले मन से लिखती है, इनके लेख के हर एक शब्द दिल को छूने वाले होते है। हर एक शब्द अपने आप में एक पूर्ण सुझाव देता है, फिर चाहे वो कवितायें हो या अन्य लेख। जो भी इंसान इनके लेख को दिल से समझकर आत्मसात करेगा उसका जीवन धन्य हो जायेगा।

अपने विचार Comments कर जरूर बताये, और हमेशा नए Post को अपने ईमेल पर पाने के लिए – ईमेल सब्सक्राइब करें।

SUBSCRIBE TO KMSRAJ51 VIA EMAIL
सब्सक्राइब करें और पाएं अपडेट सीधे अपने इनबॉक्स में।

Please Share your comments.

कृपया Comments के माध्यम से अपने विचार जरूर बताये।

आप सभी का प्रिय दोस्त

Krishna Mohan Singh(KMS)
Editor in Chief, Founder & CEO
of,,  https://kmsraj51.com/

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं।~Kmsraj51

———– © Best of Luck ® ———–

Note:-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

cymt-kmsraj51

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्सािहत करते हैं।”

In English

Amazing changes the conversation yourself can be brought to life by. By doing this you Recognize hidden within the buraiya ensolar radiation, and encourage good solar radiation to become themselves.

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”~KMSRAJ51

 

 

____Copyright ©Kmsraj51.com  All Rights Reserved.____

Filed Under: 2018-Kmsraj51 की कलम से….., मधु जी की कवितायें हिंदी में।, हिंदी कविता, हिन्दी साहित्य, हिन्दी-कविता Tagged With: Kids Hindi poetry, madhu, magar ek shart hai, poetry by madhu ji, poetry on nari freedom, poetry on nari in hindi, Short hindi poems, कविता, कविताये हिंदी में, मधु जी की कवितायें हिंदी में।, हिंदी में कविताये

सुलगी “हसरतों” की राख उड़ाती…।

Kmsraj51 की कलम से…..

Table of Contents

  • Kmsraj51 की कलम से…..
    • ϒ सुलगी “हसरतों” की राख उड़ाती…। ϒ
      • मधु जी के लिए मेरे विचार:
    • Please Share your comments.
    • आप सभी का प्रिय दोस्त
      • Krishna Mohan Singh(KMS) Editor in Chief, Founder & CEO of,,  https://kmsraj51.com/
      • ———– © Best of Luck ® ———–
    • Note:-
      • “सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)
      • In English

CYMT-KMSRAJ51-4

ϒ सुलगी “हसरतों” की राख उड़ाती…। ϒ

.. वो “औरत” दौड़ कर रसोई तक,
दूध बिखरने से पहले ही बचाती है।
उन कामयाब मामूली से लम्हों में,
अपने बिखरे “ख्वाबो” का गम भूलाती है।

सुलगी “हसरतों” की राख उड़ाती और
रोटी जलने से पहले हटाती है।
एक कप सम्हाल टूटने से बचाकर,
अपने “हौसलें” मर्ज़ी से गिराती है।

कपड़ो के दाग छुड़ाती सलीके से,
मन के जख्मों को वो छिपाती है।
कैद कर अपने “अरमान” ख़ामोशी से,
रसोई के बंद डिब्बों में सजाती है।

गुजरे लम्हों के अफ़सोस की स्याही,
दिल की दिवार से बेबस हटाती है।
मेज़ कुर्सियों से धूल झड़ाती चुप और
अजीज ख्वाबों पर “गर्द” चढ़ाती है।

कितने किरदारों में ढलती ढलती वो
“हुनर” सारा रसोई के सिंक में बहाती है।
कपड़ो की तह में लपेट तमाम “शौक”,
अलमारी में चुपचाप दबाती है।

अज़ीज़ चेहरों को मंजिल तक पहुँचाने,
अपने “मकसद” आले में रख भूलाती है।
घर भर को उन्मुक्त गगन में उड़ता देखने,
सतरंगी सपनों के पंख खुद हो कटाती है।

हाँ ! हर घर में एक “औरत” है,
जो बिखरने से पहले सम्हालती है।…(मधु)

( Happy Women’s Day to all beautiful ladies )

© …(Madhu Chaturvedi Ji) _ Writer at film association Mumbai ®

हम दिल से आभारी हैं मधु जी के “सुलगी “हसरतों” की राख उड़ाती।” विषय पर हिन्दी में कविता साझा करने के लिए।

FB Page Link : https://www.facebook.com/madhuchaturvediwriter/

मधु जी के लिए मेरे विचार:

♣ “मधु जी” ने “सुलगी “हसरतों” की राख उड़ाती।” कविता के माध्यम से Women’s Day पर विशेष दिल को छूने वाला कितना सरल सुंदर-शिक्षाप्रद व अनुकरणीय वर्णन किया हैं। हर एक के जीवन में एक नारी का महत्व कितना है – इसका बहुत ही सरल शब्दों में अति सुन्दर वर्णन किया हैं। मधु जी – की लेखनी की खासियत है की बिलकुल खुले मन से लिखती है, इनके लेख के हर एक शब्द दिल को छूने वाले होते है। हर एक शब्द अपने आप में एक पूर्ण सुझाव देता है, फिर चाहे वो कवितायें हो या अन्य लेख। जो भी इंसान इनके लेख को दिल से समझकर आत्मसात करेगा उसका जीवन धन्य हो जायेगा।

अपने विचार Comments कर जरूर बताये, और हमेशा नए Post को अपने ईमेल पर पाने के लिए – ईमेल सब्सक्राइब करें।

SUBSCRIBE TO KMSRAJ51 VIA EMAIL
सब्सक्राइब करें और पाएं अपडेट सीधे अपने इनबॉक्स में।

Please Share your comments.

कृपया Comments के माध्यम से अपने विचार जरूर बताये।

आप सभी का प्रिय दोस्त

Krishna Mohan Singh(KMS)
Editor in Chief, Founder & CEO
of,,  https://kmsraj51.com/

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं।~Kmsraj51

———– © Best of Luck ® ———–

Note:-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

cymt-kmsraj51

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्सािहत करते हैं।”

In English

Amazing changes the conversation yourself can be brought to life by. By doing this you Recognize hidden within the buraiya ensolar radiation, and encourage good solar radiation to become themselves.

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”~KMSRAJ51

 

 

____Copyright ©Kmsraj51.com  All Rights Reserved.____

Filed Under: 2018-Kmsraj51 की कलम से….., मधु जी की कवितायें हिंदी में।, हिन्दी साहित्य, हिन्दी-कविता Tagged With: .. वो "औरत" दौड़ कर रसोई तक, hindi kavita on nari, hindi poems on nari shakti, Madhu ji's poems in Hindi, mahila diwas par kavita in hindi, mahila diwas par shayari, nari diwas par kavita in hindi, poem on women's strength in hindi, women's day poem in hindi, अपने "मकसद" आले में रख भूलाती है। घर भर को उन्मुक्त गगन में उड़ता देखने, अपने "हौसलें" मर्ज़ी से गिराती है। कपड़ो के दाग छुड़ाती सलीके से, अपने बिखरे "ख्वाबो" का गम भूलाती है। सुलगी "हसरतों" की राख उड़ाती और रोटी जलने से पहले हटाती है। एक कप सम्हाल टूटने से बचाकर, अलमारी में चुपचाप दबाती है। अज़ीज़ चेहरों को मंजिल तक पहुँचाने, कवितायें हिंदी में।, जो बिखरने से पहले सम्हालती है।...(मधु), दिल की दिवार से बेबस हटाती है। मेज़ कुर्सियों से धूल झड़ाती चुप और अजीज ख्वाबों पर "गर्द" चढ़ाती है। कितने किरदारों में ढलती ढलती वो "हुनर"सारा रसोई के सिंक में बहाती है। कपड़ो की तह में लपेट तमाम "शौक", दूध बिखरने से पहले ही बचाती है। उन कामयाब मामूली से लम्हों में, मधु जी की कवितायें हिंदी में।, मन के जख्मों को वो छिपाती है। कैद कर अपने "अरमान" ख़ामोशी से, रसोई के बंद डिब्बों में सजाती है। गुजरे लम्हों के अफ़सोस की स्याही, सतरंगी सपनों के पंख खुद हो कटाती है। हाँ ! हर घर में एक "औरत" है

Primary Sidebar

Recent Posts

  • ब्रह्मचारिणी माता।
  • हमारा बिहार।
  • शहीद दिवस।
  • स्वागत विक्रम संवत 2080
  • नव संवत्सर आया है।
  • वैरागी जीवन।
  • मेरी कविता।
  • प्रकृति के रंग।
  • फिर भी चलती साथ-साथ वो हमेशा।
  • यह डूबती सांझ।
  • 10th Foundation Day of KMSRAJ51
  • प्रकृति और होरी।
  • तुम से ही।
  • होली के रंग खुशियों के संग।
  • आओ खेले पुरानी होली।
  • हे नारी तू।
  • रस आनन्द इस होली में।

KMSRAJ51: Motivational Speaker

https://www.youtube.com/watch?v=0XYeLGPGmII

BEST OF KMSRAJ51.COM

ब्रह्मचारिणी माता।

हमारा बिहार।

शहीद दिवस।

स्वागत विक्रम संवत 2080

नव संवत्सर आया है।

वैरागी जीवन।

मेरी कविता।

प्रकृति के रंग।

फिर भी चलती साथ-साथ वो हमेशा।

यह डूबती सांझ।

10th Foundation Day of KMSRAJ51

Audiobooks Now

AudiobooksNow - Digital Audiobooks for Less

Affiliate Marketing Network

HD – Camera

Free Domain Privacy

Footer

Protected by Copyscape

KMSRAJ51

DMCA.com Protection Status

Copyright © 2013 - 2023 KMSRAJ51.COM - All Rights Reserved. KMSRAJ51® is a registered trademark.