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हू-ब-हू तुम्हारे नाम या बातों की नकल करने वाला तोता बुद्धिमान नहीं होता, ना ही तुम्हारी लगायी हुई टोपी को छीनकर अपने सिर पर पहनकर इतराने वाला बंदर. ये सिर्फ नकलची कहलाते हैं. अत: अपने में जो कुछ है उसमें उसके मौलिक रूप में ही निखार लाओ. दुनिया की सारी घडिय़ां साधारण ही हैं, जो सभी केवल समय बतलाती हैं. लेकिन जो बतलाता है कि समय के बीतने के साथ-साथ बहुत सारी घटनाओं की घटना भी है, वही बुद्धिमान है. प्रत्येक चीज को अपनी तरह से देखो, उन्हें अच्छी तरह से समझो, अच्छी तरह से लिखो और जब कुछ अच्छी चीजें बनती हैं तो तुम्हारी उन्नति निश्चित है. नकल करके कुछ भी नया नहीं पाया जा सकता, बस उसके सहारे अपने आप को छुपाया जा सकता है परंतु मैं चाहता हूं कि तुम छुपो नहीं, प्रज्वलित करो अपने आपको और तुम्हारा तेज चारों ओर दिखाई दे.
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