Kmsraj51 की कलम से…..
Exam | परीक्षा।
परीक्षा के नाम से ही बच्चों को भय व्याप्त हो जाता है। परीक्षा को वह एक डर के रूप में भी देखते हैं जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए शिक्षा का होना भी जरूरी है। यह भी निश्चित है कि सफलता किसी व्यक्ति को मिलती है जो पूरी मेहनत और लगन के साथ पढ़ाई करता है, और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करके पास, अपने मानदंड को निर्धारित करता है।
“परीक्षा के लिए बच्चों में ऐसी लगन होनी चाहिए जिससे बच्चे का ध्यान लक्ष्य से कभी भी डगमगाए नहीं।” हमें बच्चों को यह समझाना चाहिए कि पढ़ाई में मेहनत करने से ही अच्छा फल मिलता है जब तक हम पढ़ाई नहीं करेंगे तो परीक्षा में हमारे नंबर अच्छे नहीं आएंगे। और इसी अंकों के कारण ही हम आगे अपने भविष्य को तय कर सकते हैं।
इस तरह बच्चों को प्रेरित करने के लिए कड़ी मेहनत से वह अपनी सफलता की राह पर आगे बढ़ सकता है। इसलिए बच्चों पर कोई दबाब नहीं होना चाहिए। “बच्चों को अपने मनपसंद विषय के साथ ही पढ़ाई करवानी चाहिए।” अगर हम उनके साथ कोई अनुचित व्यवहार करते हैं या उनके ऊपर कोई अनुचित दबाव बनाते हैं तो बच्चों पर इसका नकरात्मक प्रभाव पड़ता है…
“परीक्षाएँ छात्रों के बीच स्वस्थ प्रतियोगिता को प्रेरित करती हैं। वे अच्छे अंक पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। परीक्षाएँ छात्रों को अपने पाठ्यक्रम को सुव्यवस्थित करने में मदद करती हैं। परीक्षण के तीन सामान्य प्रकार हैं: लिखित परीक्षा, मौखिक परीक्षण और शारीरिक कौशल परीक्षण।”
…और वह हीन भावना के शिकार हो जाते हैं, कई बार हम दूसरे बच्चों को देख कर बोलते हैं कि यह बच्चा इतना होशियार है इससे भी बच्चों के मन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वह पढ़ाई के प्रति उदासीन रवैया अपनाते है। हमें बच्चों की अनुचित माँग को भी नहीं मानना चाहिए हमें उनकी समस्याओं को समझना होगा। और उनका समाधान भी करना होगा। बच्चों के साथ दोस्ताना और प्यार भरा व्यवहार करना चाहिए।
परीक्षा की तैयारी के वक्त सभी छात्रों को कुछ विशेष बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। कई बच्चे बिना टाइम-टेबल के ही परीक्षा की तैयारी करते है तो कई टाइम-टेबल बनाकर। पर सभी बच्चों को हर विषय को पढ़ने के लिए एक टाइम-टेबल अवश्य बनाना चाहिए और उसे फॉलो भी करना चाहिए। इसके साथ ही समयानुसार उन्हें अंतराल भी लेना बहुत आवश्यक है।
♦ पूनम गुप्ता जी – भोपाल, मध्य प्रदेश ♦
—————
- “पूनम गुप्ता जी“ ने, बहुत ही सरल शब्दों में सुंदर तरीके से इस लेख के माध्यम से समझाने की कोशिश की है — परीक्षा के लिए बच्चों में ऐसी लगन होनी चाहिए जिससे बच्चे का ध्यान लक्ष्य से कभी भी डगमगाए नहीं। हमें बच्चों को यह समझाना चाहिए कि पढ़ाई में मेहनत करने से ही अच्छा फल मिलता है जब तक हम पढ़ाई नहीं करेंगे तो परीक्षा में हमारे नंबर अच्छे नहीं आएंगे। और इसी अंकों के कारण ही हम आगे अपने भविष्य को तय कर सकते हैं। अपनी किताबों, नोट्स और निबंधों का संक्षिप्त नोट तैयार कर लें। यदि आप किसी विषय को पसंद नहीं करते हैं या मुश्किल लगता है तो उन्हें आसान बनाएं। हेडिंग और सब-हेडिंग जोड़ें, या हाइलाइटिंग पेन और रिवीजन कार्ड, कुंजी शब्द या चार्ट का उपयोग करें – जो भी आपके लिए काम करता है। माता-पिता, खान पान पर दें ध्यान परीक्षा के दिनों में बच्चे की मेहनत बहुत बढ़ जाती है। ऐसे में उसकी डाइट को लेकर समझौता न करें। परीक्षा का भय कई कारणों से होता है। पढ़ने में कठिनाई, कुछ विषयों का डर, माता-पिता और शिक्षकों की अपेक्षाएँ, आत्मविश्वास की कमी और ध्यान केंद्रित करने में असमर्थता , ये सभी छात्रों में चिंता और अवसाद की घटनाओं को बढ़ाते हैं। हमें बच्चों की अनुचित माँग को भी नहीं मानना चाहिए हमें उनकी समस्याओं को समझना होगा। और उनका समाधान भी करना होगा। बच्चों के साथ दोस्ताना और प्यार भरा व्यवहार करना चाहिए।
—————
यह लेख (परीक्षा।) “पूनम गुप्ता जी” की रचना है। KMSRAJ51.COM — के पाठकों के लिए। आपकी लेख/कवितायें सरल शब्दो में दिल की गहराइयों तक उतर कर जीवन बदलने वाली होती है। मुझे पूर्ण विश्वास है आपकी कविताओं और लेख से जनमानस का कल्याण होगा। आपकी लेखन क्रिया यूं ही चलती रहे।
अपने विचार Comments कर जरूर बताये, और हमेशा नए Post को अपने ईमेल पर पाने के लिए – ईमेल सब्सक्राइब करें – It’s Free !!
Please share your comments.
आप सभी का प्रिय दोस्त
©KMSRAJ51
———– © Best of Luck ® ———–
Note:-
यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry, Quotes, Shayari Etc. या जानकारी है जो आप हमारे साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी ID है: kmsraj51@hotmail.com पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!
“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)
____ अपने विचार Comments कर जरूर बताएं! ____
Leave a Reply