Kmsraj51 की कलम से…..
♦ पृथ्वी को बुखार। ♦
पृथ्वी को बुखार आ रहा है,
समुद्र में ज्वार भाटा खा रहा।
जल स्तर नौ इंच बढ़ गया है,
तेज धूप आसमान तप रहा।
चंदा मामा की शीतल छीना,
कल कारखाने से धुआं उठा।
जीव जंतु पर पड़ रहा प्रभाव,
ग्लोबल वार्मिंग के ही आसार।
दुनिया का मौसम बिगड़ रहा है,
अंटार्कटिका में बर्फ पिघल रहा।
पूर्व- उत्तर भारत में बढा तापमान,
पृथ्वी को कर रहा है हलकान।
युद्ध थोपने का हो रहा एलान,
महाबली की कोशिश फरमान।
दुनियां का परमाणु पर विचार,
जीव जंतु का भी होगा संघार।
अर्थ लाभ पर केवल विचार,
संपन्न देशों का हो रहा प्रहार।
मानवता का हो रहा है संहार,
डग खोजते शरणार्थी लाचार।
क्रमश: ताप में वृद्धि हो रही,
हिम ग्लेशियर पिघल रहा है।
तापमान तेजी से चढ़ रहा है,
दुनिया आगे क्यों नहीं बढ़ा।
कारण! का पहचान करना होगा,
समस्या का निदान करना होगा।
बन कटाई से रोक लगाना होगा,
पर्वत का संरक्षण करना होगा।
हानिकारक गैस पर करें नियंत्रण,
पौधों का भी रोपड़ करना होगा।
मिलकर संयुक्त प्रयास करने होंगे,
ग्लोबल वार्मिंग से हम तभी बचेंगे।
प्रदूषण फैलाने वाले साधन पर,
करना पड़ेगा पूर्ण रूप से कार्य।
तभी सफल होगा भरा प्रयास,
ग्लोबल वार्मिंग बहुत खतरनाक।
♦ सुखमंगल सिंह जी – अवध निवासी ♦
—————
— Conclusion —
- “सुखमंगल सिंह जी“ ने, बहुत ही सरल शब्दों में सुंदर तरीके से इस कविता में समझाने की कोशिश की है — ग्लोबल वार्मिंग की वजह से अंटार्कटिक में बर्फ बहुत तेजी से पिघल रही है और वहां फिर इतनी बर्फ नहीं जम पाएगी। इस प्रक्रिया की गति को धीमा करने के लिए वातावरण से कार्बन निकालने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है। ऑस्ट्रेलिया की एक जलवायु वैज्ञानिक और न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय में रिसर्च फेलो जोई थॉमस ने कहा, “हम पश्चिमी अंटार्कटिक में जो बर्फ की चादर देख रहे हैं कि उसके पिघलने की शुरुआत हो चुकी है। एक बार हम एक विशेष सीमा रेखा तक पहुंच गए तो फिर हमारी तमाम कोशिशों के बावजूद इसे पिघलने से नहीं रोका जा सकता।” अगर अब भी मानव जाति नहीं सुधरी तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे। कम से कम अब तो समझों पेड़ लगाना और उसकी देखभाल करना जरूरी हैं, नहीं तो इस पृथ्वी पर कोई भी जीव नहीं बचेगा। आओ हम सब मिलकर एक संकल्प ले की प्रत्येक वर्ष एक पेड़ जरूर लगाएंगे, और उसका अच्छे से देखभाल भी करेंगे।
—————
यह कविता (पृथ्वी को बुखार।) “सुखमंगल सिंह जी” की रचना है। KMSRAJ51.COM — के पाठकों के लिए। आपकी कवितायें, व्यंग्य / लेख सरल शब्दो में दिल की गहराइयों तक उतर कर जीवन बदलने वाली होती है। मुझे पूर्ण विश्वास है आपकी कविताओं और लेख से जनमानस का कल्याण होगा। आपकी कविताओं और लेख से आने वाली पीढ़ी के दिलो दिमाग में हिंदी साहित्य के प्रति प्रेम बना रहेगा। आपकी लेखन क्रिया यूं ही चलती रहे, बाबा विश्वनाथ की कृपा से।
अपने विचार Comments कर जरूर बताये, और हमेशा नए Post को अपने ईमेल पर पाने के लिए – ईमेल सब्सक्राइब करें – It’s Free !!
ज़रूर पढ़ें — प्रातः उठ हरि हर को भज।
Please share your comments.
आप सभी का प्रिय दोस्त
©KMSRAJ51
———– © Best of Luck ®———–
Note:-
यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी ID है: kmsraj51@hotmail.com पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!
“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)
____ अपने विचार Comments कर जरूर बताएं! ____
Leave a Reply