Kmsraj51 की कलम से…..
Gao Re Shubh Mangal Geet Re | गाओ रे शुभ मंगल गीत रे!
सावन माह में गाओ मिलकर शुभमंगल गीत रे…।
भारतीय वैज्ञानिक कर आए चांद पर जीत रे…॥
पावन माह अगस्त की पावन तिथि तेईस बनी गवाह।
चंद्रयान 3 की सफलता से हर दिल ने किया वाह – वाह॥
हो गई है इसरो में इन भारतीयों की जश्न की जीत रे…।
भारत माता के लाल निभा आए रिश्तों की प्रीत रे…॥
चांद के दक्षिणी छोर पर ज्यों ही तिरंगा लहराने लगा।
हर हाथ देकर सलामी खुशी से हर दिल मुस्कराने लगा॥
चंद्रयान ने पद~चिन्हों को इस कदर चंद्रसतह पर अंकित किया।
जैसे हर भारतवासी ने — सौ वर्ष की उम्र को हो जिया॥
भारत माता के गौरव को वैज्ञानिकों ने चार चांद लगा दिए।
बिन दिवाली के ही जलने लगे घर~घर खुशी के दीए॥
विश्व में भारतीयों ने एक नया रच ही डाला इतिहास।
6:04 मिनट के पल को बना ही दिया बिलकुल खास॥
आज हर उस शख्सियत को भारतीयों का हार्दिक नमन।
जिनके अथक परिश्रम से धरती मां का चंदा मामा से हुआ मिलन॥
उन पांच की कार्यकारिणी ने विजयी विश्व का तिरंगा लहराया।
अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत के विश्व गुरु होने का परचम छपवाया॥
बधाई गाओ रे… मंगल गीत की… चंद्र जीत की…।
भारतमाता और चंदा मामा के प्रीत की बधाई गाओ रे…॥
♦ सुशीला देवी जी – करनाल, हरियाणा ♦
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- “श्रीमती सुशीला देवी जी“ ने, बहुत ही सरल शब्दों में सुंदर तरीके से इस कविता के माध्यम से समझाने की कोशिश की है — अगस्त माह की पावन तिथि 23 को 6:04 मिनट के पल को बना ही दिया बिलकुल खास, विश्व में भारतीयों ने एक नया रच ही डाला इतिहास। चांद की दक्षिणी छोर पर तिरंगे की लहराने की तस्वीर जब दिखाई दी, जिससे हर भारतीय के दिल में गर्व और खुशी की भावना उत्तेजित होती है। चंद्रयान-3 ने चंद्रसतह पर पद-चिन्हों को अंकित करके यह संकेत दिया कि भारतवासियों ने भी विजय की उम्र जी ली है, जैसे उन्होंने सौ वर्ष की उम्र को जी लिया है। भारतीय वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 के माध्यम से भारत माता की गरिमा को बढ़ावा दिया है और घर-घर में खुशियों के दीप जलने लगे हैं। इस कविता में चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के साथ-साथ भारतीय वैज्ञानिकों की मेहनत, उनके संघर्ष और उनके योगदान का सम्मान किया गया है। वे पांच कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा नेतृत्व किये गए हैं जिन्होंने भारत की महत्वपूर्ण स्थिति को दुनिया में प्रमोट किया है। इसके साथ ही, विश्व में भारतीय वैज्ञानिकों की गरिमा को बढ़ावा देने का यह एक महत्वपूर्ण कदम है। कविता के अंत में, सभी को चंद्रमा के प्रति जीत की बधाई देने की आवश्यकता है, और सबको इस उपलक्ष्य में गाने की आवश्यकता है। चंद्रमा की जीत की ओर एक मंगल गीत के रूप में सबको उत्साहित किया गया है, ताकि वे अपने योगदान से भारत की महत्वपूर्णता को और भी ऊंचाईयों तक पहुँचा सकें। आज हर उस शख्सियत को भारतीयों का हार्दिक नमन:, जिनके अथक परिश्रम से धरती मां का चंदा मामा से हुआ मिलन।
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यह कविता (गाओ रे शुभ मंगल गीत रे!) “श्रीमती सुशीला देवी जी“ की रचना है। KMSRAJ51.COM — के पाठकों के लिए। आपकी कवितायें सरल शब्दो में दिल की गहराइयों तक उतर कर जीवन बदलने वाली होती है। मुझे पूर्ण विश्वास है आपकी कविताओं और लेख से जनमानस का कल्याण होगा। आपकी लेखन क्रिया यूं ही चलती रहे।
आपका परिचय आप ही के शब्दों में:—
मेरा नाम श्रीमती सुशीला देवी (राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षिका व अंतरराष्ट्रीय साहित्यकार) है। शिक्षा — डी•एड, बी•एड, एम•ए•। मैं राजकीय प्राथमिक पाठशाला, ब्लॉक – घरौंडा, जिला – करनाल, में J.B.T.tr. के पद पर कार्यरत हूँ। मेरी कुछ रचनाओं ने टीम मंथन गुजरात के पटल पर भी स्थान पाया है। मेरी रचनाओं में प्रकृति, माँ अम्बे, दिल की पुकार, हिंदी दिवस, वो पुराने दिन, डिजिटल जमाना, नारी, वक्त, नया जमाना, मित्रता दिवस, सोच रे मानव, इन सभी की झलक है।
- अनेक मंचों से राष्ट्रीय सम्मान।
- इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज।
- काव्य श्री सम्मान — 2023
- “Most Inspiring Women Of The Earth“ – Award 2023
{International Internship University and Swarn Bharat Parivar} - Teacher’s Icon Award — 2023
- राष्ट्रीय शिक्षा शिल्पी सम्मान — 2021
- सावित्रीबाई फुले ग्लोबल अचीवर्स अवार्ड — 2022
- राष्ट्र गौरव सम्मान — 2022
- गुरु चाणक्य सम्मान 2022 {International Best Global Educator Award 2022, Educator of the Year 2022}
- राष्ट्रीय गौरव शिक्षक सम्मान 2022 से सम्मानित।
- अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ लेखिका व सर्वश्रेष्ठ कवयित्री – By — KMSRAJ51.COM
- अंतरराष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान — 2022
- राष्ट्रीय शिक्षक गौरव सम्मान — 2022
- राष्ट्रीय स्त्री शक्ति सम्मान — 2022
- राष्ट्रीय शक्ति संचेतना अवार्ड — 2022
- साउथ एशिया टीचर एक्सीलेंस अवार्ड — 2022
- 50 सांझा काव्य-संग्रहों में रचनाएँ प्रकाशित (राष्ट्रीय स्तर पर)।
- 70 रचनाएँ व 11+ लेख और 1 लघु कथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित (KMSRAJ51.COM)। इनकी 6 कविताएं अब तक विश्व स्तर पर प्रथम और द्वितीय स्थान पा चुकी है, जिनके आधार पर इनको सर्वश्रेष्ठ कवयित्री व पर्यावरण प्रेमी का खिताब व वरिष्ठ लेखिका का खिताब की प्राप्ति हो चुकी है।
- इनकी अनेक कविताएं व शिक्षाप्रद लेख विभिन्न प्रकार के पटल व पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो रहे हैं।
- 3 महीने में तीन पुस्तकें प्रकाशित हुए। जिसमें दो काव्य संग्रह “समर्पण भावों का” और “भाव मेरे सतरंगी” और एक लेख संग्रह “एक नजर इन पर भी” प्रकाशित हुए। एक शोध पत्र “आओं, लौट चले पुराने संस्कारों की ओर” प्रकाशित हुआ। इनके लेख और रचनाएं जन-मानस के पटल पर गहरी छाप छोड़ रहे हैं।
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