कई बार तुम्हें लगता होगा कि एक पाठ को तुम पूरे मन से पढ़ रही हो फिर भी कोई चोर उस पढ़ाई का थोड़ा या अधिक अंश चुरा लेता है। यानि पाठ खत्म होते-होते वे चीजें दिमाग से गायब हो जाती है। ये गायब होने वाली चीजें पाठ के पात्र, घटनाएं या चीजों के बारीक विवरण होते हैं, इन्हें कैद करने के लिए हमें अपने सामान्य ज्ञान यानि जो पाठ में तो नहीं है, लेकिन दुनिया उन्हीं के ज्ञान के सहारे चलती है को समृद्ध करना होगा ताकि हमारी भौगोलिक, ऐतिहासिक, गणितीय, विज्ञान, रसायन एवं मनुष्यों संबंधी समझ में परिपक्वता आये। जैसे किसी की वेशभूषा के किसी एक अंश को भी हम याद रख लेते हैं तो व्यक्ति एवं उससे जुड़ी बहुत सारी बातें हमारे दिमाग में रह जाती है। जितना हमारा ज्यमितीय और रंगों संबंधित ज्ञान अच्छा होगा, चीजों को हम अपने में अच्छी तरह बांध पायेंगे।
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