रखो लाज मेरी गुरु नानक
रखो लाज मेरी गुरु नानक,
मेरा परिचय ना खास,
मैं आपका आप हो मेरे,
रहूँ बन चरणों का दास
माया का मैं रोगी लोभी,
उच्च कोटि का वस्तु भोगी,
मुझे इस बवंडर से बचावो,
मेरी एक ही है अरदास,
रखो लाज मेरी गुरु नानक
काली बदली मुझपे छाई,
दुश्मन हुआ है भाई-भाई,
करो उपाय ऐसा सद्गुरु,
टूटे ना मोरी आस,
रखो लाज मेरी गुरु नानक
खेल करे कोई जानबूझकर,
मोहे सताए सूझबूझकर,
यशु जान की विनती सुनो,
बुरा ना होये आभास,
रखो लाज मेरी गुरु नानक,
मेरा परिचय ना खास,
मैं आपका आप हो मेरे,
रहूँ बन चरणों का दास
☆ यशु जान
Leave a Reply