Kmsraj51 की कलम से…..
♦ ऐसे दोस्त। ♦
Poem on True Friendship in Hindi
मौसम की तरह बदलते दोस्त को,
दोस्त बनाना नहीं चाहिए।
जीवन में आने वाली तकलीफ से,
कभी घबराना नहीं चाहिए।
सत्य से रूठने वाले लोगों को,
कभी मनाना नहीं चाहिए।
जो नजरों से गिर जाए तो उसे,
कहीं उठाना नहीं चाहिए।
पचे जो ना पेट मे खाद्य पदार्थ,
उसे खाना नहीं चाहिए।
बाते जो मानता न हो उसको,
समझाना नहीं चाहिए।
जहां क्रंदन होता हो सदा ही,
वहाँ जाना नहीं चाहिए।
कपट करने वालों से कभी भी,
नहीं मित्रता करनी चाहिए।
अपने सच्चे मित्र से मित्रवत,
व्यवहार करने चाहिए।
द्वेष करने वाले से प्रतीकार व,
मित्रों का हित करना चाहिए।
♦ सुखमंगल सिंह जी – अवध निवासी ♦
—————
- “सुखमंगल सिंह जी“ ने, बहुत ही सरल शब्दों में सुंदर तरीके से बखूबी समझाने की कोशिश की है – कई सारे उदहारण देकर बताया है, किससे दोस्ती करना चाहिए, और कैसे दोस्त रखने चाहिए। जीवन में आने वाले समस्याओं से घबराना नहीं चाहिए। सच्चे मित्र का सदैव ही साथ निभाना चाहिए।
—————
यह कविता (ऐसे दोस्त।) “सुखमंगल सिंह जी” की रचना है। KMSRAJ51.COM — के पाठकों के लिए। आपकी कवितायें सरल शब्दो में दिल की गहराइयों तक उतर कर जीवन बदलने वाली होती है। मुझे पूर्ण विश्वास है आपकी कविताओं और लेख से जनमानस का कल्याण होगा।
अपने विचार Comments कर जरूर बताये, और हमेशा नए Post को अपने ईमेल पर पाने के लिए – ईमेल सब्सक्राइब करें – It’s Free !!
Please share your comments.
आप सभी का प्रिय दोस्त
©KMSRAJ51
———– © Best of Luck ® ———–
Note:-
यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!
“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)