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बिहू - Bihu खिचड़ी पर्व

संक्रांति का पैगाम।

Kmsraj51 की कलम से…..

♦ संक्रांति का पैगाम। ♦

होशियार खबरदार…….
आ गया मकर संक्रांति का त्योहार।
सभी पर्वों से अलग, अनूठा, अनोखा,
दिलाता एक सुंदर एहसास।

तिल संक्रांति, खिचड़ी पर्व नाम से,
यह है जाना जाता।
प्रत्येक 14 या 15 जनवरी को,
सुनाता एक पैगाम।

गम के अधियारों की छंटा हटाकर,
करो एक नई शुरुआत।
मकर संक्रांति अर्थ बताता,
देता एक संकेत।

सूर्य का एक राशि से,
दूसरी राशि में गोचर का,
कराता है भान,
इस वैदिक उत्सव में, करते सब दान।

खिचड़ी भोग का,
इस दिन होता है मान।
भिन्न भिन्न जगहों पर, भिन्न भिन्न नामों से,
जाना जाता, बड़े ही शान।

दही, चुरा, तिल, गुड़ का पान,
होता बड़ा अभिमान।
नए साल में संग लाती,
सुख शांति और समृद्धि की आस।

पतंग उड़ाने की प्रथा बनाती,
इसे और भी खास।
शुभ संदेश का होता वाहक,
लाता सबको पास।
करता एक नई ऊर्जा का संचार।

आओ मिलकर संग मनाएं,
खुशियों का त्योहार।
करें एक नई शुरुआत,
लाए जीवन में खुशियां अपार।

आप सभी पाठकों को सपरिवार तहे दिल से मकर संक्रांति पर्व की शुभकामनाएं।

♦ विवेक कुमार जी – जिला – मुजफ्फरपुर, बिहार ♦

—————

• Conclusion •

  • “विवेक कुमार जी“ ने, बहुत ही सरल शब्दों में सुंदर तरीके से समझाने की कोशिश की है — मकर संक्रांति या उत्तरायण या माघी या बस संक्रांति, जिसे बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल में पौष संक्रांति के रूप में भी जाना जाता है, और नेपाल में माघ संक्रांति के रूप में, यहाँ संक्रांति का अर्थ है ‘स्थानांतरण’, इस दिन को सूर्य के मकर राशि में संक्रमण का दिन माना जाता है। मकर संक्रांति, या बस संक्रांति, भगवान सूर्य (सूर्य भगवान) को समर्पित है। आज के दिन तिल के दान को बेहद शुभ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति को तिल संक्रांति भी कहा जाता है। इसलिए इस दिन काले तिल के दान से जीवन की सभी तरह की परेशानियां दूर होती है। मकर संक्रांति के त्योहार को देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग रूप में मनाया जाता है। पंजाब में यह लोहड़ी (Lohri), उत्तराखंड में उत्तरायणी, गुजरात में उत्तरायण, केरल (Kerala) में पोंगल (Pongal) और असम में बिहू (Bihu) के रूप में मनाया जाता है। उत्तर भारत में इसे खिचड़ी पर्व के नाम से भी जाना जाता है। आज यानी 14 जनवरी 2022 को शुक्ल पक्ष की द्वादशी की तिथि को यह त्योहार मनाया जा रहा है।

—————

यह कविता (संक्रांति का पैगाम।) “विवेक कुमार जी” की रचना है। KMSRAJ51.COM — के पाठकों के लिए। आपकी कवितायें/लेख सरल शब्दो में दिल की गहराइयों तक उतर कर जीवन बदलने वाली होती है। मुझे पूर्ण विश्वास है आपकी कविताओं और लेख से जनमानस का कल्याण होगा।

आपका परिचय आप ही के शब्दों में:—

मैं एक शिक्षक हूं। मुजफ्फरपुर जिला, बिहार राज्य का निवासी हूं। शिक्षा से शुरू से लगाव रहा है। लेखन मेरी Hobby है। इस Platform के माध्यम से सुधारात्मक संदेश दे पाऊं, यही अभिलाषा है।

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