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भाषा शैली

रहमत के बंदे रहीम।

Kmsraj51 की कलम से…..

♦ रहमत के बंदे रहीम। ♦

आसमां से आया फरिश्ता,
प्यार का सबक सिखलाने।
सरजमीं पर रहमत बरसाने,
चारों तरफ समभाव जताने।

कलम और तलवार था जिनका,
आसानी से एक ही कमान।
मानव प्रेम के सूत्रधार मसीहा,
कहलाए रहमत के बंदे रहीम।

मध्यकालीन युग के उन्मुक्त कवि,
सभी विधाओं में थे पारंगत।
सोंच थी उनकी बेमिशाल,
रखते थे सबका ख्याल।

धार्मिक परंपरा की अद्भुत मिशाल,
बहुमुखी प्रतिभा के धनी भाव थे उनके लाजवाब।
अकबर के नवरत्नों में था उनका नाम,
कहलाए रहमत के बंदे रहीम।

बैरम खां, सुल्ताना बेगम का सितारा,
लाहौर में जन्मा, था सबका दुलारा।
काव्य रचना का गुण था मिला, उन्हें विरासत में,
मुस्लिम होते हुए भी, धर्म अपनाया हिंदू का।

उनके कार्यों के बदले मिर्जा खां की मिली उपाधि,
अवधी, ब्रजभाषा, खड़ी भाषा का करते थे प्रयोग।
बाबर की आत्मकथा का, तुर्की से फारसी में,
किया अनुवाद, कहलाए रहमत के बंदे रहीम।

रहीम के दोहे ने जग को था मोहा,
सबों ने उनके कार्यों को था खूब सराहा।
एक एक दोहे में था, सबक बड़ा ही खास,
सोच समझ और प्रेम, व्यवहार, उनका था दास।

रहिमन धागा प्रेम का, मत तोरे चटकाय,
टूटे पे फिर ना जुड़े, जुड़े गांठ पड़ी जाय।
1627 में ली अंतिम सांस, हो गई शाम,
कहलाए रहमत के बंदे रहीम।

♦ विवेक कुमार जी – जिला – मुजफ्फरपुर, बिहार ♦

—————

• Conclusion •

  • “विवेक कुमार जी“ ने, बहुत ही सरल शब्दों में सुंदर तरीके से समझाने की कोशिश की है — रहीम दास के ज्ञान, व्यवहार, और कार्यों का तथा उनके साहित्य के समझ और साहित्य कार्यों का सुन्दर वर्णन किया हैं। रहीम दास के लेख से इतिहास के कई सारी बातों का साबुत मिलता है, एक कवि हृदय रहीम दास की रचनाएँ उस समय की जीवन शैली को भी दर्शाता है। रहीम दास के दोहे आज भी उतने ही कारगर है, जितने उस समय हुआ करते थे। रहीम दास के दोहे से समाज को काफी कुछ सीखने को मिलता है। आज भी रहीम दास के दोहे से लोग बहुत ज्यादा लाभान्वित हो रहे है। रहीम दास अपने समय के महान कवियों में से एक थे। उनकी समझ और साहित्य प्रेम उनकी रचनाओं में साफ़ साफ़ दिखती हैं। उनकी रचनाएँ उस समय के इतिहास को काफी हद तक उजागर करती है।

—————

यह कविता (रहमत के बंदे रहीम।) “विवेक कुमार जी” की रचना है। KMSRAJ51.COM — के पाठकों के लिए। आपकी कवितायें/लेख सरल शब्दो में दिल की गहराइयों तक उतर कर जीवन बदलने वाली होती है। मुझे पूर्ण विश्वास है आपकी कविताओं और लेख से जनमानस का कल्याण होगा।

आपका परिचय आप ही के शब्दों में:—

मैं एक शिक्षक हूं। मुजफ्फरपुर जिला, बिहार राज्य का निवासी हूं। शिक्षा से शुरू से लगाव रहा है। लेखन मेरी Hobby है। इस Platform के माध्यम से सुधारात्मक संदेश दे पाऊं, यही अभिलाषा है।

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