• Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
  • HOME
  • ABOUT
    • Authors Intro
  • QUOTES
  • POETRY
    • ग़ज़ल व शायरी
  • STORIES
  • निबंध व जीवनी
  • Health Tips
  • CAREER DEVELOPMENT
  • STUDENT PAGE
  • योग व ध्यान

KMSRAJ51-Always Positive Thinker

“तू ना हो निराश कभी मन से” – (KMSRAJ51, KMSRAJ, KMS)

Check out Namecheap’s best Promotions!

Domain & Hosting bundle deals!
You are here: Home / Archives for माँ दुर्गा स्तुति मंत्र

माँ दुर्गा स्तुति मंत्र

माँ का श्रृंगार।

Kmsraj51 की कलम से…..

♦ माँ का श्रृंगार। ♦

नव रूपों में सजती है माँ,
करके सोलह श्रृंगार।

आँखों मे है अंजन,
सोहे माथे पर बिंदी।
ललाट पर है सिंदूर,
बालों में मोगरे का फूल।

जिसे देख हुआ मन प्रफुल्लित,
गले में सोने का हार।
लाली साजे उनके अधर पर,
कान में सोहे कर्ण फ़ूल।

लाल लाल चूड़ी हाथों में,
हाथ की उंगली में मुंदरी साजे।
मेंहदी लगे दोनों हाथों में,
जिसे देखकर मन होय विभोर।

कमरबंद है उनकी कमर में,
महावर लगे पैरों में बिछिया पायल।
लाल चुनरी ओढे माता रानी,
रूप ही निखरा जाए।

♦ पूनम गुप्ता जी – भोपाल, मध्य प्रदेश ♦

—————

  • “पूनम गुप्ता जी“ ने, बहुत ही सरल शब्दों में सुंदर तरीके से इस कविता के माध्यम से समझाने की कोशिश की है — नव रूपों में सजती है माँ, करके सोलह श्रृंगार। सम्पूर्ण दिव्य रूप माँ का न्यारा। सर्व शक्ति संपन्न माता रानी सदैव ही अपने भक्तों को सुख समृद्धि देती हैं। माँ का स्वरूप निराला दिव्य अलौकिक। माता के 9 रूपों को देवताओं ने अपने-अपने शस्त्र देकर महिषासुर को वध करने का निवेदन किया। शस्त्र धारण करके माता शक्ति संपन्न हो गई। कहते हैं कि नौ रूपों को प्रकट करने का क्रम चैत्र माह की शुक्ल प्रतिपदा से प्रारंभ होकर नवमी तक चला। इसीलिए इन 9 दिनों को चैत्र नवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। हे विश्व विनोदिनी माँ! सारा ब्रह्माण्ड झुकें तुझकों कोटिशः वन्दन मेरा।

—————

यह कविता (माँ का श्रृंगार।) “पूनम गुप्ता जी” की रचना है। KMSRAJ51.COM — के पाठकों के लिए। आपकी लेख/कवितायें सरल शब्दो में दिल की गहराइयों तक उतर कर जीवन बदलने वाली होती है। मुझे पूर्ण विश्वास है आपकी कविताओं और लेख से जनमानस का कल्याण होगा। आपकी लेखन क्रिया यूं ही चलती रहे।

अपने विचार Comments कर जरूर बताये, और हमेशा नए Post को अपने ईमेल पर पाने के लिए – ईमेल सब्सक्राइब करें – It’s Free !!

Please share your comments.

आप सभी का प्रिय दोस्त

©KMSRAJ51

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं।-KMSRAj51

———– © Best of Luck ® ———–

Note:-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी ID है: kmsraj51@hotmail.com पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।”

 

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”~KMSRAj51

 

 

____ अपने विचार Comments कर जरूर बताएं! ____

Filed Under: 2022-KMSRAJ51 की कलम से, पूनम गुप्ता जी की कविताएं।, हिंदी कविता, हिन्दी-कविता Tagged With: poonam gupta poems, दुर्गा पर कविता, देवी स्तुति श्लोक, नवरात्रि पर कविता, पूनम गुप्ता, पूनम गुप्ता की कविताएं, माँ का श्रृंगार, मां दुर्गा पर कविता : किस विधि दर्शन पाऊं मां, माँ दुर्गा सुविचार, माँ दुर्गा स्तुति मंत्र

Primary Sidebar

Recent Posts

  • सफर।
  • बेजार।
  • ओ माझी रे।
  • इक प्रयास।
  • इक प्रयास।
  • स्त्री।
  • जागो अब तो जागो।
  • मंत्र को गुप्त क्यों रखा जाता है?
  • यही हमारा नारा है।
  • बल के लिए।
  • आन बान आउर शान बा।
  • सैनिक का सैनिक।
  • आज आजादी है हमको मिली तो।
  • हो जाओ तैयार।
  • पहले और अब – गणतंत्र दिवस।
  • बदलता भारत।
  • माँ की शिकायत।

KMSRAJ51: Motivational Speaker

https://www.youtube.com/watch?v=0XYeLGPGmII

BEST OF KMSRAJ51.COM

सफर।

बेजार।

ओ माझी रे।

इक प्रयास।

इक प्रयास।

स्त्री।

जागो अब तो जागो।

मंत्र को गुप्त क्यों रखा जाता है?

यही हमारा नारा है।

बल के लिए।

आन बान आउर शान बा।

Audiobooks Now

AudiobooksNow - Digital Audiobooks for Less

Affiliate Marketing Network

HD – Camera

Free Domain Privacy

Footer

Protected by Copyscape

KMSRAJ51

DMCA.com Protection Status

Copyright © 2013 - 2023 KMSRAJ51.COM - All Rights Reserved. KMSRAJ51® is a registered trademark.