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लता जी को भावभीनी श्रद्धांजलि

लता जी को भावभीनी श्रद्धांजलि।

Kmsraj51 की कलम से…..

♦ लता जी को भावभीनी श्रद्धांजलि। ♦

भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए चंद लाइनें।

6 फरवरी 2022 की सुबह,
स्वरों की दुनिया में कैसा सन्नाटा छाया।
बसंत पंचमी सरस्वती मां पूजा कर,
स्वर कोकिला लता जी स्वर्ग में स्थान है पाया।
स्वरों की दुनिया में कैसा…

28 सितंबर 1929 को इंदौर में,
दीनानाथ मंगेशकर के घर जन्म पाया।
सुरीली आवाज की धनी ने बचपन में,
नाटक अभिनय में इतिहास रचाया।
स्वरों की दुनिया में कैसा…

13 वर्ष की आयु 1942 में,
सिर से पिता का उठ गया साया।
नवयुग चित्रपट के मालिक ने,
लता जी को एक सिंगर, अभिनेत्री बनाया।
स्वरों की दुनिया में कैसा…

कठिनाइयों से लड़ते हुए गायिका,
नूरजहां की तुलना में नाम था पाया।
कठिन परिश्रम से सफलता आगे,
फिल्मी दुनिया स्वर कोकिला नाम पाया।
स्वरों की दुनिया में कैसा…

25 भाषाओं में 50,000 से ज्यादा,
फिल्मों में लता जी ने गाने हैं गाये।
उनकी आवाज़ में गाने सुन,
कई बार आंखों में पानी भी भर आया।
स्वरों की दुनिया में कैसा…

सीमा पर तैनात सैनिकों को,
अपनी आवाज से हौंसला दिलाया।
सारी दुनिया व फिल्मी नगरी में,
लता जी के जाने से सन्नाटा है छाया।
स्वरों की दुनिया में कैसा……

♦ विजयलक्ष्मी जी – झज्जर, हरियाणा ♦

—————

  • “विजयलक्ष्मी जी“ ने, बिलकुल ही सरल शब्दों का प्रयोग करते हुए समझाने की कोशिश की हैं —मां शारदे का उन पर था अनमोल वरदान, वीणापाणी मां के सर्वस्व संरचना में अनमोल संरचना थी हमारी लता जी। स्वर भी जिसका करता गुणगान, वो कोई और नहीं थी इंसान, हमारी लता जी थी वो महान, गायिकी से जिसने बढ़ाया देश का मान। कला जगत की तुम थी सिरमौर, नहीं था तुम्हारा कोई जोर, लता दीदी तुम थी बेजोड़। लता मंगेशकर (28 सितंबर 1929 – 6 फ़रवरी 2022) भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका थीं, जिनका छः दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है। हालाँकि लता जी ने लगभग तीस से ज्यादा भाषाओं में फ़िल्मी और गैर-फ़िल्मी गाने गाये हैं लेकिन उनकी पहचान भारतीय सिनेमा में एक पार्श्वगायिका के रूप में रही है।

—————

यह कविता (लता जी को भावभीनी श्रद्धांजलि।) “विजयलक्ष्मी जी” की रचना है। KMSRAJ51.COM — के पाठकों के लिए। आपकी कवितायें सरल शब्दो में दिल की गहराइयों तक उतर कर जीवन बदलने वाली होती है। मुझे पूर्ण विश्वास है आपकी कविताओं और लेख से जनमानस का कल्याण होगा। आपकी लेखन क्रिया यूं ही चलती रहे।

आपका परिचय आप ही के शब्दों में:—

मेरा नाम विजयलक्ष्मी है। मैं राजकीय प्राथमिक कन्या विद्यालय, छारा – 2, ब्लॉक – बहादुरगढ़, जिला – झज्जर, हरियाणा में मुख्य शिक्षिका पद पर कार्यरत हूँ। मैं पढ़ाने के साथ-साथ समाज सेवा, व समय-समय पर “बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ” और भ्रूण हत्या पर Parents मीटिंग लेकर उनको समझाती हूँ। स्कूल शिक्षा में सुधार करते हुए बच्चों में मानसिक मजबूती को बढ़ावा देना। कोविड – 19 महामारी में भी बच्चों को व्हाट्सएप ग्रुप से पढ़ाना, वीडियो और वर्क शीट बनाकर भेजना, प्रश्नोत्तरी कराना, बच्चों को साप्ताहिक प्रतियोगिता कराकर सर्टिफिकेट देना। Dance Classes प्रतियोगिता का Online आयोजन कराना। स्वच्छ भारत अभियान के तहत विद्यालय स्तर पर कार्य करना। इन सभी कार्यों के लिए शिक्षा विभाग और प्रशासनिक अधिकारी द्वारा और कई Society द्वारा बार-बार सम्मानित किया गया।

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