Kmsraj51 की कलम से…..
ϒ भारती के अंचलों में हो रही ठिठोलिया। ϒ
भारती के अँचलो में हो रही ठिठोलिया।
रहते हैं माँ के अँचलो में बोले विरोधी बोलियाँ॥
माँ भारती के ये वसिंदे होश मे जीते नही।
बोले हमेशा बोल तीखे राष्ट्र को संजोते नहीं।
कहीं पत्थरों की होती बारिश चलती कहीं है गोलियाँ।
रहते हैं माँ के अंचलों मे बोले विरोधी बोलियाँ॥
मिट्टी से लेकर जन्म वे मिट्टी को ही दहला दिये।
लेकर विद्रोही शस्त्र वे मानवता को झुठला दिये।
जिस देश के रहमों करम उनको मिली थी खोलियाँ।
आज उनका ही अपमान कर बरसा रहे हैं गोलियाँ।
रहते है माँ के अँचलों मे बोले विरोधी बोलियाँ॥
यहाँ राष्ट्र भक्ति रूपी चोला गलियों मे बिकता दिखे।
चोले को धारण कर यहाँ इँसान भी बिकता दिखे।
यहाँ धर्म-जाति से सनी लगती हैं नित्य बोलियाँ।
रहते हैं माँ के अँचलों में बोलें विरोधी बोलियाँ॥
©- अशोक सिह, – आजमगढ़, उत्तर प्रदेश। ∇

हम दिल से आभारी हैं अशोक सिह जी के प्रेरणादायक हिन्दी कविता साझा करने के लिए। About Ashok Singh – अशोक जी के शब्दाें में – अभी मैं IAS की तैयारी कर रहा हूँ। दिल मे समाज सेवा की लौ जलाये हुए कुछ बेहतर करने को प्रयासरत हूँ और अपना सत प्रतिशत देने को तत्पर। मेरा HOBBY कविताएं लिखना, दक्षिण भारत की फिल्में देखना, क्रिकेट खेलना ,समाज से जुङे रहना, संगीत सुनना(खासकर पुराने) शामिल है।
अशोक सिह जी के लिए मेरे विचार:
♣ “अशोक सिह जी” की कविताआे के हर एक शब्द में प्राकृतिक सौंदर्य का अलाैकिक सार भरा हैं। जाे हर एक शब्द पर विचार सागर-मंथन कर हृदयसात करने योग्य हैं। कविताऐं छोटी और सरल शब्दाे में हाेते हुँये भी हृदयसात करने योग्य हैं। जाे भी इंसान इन कविताओं काे गहराई(हर शब्दाे का सार) से समझकर आत्मसात करें, उसका जीवन धन्य हाे जायें।
Please Share your comment`s.
© आप सभी का प्रिय दोस्त ®
Krishna Mohan Singh(KMS)
Editor in Chief, Founder & CEO
of,, https://kmsraj51.com/
जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं।~Kmsraj51
———– © Best of Luck ® ———–
Note:-
यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!
“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)
“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्सािहत करते हैं।”
In English
~KMSRAJ51 (“तू ना हो निराश कभी मन से” किताब से)