• Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
  • HOME
  • ABOUT
    • Authors Intro
  • QUOTES
  • POETRY
    • ग़ज़ल व शायरी
  • STORIES
  • निबंध व जीवनी
  • Health Tips
  • CAREER DEVELOPMENT
  • STUDENT PAGE
  • योग व ध्यान

KMSRAJ51-Always Positive Thinker

“तू ना हो निराश कभी मन से” – (KMSRAJ51, KMSRAJ, KMS)

Check out Namecheap’s best Promotions!

You are here: Home / Archives for KMSRAJ51 GREAT THOUGHTS

KMSRAJ51 GREAT THOUGHTS

सन् 1600 बनाम सन् 2014 – 40।

kmsraj51 की कलम से …..

Kmsraj51-CYMT-Oct-14-1

सन् 1600 बनाम सन् 2014-40 ….. 

वर्तमान दौर चाहे वह राजनीति का हो या आर्थिक या फिर इस देश के चिर-संस्कारों से निर्मित नैतिक मूल्यों का ये सभी एक बहुत ही भयावह दौर से गुजर रहे हैं शायद कुछ लोग जो विद्वता के धनी है इसे संक्रमण काल के नाम से भी जानते हैं तो कुछ लोग इसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रयोगवाद कह रहे हैं लेकिन यह समय मात्र और मात्र एक सच्चे भारतीय जो इसकी अखंडता एवं गौरवमयी इतिहास से थोड़ा भी सरोकार रखता है, के लिए बहुत ही विषम एवं चिंताजनक है स्पष्ट रुप में कहें तो बहुत ही भयावह है।


इतिहास गवाह है कि इस देश की मिट्टी इतनी उपजाऊ है कि इसने एक से एक संस्कारी महापुरुष तथा देशभक्त पैदा किए हैं लेकिन यह इस मिट्टी का दुर्भाग्य है कि विनाशकारी खरपतवार के रुप में यहां जयचंदों ने भी जन्म लिया है तथा इस पावन धरा को कलंकित किया है। आज का भारत भी इसी दौर से गुजर रहा है जहां ख्ररपतवार इतना बढ़ गया है कि अब पोषक फसलें नज़र ही नहीं आती और यह स्थिती केवल राजनीति ही नहीं कमोबेश हर क्षेत्र की हैं। इसका मात्र और एक मात्र कारण हमारे चिर-संस्कारों एवं मूल्यों का ह्रास होना है। मूल्यों एवं आदर्शों का प्रवाह सदैव शीर्ष से होता है और कहा भी है कि यथा राजा-तथा प्रजा लेकिन आज अपने क्षुद्र स्वार्थों की पूर्ति के लिए हमारे देश के कर्णधार नेतृत्व कर्ताओं ने इस उक्ति को ही बदल दिया और बयान दिया कि जैसी जनता है वैसे ही नेतृत्व कर्ता बनेंगे अर्थात ये लोग जनता के इच्छानुसार ही अपने हित साधन के लिए सारे अपराध एवं भ्रष्ट तंत्र को बढ़ावा दे रहे हैं। आखिर वो कौन सी प्रजा या जनता है जिसने राजा को भ्रष्ट एवं डकैत बनने के लिए जनादेश दिया? शायद इसका उत्तर यह है कि इस देश में जनता या नागरिक नाम की कोई व्यवस्था अब अस्तित्व में ही नहीं है यहां केवल उपभोक्तावादी संस्कृति के पोषक मतदाता रहते हैं जिन्हें कोई भी खरीद सकता है तथा ये तथाकथित मतदाता भोली चिड़ियाओं की भांति किसी भी बहेलिए के जाल में फंसने को आतुर है। फिर चाहे वह बहेलिए देशी हो या विदेशी इससे इनको कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि लालच ने संवेदनाओं को मृत प्राय: कर दिया है। इन चिड़ियाओं को स्वतंत्र आसमान से बेहतर सुख-सुविधा युक्त वो स्वप्निल सोने का पिंजड़ा अधिक रास आने लगा है जिसका कोई अस्तित्व ही नहीं और जो मात्र और मात्र एक छलावा भर है।

आज इस देश की जनता को देश के प्रोफाईल से अधिक अपना हाई प्रोफाईल प्रिय है कमोबेश आज हमारा देश गुलामी से पहले के उसी दौर से गुजर रहा हैं। जनता विभिन्न मुद्दों पर आपस में बंटी हुई है चाहे वो आरक्षण का मुद्दा हो या राज्यवाद या फिर धर्म या जातिवाद का चारों और विघटनकारी शक्तियों का बोलबाला हैं हर आदमी ने अपने चारों और अपने स्वार्थों का एक घेरा बना रखा है तथा इस घेरे या उसके क्षुद्र स्वार्थों को नुकसान पहुंचाने वाला हर आदमी उसका शत्रु है। इस देश में अपनी जातिगत गौरव गाथा गाने वाले इतने जातिगत व धार्मिक सामाजिक संगठन है जिनको शायद गिनना भी संभव नहीं होगा लेकिन दुर्भाग्य है कि वे महापुरुष जो राष्ट्र के लिए एक होकर लड़े उनको भी इन कम्बख्तों ने अपने स्वार्थ के अनुरुप बांट दिया । आज कहीं भी अखिल भारतीय समाज नाम की कोई संस्था नही है क्योंकि सभी ने अपने आपको कई सांचों में बांट लिया है तथा सभी के अपने अपने हित हैं जिनके लिए वे लड़ रहे है उनकी तरफ से देश भले गर्त में जाए कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन उन्हें यह पता नही कि जब तक यह देश अखंड एवं सुरक्षित है तभी तक उनका या उनके समाज का अस्तित्व है: आज की युवा पीढ़ी को एक अदद नौकरी और सुख सुविधा युक्त घर से अधिक सोचने की जरूरत महसूस नहीं होती देश के विषय में या अपनी सभ्यता संस्कृति के बारे में मनन करने का कोई औचित्य नहीं हैं अपने घर की बनी रोटी भी यदि विदेशी पेकिंग में दी जाती है तो खुशी होती है। आज कमोबेश हर दूसरा आदमी मानसिक गुलामी के दौर से गुजर रहा है राष्ट्र छद्म अराजकता के वातावरण से गुजर रहा है। क्या यही स्वतंत्रता है? विकास के नाम पर अपने स्वाभिमान, राष्ट्रीय संस्कृति को भूलाना तथा भौतिकता के चकाचौंध में प्राकृतिक संसाधनों का बंदरबांट कर देश को रसातल की और ले जाना, क्या आजादी का यही मतलब है?

आज के दौर की तुलना भारत के राजपूतकालीन समय से की जा सकती है जब भारत कई छोटी- छोटी रियासतों में बंटा हुआ था तथा ये रियासतें छुद्र स्वार्थों की पूर्ती हेतु आपस में लड़ती रहती थीं। विलासिता एवं अकर्मण्यता की पर्याय बन चुकी ये रियासतें अंदर से जर्जर हो चुकी थी।परिणामस्वरूप ये रियासतें कमजोर होती गईं विदेशी आक्रांताओं ने अपनी हवस एवं बेलगाम क्षुधा की पूर्ति हेतु इसा पावन धरा को कलुषित किया ताकत का एक बड़ा भाग भारतीय समाज कई बुराईयों जैसे छुआछुत, उच्श्रंखल जातिवाद , संप्रदायवाद इत्यादि में जकड़ा हुआ था तो क्या आज कमोबेश हमारे सामने वही परिदृश्य नहीं दिखाई दे रहा है। किसी ने क्या खूब कहा है कि इतिहास अपनी पुनरावृत्ति करता है पर क्या इतने कम अंतराल पर और क्या हम इससे सीख लेने के बजाय इसकी पुनरावृति होने देंगें। आज ये छोटे-छोटे राज्य जो कि नदी के पानी, भाषा, खनिजों के आधिपत्य के लिए न्यायालय में हाजिरी दे रहे हैं और सैकड़ों पार्टियां जो क्षुद्र स्वार्थों के लिए जनता को सब्ज बाग दिखा कर उनका वोटा हासिल कर रही हैं तत्पश्चात उसी जनता का शोषण तो क्या ये आजादी और उससे भी पूर्व अंग्रेजों के आगमन के समय का परिदृश्य प्रस्तुत नहीं कर रही है तथा जनता लाचार कई मतभेदों में उलझी हुई निरिह बनी सब कुछ सहने को विवश है।अगर इसी का नाम आजादी है तो वह दिन दूर नहीं जब इस देश के गद्दार इस देश की अमूल संपदा के साथ-साथ यहां के कथित मतदाताओं के भविष्य का भी किसी विदेशी के हाथों सौदा कर दें तथा बाद में कहें कि जीडीपी बढ़ाने के लिए यह जरूरी था।
जिस देश के पड़ोसी ताकतवर, कूटनीतिक एवं साम्राज्यवादी हों उस देश का राजनैतिक व नैतिक पतन की ओर अग्रसर होना उसके दुश्मनों के मार्ग को और सुगम बना देता है तथा वह देश बिना किसी युद्ध के ही गुलाम बनाया जा सकता है क्योंकि किसी देश का नेतृत्व ही उस देश की समृद्धि और ताकत का आईना होता है जिसमें उस देश की बाकी आवाम की झलक देखी जा सकती है।

संजय मिश्र “सदांश”

नोट: यह रचना किसी विशेष वर्ग, समुदाय या व्यक्ति विशेष पर आधारित नहीं है, न ही हमारा उद्देश्य किसी के दिल को ठेस पहुंचाना है । यह लेख पूर्ण रुप से मां भारती को समर्पित है। यदि कोई तथ्य किसी से मिलता है तो यह संयोग मात्र होगा।


IMG_0033
** संजय मिश्रा **

यह लेख संजय मिश्रा द्वारा शेयर किया गया है ।

We are grateful to Mr. संजय मिश्रा  for sharing this inspirational article in Hindi for http://kmsraj51.com/ readers.

आपका सबका प्रिय दोस्त,

Krishna Mohan Singh(KMS)
Head Editor Founder & CEO
of,,  http://kmsraj51.com/

———– @ Best of Luck @ ———–

Note::-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

Also mail me ID: cymtkmsraj51@hotmail.com (Fast reply)

cymt-kmsraj51

– कुछ उपयोगी पोस्ट सफल जीवन से संबंधित –

* विचारों की शक्ति-(The Power of Thoughts)

http://wp.me/p3gkW6-1dk

* खुश रहने के तरीके हिन्दी में।

http://wp.me/p3gkW6-mn

* अपनी खुद की किस्मत बनाओ।

http://wp.me/p3gkW6-1dD

* सकारात्‍मक सोच है जीवन का सक्‍सेस मंत्र 

http://wp.me/p3gkW6-Ig

* चांदी की छड़ी।

http://wp.me/p3gkW6-1ep

 

 

_______Copyright © 2014 kmsraj51.com All Rights Reserved.________

Filed Under: 2014 - KMSRAJ51 KI PEN SE ....., Hindi Motivational Story !!, INDIAN NATIONAL Tagged With: Always think positive, Best Hindi Website For Motivational Quotes - Story - Article - Health - Education - Personality development - Kids poetry - Spiritual Thoughts - ETC http://kmsraj51.com/, GREAT INDIAN THOUGHTS, Hindi History, HINDI THOUGHTS, History, History in Hindi, http://kmsraj51.com/, Indian History in Hindi, INDIAN POLITICAL, Inspirational Thoughts in Hindi, Kmsraj51, KMSRAJ51 GREAT THOUGHTS, Moral Indian Thoughts in Hindi, motivational thoughts in hindi, Mugal History in Hindi, NATIONAL, positive brain, positive mind, Positive Soul, Positive Thoughts, Positive Thoughts in Hindi, Year 1600 vs. Year 2013 !!, संजय मिश्रा, सन् 1600 बनाम सन् 2014 - 40।

Meditation – Experiencing My Original Home

kmsraj51 की कलम से…..

Soulword_kmsraj51 - Change Y M T

Meditation – Experiencing My Original Home (Part 1)

06-om

 

 

 

 

 

 

 

In meditation, I focus my mind and intellect on that region which is called by names like soul world, paramdham, nirvandham, shantidham and so on. In fact, this is the region where the soul stays, when it has no body. Here the soul stays in the form of a star-like point of light, untouched by matter (five elements including the body). In this world, there exists neither thought, word nor action; just complete stillness, sweet silence and peace. When I first take a physical body, it is from here that I the soul come down into the material world i.e. the earth, which is the field of action.

With the practice of meditation, my third eye (eye of the mind) opens; and I see and experience my original home as an infinite (very large, unmeasurable) world of very subtle (light) golden-red light, situated beyond the physical world of five elements, beyond the sun, moon and stars.


 

Meditation – Experiencing My Original Home (Part 2)

Along with reading over the following words slowly and silently, make a sincere effort to create images of them in the eye of your mind:

I focus myself on the self, the soul, a golden point of light……..
I stay between the eyebrows in the middle of the forehead……..
I radiate golden rays of peace, purity and love in all directions……..
In this awareness of I the soul, with the power of my mind I can travel beyond the limits of my physical organs……..
I visualize myself gradually going out from this physical body……..
I, the sparkling star like energy, fly into the night sky……..
I see myself floating above thousands of buildings and lights……..
Slowly I rise higher and higher to enter space……..
I am surrounded by millions of stars and planets……..
Slowly I see myself flying beyond the world of five elements……..
I, the golden star, enter another world, a soft golden-red light world……..
A world of sweet silence and peace……..
full of peaceful light stretching very very far away……..
I feel pure warmth here, surrounded by light……..
I the point of light shine in this sixth element……..
I am free of all tensions, extremely light………
This is where I belong,
This is my home……..
I recognize this place……..
I had forgotten it, but now I have rediscovered it……..
Spend a few minutes in this positive experience and then gradually come downwards to take your seat back in the physical body.

In Spiritual Service,
Brahma Kumaris

brahmakumaris-kmsraj51

 

Note::-

यदि आपके पास Hindi या English में कोई  article, inspirational story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है::- kmsraj51@yahoo.in . पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

love-rose-kmsraj51Picture Quotes By- “तू न हो निराश कभी मन से” किताब से

Book-Red-kmsraj51

 

 

 

100 शब्द  या  10 शब्द – एक सफल जीवन के लिए –

 

(100 Word “or” Ten Word For A Successful Life )

 

“तू न हो निराश कभी मन से” किताब => लेखक कृष्ण मोहन सिंह (kmsraj51)

 

“अपने लक्ष्य को इतना महान बना दो, की  व्यथ॔ के लीये समय ही ना बचे” -Kmsraj51

Soulword_kmsraj51 - Change Y M T

“सफल लोग अपने मस्तिष्क को इस तरह का बना लेते हैं कि उन्हें हर चीज सकारात्मक व खूबसूरत लगती है।”
-KMSRAJ51

“हमारी सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि हम अपने जीवन का कुछ सेकंड, प्रतिघंटा और प्रतिदिन कैसे बिताते हैं”
-KMSRAJ51

-A Message To All-

मत करो हतोत्साहित अपने शब्दों से ……आने वाली नयी पीढ़ी को ,
वो भी करेंगे कुछ ऐसा एक दिन…. जिसे देखेगा ज़माना ….पकड़ती हुई नयी सीढ़ी को ॥

कुछ भी आप के लिए संभव है ॥

जीवन मंदिर सा पावन हाे, बाताें में सुंदर सावन हाे।

स्वाथ॔ ना भटके पास ज़रा भी, हर दिन मानो वृंदावन हाे॥

~kmsraj51

95+ देश के पाठकों द्वारा पढ़ा जाने वाला हिन्दी वेबसाइट है,, –

https://kmsraj51.wordpress.com/

मैं अपने सभी प्रिय पाठकों का आभारी हूं…..  I am grateful to all my dear readers …..

“तू न हो निराश कभी मन से” book

~Change your mind thoughts~

@2014-all rights reserve under kmsraj51.

——————– —– https://kmsraj51.wordpress.com/ —– ——————

06-om

Filed Under: 2014 - KMSRAJ51 KI PEN SE ....., Brahmakumaris, Happiness, Hindi Motivational Story !!, Inspirational Story in Hindi, KMSRAJ51, LIFE, MANMANI BABU ~ KMSRAJ51, Meditation, Meditation – Experiencing My Original Home, Moral Story in Hindi, SOUL VOICE, Spiritual, Spiritual-kmsraj51, Story in Hindi, Stress Management, Success, Success Mantra of Life, TU NA HO NIRASH KABHI MAN SE ..... Tagged With: 21st Century Yogiraj kmsraj51, A world of sweet silence and peace, Brahma Kumaris, Brahma Kumaris Murli in Hindi, brahmakumaris.com/, Experiencing My Original Home, eye of the mind, happiness, kms, Kmsraj51, KMSRAJ51 GREAT THOUGHTS, mantra of stress free life, mrssonkmsraj51, my third eye, nirvandham, paramdham, Personal Development Tips in Hindi, planets, positive experience, practice of meditation, Science of Health, science of soul, Science of Spirituality in Hindi, science of spirituality meditation, Self-confidence Tips In Hindi, shantidham, Soul Voice, Soul World, stress free life, success life quotes in hindi, success life story in hindi, Successful Life tips in hindi

“प्रेरणादायक हिन्दी उद्धरण और विचार”

Coming Soon Public Book …..

“तू ना हो निराश कभी मन से”
baby-TU NA HO NIRASH KABHI MAN SE

Some Topic of “तू ना हो निराश कभी मन से”

Change your mind thoughts “अपने मन के विचारों को बदलें”

“सफल लोग अपने मस्तिष्क को इस तरह का बना लेते हैं कि उन्हें हर चीज सकारात्मक व खूबसूरत लगती है।”

“हमेशा अपनी आत्मा की पहली आवाज सुनो”

“प्रत्येक कार्य आत्मा की पहली आवाज के अनुसार करो”

“एक अच्छा दिमाग हमेशा जानने के लिए उत्सुक …..”

“कुछ भी आप के लिए संभव है”

“ज्ञान हमेशा शुद्ध और पूरा हो”

“खुशी और सफल जीवन का मार्ग”

“अपने जीवन में निराशाजनक कुछ भी नहीं”

“अपने जीवन में हमेशा सफलता के निकटतम …..

—————————————————————————-
—————————————————————————-

kmsraj51 की कलम से …..
Indian Flag

“विचार से कार्य की उत्पत्ति होती है, कर्म से आदत की उत्पत्ति होती है और चरित्र से आपके भाग्य की उत्पत्ति होती है।”
– बौद्ध कहावत

“हर सुबह मैं अपनी आँखे खोलता हूँ उस भविष्य को सँवारने के लिए जो मेरे लिए खास है। हर रात मैं अपनी आँखे बंद कर लेता हूँ और देखता हूँ कि मेरा लक्ष्य थोड़ा और मेरे पास है।”
-kmsraj51

“सफल लोग अपने मस्तिष्क को इस तरह का बना लेते हैं कि उन्हें हर चीज सकारात्मक व खूबसूरत लगती है।”
-kmsraj51

“असल में सफल लोग अपने निरंतर विश्वास से जीतते हैं लेकिन वे असफलताओं का मुकाबला भी उसी विश्वास से करते हैं। सफलता के लिए विश्वास पैदा कीजिये। असफल होने पर भी उस विश्वास को कायम रखिये।”
-kmsraj51

“सफल व्यक्ति सकारात्मक ढंग से प्रशंसा करते हैं और हँसी मजाक पर बुरा नहीं मानते। वे उत्साह फैलाते हैं। उनकी सकारात्मकता चारो तरफ़ फैलती है और उसकी खुशबु हर जगह बिखरती रहती है।”
-kmsraj51

“सफल लोग सबकी परवाह करते हैं। उनका यह लिहाज भी उन्हें दूसरों से अलग बनाता है।”
-kmsraj51

“प्रयासों को प्रोत्साहित कीजिये। तुम मुझे प्रोत्साहित करो, में तुम्हें कभी नहीं भूलूंगा।”
-kmsraj51

“बदलती मनः स्थिति ही एक स्वस्थ व रचनाशील व्यक्तित्त्व की निशानी है।”
-kmsraj51

“प्रयास करें अपने मन के छिद्रों को पहचान कर उन्हें भरने का”
-kmsraj51

“सोचें और लिखें : मेरी विशेषताएँ बदलाव की आवश्यकता मैं कैसे बदलाव करना चाहता हूँ जीवन में।”
-kmsraj51

“हम जो भी हैं, जो कुछ भी करते हैं, वह तभी होता है जब हम उसे वास्तव में करना चाहते हैं।”
-kmsraj51

जहाज समंदर के किनारे सर्वाधिक सुरक्षित रहता है। मगर क्या आप नहीं जानते कि उसे किनारे के लिए नहीं, बल्कि समंदर के बीच में जाने के लिए बनाया गया है ?
-kmsraj51

“हमारी सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि हम अपने जीवन का कुछ सेकंड, प्रतिघंटा और प्रतिदिन कैसे बिताते हैं”
-kmsraj51

“जिसने अपने को वश में कर लिया है, उसकी जीत को देवता भी हार में नहीं बदल सकते”
– महात्मा बुद्ध

“अपनी सृजनात्मकता को तराशते रहिये।”
-kmsraj51

“सफलता सार्वजनिक उत्सव है, जबकि असफलता व्यक्तिगत शोक।”
-kmsraj51

“एकाग्र रहने वाला सदा सफलता का वरण करता है”
-kmsraj51

“कोई भी काम एक दिन में नहीं सफल होता। काम एक पेड़ की तरह होता है। पहले उसकी आत्मा में एक बीज बोया जाता है, हिम्मत की खाद से उसे पोषित किया जाता है और मेहनत के पानी से उसे सींचा जाता है, तब जाकर सालों बाद वह फल देने के लायक होता है”
-kmsraj51

“सफलता के लिए इन्तजार करना आना चाहिए। पौधे से फल की इच्छा रखना मूर्खता से अधिक कुछ भी नही है”
-kmsraj51

“असफलता सफलता प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। अपने मस्तिष्क को अपना रास्ता स्वयं खोजने की शक्ति दीजिये।
मेहनत कीजिये लेकिन बिना योजना के नहीं”
-kmsraj51

“आकांक्षा क्षणिक नहीं होती, न ही उन्मादी होती है। आवेग कहता है,- रुको मत, चलते रहो। ढ्लो मत, निखरते रहो।”
-kmsraj51

“किसी से अत्यधिक नफ़रत करने का सबसे बुरा असर यह होता है कि आप भी उस व्यक्ति की तरह बनने लगते है।”
– kmsraj51

“ये जरुरी बात नहीं है कि जो लोग आपके सामने आपके बारे में अच्छा बोलते है, वह आपके पीछे भी आपके बारे में यही राय रखते हों।”
-kmsraj51

“जीवन में जोश इस भावना से आता है कि आप उस काम का हिस्सा है जिसमें आप विश्वास रखते है, कुछ ऐसा जो अपने आप से भी बड़ा है।”
-kmsraj51

“अपने गुणों पे घमंड के कारण, व्यक्ति दूसरों के अवगुणों को देखता है और दूसरों के अवगुणों को देख कर, व्यक्ति का घमंड और अधिक मजबूत हो जाता है।”
-kmsraj51

“जब आप एक कठिन दौर से गुजरते हैं, जब सब कुछ आप का विरोध करने लगता है, जब आपको लगता है कि आप एक मिनट भी सहन नहीं कर सकते हैं, कभी हार न माने ! क्योंकि यही वह समय और स्थान है जब आपका अच्छा समय शुरू होगा”
-रूमी

“अगर आप उम्मीद नहीं करेंगे तो आप वह हासिल नहीं कर पाएंगे जो उम्मीद से ज्यादा है। ”
-kmsraj51

“जीवन में कभी भी आशा को न छोड़े क्योंकि आप कभी यह नहीं जान सकते कि आने वाला कल आपके लिए क्या लाने वाला है”
-kmsraj51

“असफलताएँ जीवन का एक हिस्सा है, अगर आप कभी असफल नहीं होंगे तो आप कभी सीखेगें नहीं। जब आप सीखेगें नहीं, परिणाम सवरूप आप में बदलाब नहीं आएगा और न ही आप नई चीज़े सीख पाएंगे ।”
-kmsraj51


“सभी शक्ति तुम्हारे भीतर है, आप उस में विश्वास कर सकते हैं”
-kmsraj51

“हर स्कूल अपने छात्रों के चरित्र में परिलक्षित हो जाता है”
-kmsraj51

“जो तुम्हारी बात सुनते हुए इधर-उधर देखे, उस पर कभी विश्वास न करो”
-चाणक्य

“मेरा ‘डर’ मेरा ही एक हिस्सा है और शायद सबसे सुंदर हिस्सा”
-फ्रांज़ काफ्का”

“जीवन में सफल होना इस लिए भी मुश्किल है कि ज्यादातर लोग आपको आगे बढ़ाने की जगह पीछे खींचना पसंद करते है”
-kmsraj51

“जब ये आपका अपना जीवन है तो आप इसको अपने तरीके से क्यों नहीं जी रहे है”
-kmsraj51

“जिंदगी कितनी खुबसूरत है ये देखने के लिए हमें ज्यादा दूर जाने की जरुरत नहीं है, जहाँ हम अपनी आंखे खोल ले वहीँ हम इसे देख सकते है”
-kmsraj51


Note::-
यदि आपके पास Hindi में कोई article, inspirational story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है::- kmsraj51@yahoo.in . पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!


95 kmsraj51 readers

baby-TU NA HO NIRASH KABHI MAN SE

——————– —– http://kmsraj51.wordpress.com/ —– ——————

Filed Under: 2014 - KMSRAJ51 KI PEN SE ....., BRAHMACHARYA ~ COMPLETE PURITY, Happiness, Hindi - Quotes, Hindi Motivational Story !!, Hindi Poetry, MAN SE KABHI BHEE HARNA NHII TUM...., POSITIVE THOUGHT`S - PAVITRA VEECHAR, Short Inspirational Story in Hindi, Success, TU NA HO NIRASH KABHI MAN SE ....., तू ना हो Nirash कभी मन से ........, पवित्र 'सकारात्मक सोच' Tagged With: 21 century yugpurush, Aacharya Chankya, Anything is possible for you, BOOKS OF KMSRAJ51, Change your mind thoughts, Concentration, Concentration in your life, Founder & CEO KMSRAJ51, Great Indian Author kmsraj51, happiness and success life, Hindi Quotes, Hindi Quotes and Thoughts, HINDI THOUGHTS, Inspirational Hindi Quotes, Inspirational Hindi Quotes and Thoughts, kms, Kmsraj51, KMSRAJ51 BIOGRAPHY, KMSRAJ51 GREAT THOUGHTS, Maa, Motivational Hindi Quotes and Thoughts, mrssonkms, mrssonkmsraj51, nothing hopeless in your life, Positive Hindi Quotes, route of happiness and success life, Success life thoughts in Hindi, Success Thoughts in Hindi, success via Concentration, Success Vitamins for a positive mind, sukurat motivational thoughts in hindi, Tu Na Ho Nirash Kabhi Man Se, कुछ भी आप के लिए संभव है, प्रत्येक कार्य आत्मा की पहली आवाज के अनुसार करो, हमेशा अपनी आत्मा की पहली आवाज सुनो

Important Thoughts For Happiness !!

::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51)…..

kmsraj51 की कलम से …..

kms-8
kms-8

खुशी के लिए जरूरी संकल्प …..


हेलो दोस्तो! नए वर्ष का स्वागत आप इतने उत्साह और शोर-शराबे के साथ हर बार इसलिए करते हैं कि आपके दिल में कुछ पाने की उम्मीद रहती है। वे खुशियां जिनकी अपने कामना और कोशिश की पर वे न मिलीं। नया साल शुरू होते ही वे सभी अधूरे ख्वाब पूरा करने की तमन्ना प्रबल हो जाती है। ऐसा लगता है मानो जीवन ने आपको एक और मौका दिया है खुशियों को अपने पक्ष में करने का।

आप इस नए वर्ष के पहले दिन पीछे मुड़कर देखना चाहते हैं कि आखिर आपसे किस-किस क्षेत्र में चूक हुई है जिसके कारण आप मंजिल से दूर रह गए। अपने स्मृति पटल पर जोर देने पर आपको अहसास होता है कि निहायत मामूली सी कमियों व कोताहियों के कारण आप वह हासिल नहीं कर सके जिसकी आपको चाह थी।

जब आप अपनी डायरी उठाकर देखते हैं तो पाते हैं कि ज्यादातर दुखों व कष्टों का जिम्मेदार कोई और नहीं, आप खुद ही थे। शक व संशय से किसी को तकलीफ या मजा चखाने जैसे विचार और प्रवृत्ति के कारण ही आपका मन ज्यादा विचलित व बेचैन हुआ था। अपनों पर भरोसा न कर किसी दुष्ट के बहकावे में आकर अपना सुख-चैन गंवाने का नतीजा हमेशा बुरा ही निकला। इस कारण न तो आपको शांति मिली और न ही स्वास्थ्य लाभ। आपकी मूल चाहत थी खुशी।

इन सारे विश्लेषणों के बाद आपके संकल्प की सूई अब कहां जाकर रुकनी चाहिए? जी हां, खुशी के लिए संकल्प का पहला सबक यही बनता है कि अपनों पर भरोसा किया जाए। अपने बच्चे, माता-पिता, साथी, दोस्त, रिश्ते, नातेदार पर भरोसा करना सीखें, न कि उन गैर चुगलखोरों की सुनें जो आपका सुकून चुराने में माहिर हैं। किसी अपने से कोई भूल हो गई है तो उसे जीवन भर का सच न मान लें। दोस्तनुमा दुश्मन के बहकावे में आकर अपनों पर निरंतर शक करने से आप उन्हें फिर गलत करने के लिए उकसाते हैं।

कुछ कारगर संकल्प इस प्रकार करें:

– बीते समय की चीर-फाड़ कर समय बर्बाद करने के बजाय भविष्य को सुधारने के बारे में आप विचार करेंगे।

– हर किसी को माफ कर देंगे ।

– बदला लेने के लिए कोई कितना भी उकसाए, ऐसा नहीं करेंगे।

– ज्यादा भावुक हुए बिना ही जिनसे प्यार है उनका साथ देंगे।

– यथार्थ व तर्क को अहमियत देते हुए भी दिल की भी सुनेंगे।

– कोशिश करें कि छोटे-मोटे अरमान पूरे करते चलें ताकि जीने का मजा मिलता रहे।

– ज्योतिष विद्या से मिली सूचनाओं पर केवल अच्छे पहलुओं पर यकीन करें और चिंता वाली बातों को झूठा मानें ताकि गंडे-तावीज के चक्कर में आपकी जेब खाली न हो।

– इंटरनेट, फेसबुक व फोन पर पूरी तरह निर्भर नहीं होकर रूबरू होकर संवाद का मजा लें।

– अपने चाहनेवालों के सीधे संपर्क में रहें ताकि हौसला बना रहे।

– नैतिकता का वही पैमाना अपने लिए भी तय करें जो दूसरों के लिए रखें।

– अपने जलनशील स्वभाव के कारण दूसरों का सुख चैन न लूटें।

– अपने को खाने-पीने से वंचित कर त्याग व बलिदान करने जैसी कसम या संकल्प न लें, यह मूलतः अपनों को प्यार नहीं सजा देने के लिए होता है।

– किसी भी प्रकार की अति से बचने की कोशिश करें।

– बार-बार अपना मन न बदलें, एक विचार पर टिककर रहें ताकि स्थिरता रहे।

मजे की बात यह है कि ज्यादातर संकल्प आप हर बार करते हैं और वे पहले ही दिन से टूटने लगते हैं। नहीं पीने या संतुलित खाने के संकल्प, आप यह कहकर तोड़ देते हैं कि अब आज तो नया वर्ष शुरू हुआ है, आज तो जश्न का दिन है, क्या सोचना। कल से देखा जाएगा और वह कल कभी नहीं आता। इसलिए कोई सख्त इरादा करना फायदेमंद नहीं होता है। केवल मोटी-मोटी बातों की गांठ अपने जीवन में बांध लेने भर से ही जीवन की नैय्या पार लग सकती है। खुद को खुश रखना। खुशी के लिए जरूरी है कि अपनी सेहत पर ध्यान दें। दूसरों का बुरा चाहने वालों की सेहत अमूमन थोड़ी नाजुक रहती है।

किसी भी घटना या बात को बहुत ज्यादा तूल न दें। खुशी हो या गम, संयम रखें और अति उत्तेजित न हों। सामाजिक मामला हो या पारीवारिक बहुत अधिक भावना में बहकर माहौल को खराब न करें। किसी पर हाथ उठाना या अपशब्द बोलना आपको अपरिपक्व साबित करता है। अपनी मस्ती, अपनी खुशी, अपनी सफलता का पैमाना खुद तय करें। जीवन के हर क्षेत्र में आपका लक्ष्य आपका अपना होना चाहिए न कि दूसरे क्या चाहते हैं। लालच से थोड़ा बचकर चलना ही सुकून देता है।

Note::-


यदि आपके पास Hindi में कोई article, inspirational story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है::- kmsraj51@yahoo.in . पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

(((((::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51) …..)))))

Filed Under: MANMANI BABU ~ KMSRAJ51 Tagged With: 21 Century Yugpurush kmsraj51, 21st Century Yogiraj kmsraj51, great kms, happiness, happy, Happyness, Khusi, king kmsraj51, king-kms, kms, kms me, kms pasand, kmsme, KMSRAJ51 GREAT THOUGHTS, kmsraj51 ki pen se, kmsraj51 king, kmsraj51 kms-me, KMSRAJ51 OCEAN OF PREM, Manmani Babu kmsraj51, sap-kms, Sapna, sapna meri jaan, SAPNA MY HEART, Sapna-kms

महत्वपूर्ण इन्टरनेट लिंक ~ Useful Internet Links !!

::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51) …..

KMS-2014-51

kmsraj51 की कलम से …..
pen-kms

** महत्वपूर्ण इन्टरनेट लिंक ~ Useful Internet Links !!**


महत्वपूर्ण इन्टरनेट लिंक
Useful Links
________________________________________
• परमाणु ऊर्जा विभाग
• भारत सरकार
• हिन्दी फोन्ट, हिन्दी साफ्टवेयर, राजभाषा विभाग
• विश्वविद्यालय
• केन्द्रीय विश्वविद्यालय
• फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची
• स्कूल/विद्यालयीन शिक्षा
• तकनीकी शिक्षा विभाग
• छात्रवृत्ति एवं शिक्षा ऋण
• राष्ट्रीय विज्ञान केन्द्र
• विज्ञान अकादमी
• हिन्दी भाषा में कार्यरत संस्थाएं
• शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत संस्थाएं/गैर सरकारी संगठन (NGO)
• हिन्दी विज्ञान/साहित्यिक पत्रिकाएँ
• हिन्दी मुक्त ज्ञानकोष (Hindi Wikipedia)
• विविध रोचक एवं उपयोगी लिंक

परमाणु ऊर्जा विभाग
परमाणु ऊर्जा विभाग
http://www.dae.gov.in

भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र मुम्बई
http://www.barc.gov.in/

परमाणु ऊर्जा शिक्षण संस्था
http://www.aees.gov.in

टाटा मूलभूत अनुसंधान केंद्र मुम्बई
http://www.tifr.res.in

School of Mathematics, TIFR Mumbai
http://www.math.tifr.res.in

School of Natural Sciences, TIFR Mumbai
http://www.tifr.res.in/~vsrp/links/links.htm

School of Technology and Computer Science, TIFR Mumbai
http://www.tcs.tifr.res.in

Graduate Studies, TIFR Mumbai
http://univ.tifr.res.in

National Centre for Biological Science, Bangalore
http://www.ncbs.res.in

National Centre for Radio Astrophysics, Pune
http://ncra.tifr.res.in

International Centre for Theoretical Science, TIFR Mumbai
http://www.icts.res.in

होमी भाभा विज्ञान शिक्षा केन्द्र, मुम्बई
http://www.hbcse.tifr.res.in

National Initiative on Undergraduate Science (NIUS), HBCSE Mumbai
http://nius.hbcse.tifr.res.in/

होमी भाभा प्राथमिक विज्ञान पाठ्यक्रम
http://coglab.hbcse.tifr.res.in

विज्ञान ओलम्पियाड, मुम्बई
http://olympiads.hbcse.tifr.res.in/

भारत सरकार
भारत सरकार
http://goidirectory.nic.in/

भारत का राष्ट्रीय पोर्टल
http://india.gov.in

भारत विकास प्रवेशद्वार
http://www.indg.gov.in

विदेश मंत्रालय
http://meahindi.nic.in

हिन्दी फोन्ट, हिन्दी सॉफ्टवेयर, राजभाषा विभाग
राजभाषा विभाग भारत सरकार
http://rajbhasha.gov.in

भारतीय भाषाऔं के लिये प्रौद्योगिकी विकास (फोन्ट एवं साफ्टवेयर)
http://ildc.in

सूचना प्रौद्योगिकी विभाग
http://deity.gov.in/content/about-dit

प्रगत संगणन विकास केन्द्र
http://www.cdac.in/

डाउनलोड हिन्दी फोन्ट
http://www.wazu.jp/gallery/Fonts_Devanagari.html
http://www.ffonts.net/Hindi.html
http://devanaagarii.net/fonts/

डाउनलोड यूनिकोड हिन्दी फोन्ट
http://salrc.uchicago.edu/resources/fonts/available/hindi/
http://www.alanwood.net/unicode/fonts.html#devanagari

माईक्रोसॉफ्ट भाषा इण्डिया
http://www.bhashaindia.com/ilit/Hindi.aspx

फॉण्ट परिवर्तक
http://www.kavitakosh.org/convertfonts

वेबदुनिया का ‘डेटा कनवर्टर – यहाँ सैकड़ों फॉन्ट से यूनिकोड में बदलने की आनलाइन सुविधा है
http://utilities.webdunia.com/dataconversion.php

सम्पूर्ण फाइल (.txt) के फोण्ट को यूनिकोड फोण्ट में बदलने हेतु
http://uni.medhas.org/fileconverterindex.php5

ओपन आफिस में हिन्दी वर्तनी जाँचक (Spell Check) संस्थापित करने हेतु मार्गदर्शन
http://raviratlami.blogspot.com/2006/10/blog-post_07.html

विश्वविद्यालय
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC)
http://www.ugc.ac.in

नकली विश्वविद्यालय की राज्यवार सूची
http://www.ugc.ac.in/page/Fake-Universities.aspx

भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU)
http://www.aiuweb.org/Members/MembersA.asp

इंदिरा गाँधी राष्ट्रिय मुक्त विश्वविद्यालय
http://www.ignou.ac.in

मुक्त विश्वविद्यालयों/संस्थानों की सूची
http://www.dec.ac.in/Institutions.doc
http://mhrd.gov.in/state_open

दूरस्थ शिक्षा परिषद (Distance Education Council)
http://www.dec.ac.in

उच्चतर शिक्षा विभाग
http://mhrd.gov.in/higher_education

राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन विश्वविद्यालय
http://www.nuepa.org

केन्द्रीय विश्वविद्यालय
केन्द्रीय विश्व विद्यालय सूची
http://mhrd.gov.in/central_univ_eng_11

इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इलाहाबाद, उ.प्र.
http://www.allduniv.ac.in

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़
http://www.amu.ac.in

असम विश्वविद्यालय, सिलचर
http://www.aus.ac.in/

अंग्रेजी एवं विदेशी भाषाऐं विश्वविद्यालय, हैदराबाद
http://www.efluniversity.ac.in

बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ, उ.प्र.
http://www.bbau.ac.in/

बनारस (काशी) हिन्दु विश्वविद्यालय, बनारस, उ.प्र.
http://www.bhu.ac.in

दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
http://www.du.ac.in

हैदराबाद विश्वविद्यालय, हैदराबाद
http://www.uohyd.ac.in/

जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
http://jmi.ac.in/

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
http://www.jnu.ac.in

महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा, महाराष्ट्र
http://www.hindivishwa.org

मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय, हैदराबाद
http://www.manuu.ac.in

मणिपुर विश्वविद्यालय, इम्फाल, मणिपुर
http://manipuruniv.ac.in

मिजोरम विश्वविद्यालय, आइजॉल, मिजोरम
http://www.mzu.edu.in

नागालैण्ड विश्वविद्यालय, कोहिमा, नागालैण्ड
http://www.nagauniv.org.in

नोर्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी, शिलांग, मेघालय
http://www.nehu.ac.in

पांडिचेरी विश्वविद्यालय, पांडिचेरी
http://www.pondiuni.edu.in/

राजीव गांधी विश्वविद्यालय, ईटानगर, अरूणाचल प्रदेश
http://www.rgu.ac.in

सिक्किम विश्वविद्यालय, गंगटोक, सिक्किम
http://www.sikkimuniversity.in/webforms/Index.aspx

तेजपुर विश्वविद्यालय, नापाम, तेजपुर, असम
http://www.tezu.ernet.in

त्रिपुरा विश्वविद्यालय, सूर्यमणिनगर, त्रिपुरा (पश्चिम)
http://www.tripurauniv.in/

विश्व भारती, बिरभुम, पश्चिम बंगाल
http://www.visva-bharati.ac.in

डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर, म.प्र.
http://www.dhsgsu.ac.in/

गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
http://www.ggu.ac.in

हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर, उत्तराखण्ड
http://hnbgu.ac.in/

फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची
नकली विश्वविद्यालय की राज्यवार सूची
http://www.ugc.ac.in/page/Fake-Universities.aspx

स्कूल/विद्यालयीन शिक्षा
स्कूल रिपोर्ट कार्ड
http://schoolreportcards.in

स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग
http://mhrd.gov.in/schooleducation

केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
http://cbse.nic.in

केन्द्रीय विद्यालय संगठन
http://kvsangathan.nic.in

नवोदय विद्यालय समिति
http://www.navodaya.nic.in/

परमाणु ऊर्जा शिक्षण संस्था
http://www.aees.gov.in

तकनीकी शिक्षा विभाग
तकनीकी शिक्षा
http://mhrd.gov.in/technical_edu_hindi

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद
http://www.aicte-india.org/

छात्रवृत्ति एवं शिक्षा ऋण
राष्ट्रीय प्रतिभा खोज (National Talent Search)
http://www.ncert.nic.in/programmes/talent_exam/index_talent.html

किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (KVPY)
http://www.kvpy.org.in

छात्रवृत्ति एवं शिक्षा ऋण
http://education.nic.in/scholarship/scholarship.asp

J N Tata Endowment (विदेश में उच्च शिक्षा के लिए)
http://www.dorabjitatatrust.org

CENTRE FOR THE STUDY OF CULTURE AND SOCIETY
http://cscs.res.in/fellowships

भारत की अन्य छात्रवृत्तियों की सूची
http://www.scholarshipsinindia.com/
http://www.dst.gov.in/whats_new/advertisements.htm

सर रतन टाटा ट्रस्ट
http://www.srtt.org

राष्ट्रीय विज्ञान केन्द्र
राष्ट्रीय विज्ञान संचार एवं सूचना स्रोत संस्थान (NISCAIR)
http://www.niscair.res.in

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST)
http://dst.gov.in

विज्ञान प्रसार
http://www.vigyanprasar.gov.in/sitenew/

विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी राष्ट्रीय परिषद (NCSTC)
http://dst.gov.in/scientific-programme/s-t_ncstc.htm

राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (National Council of Science Museums)
http://www.ncsm.gov.in

विज्ञान अकादमी
भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी, नई दिल्ली
http://insaindia.org/index.php

भारतीय विज्ञान अकादमी, बेंगलौर
http://www.ias.ac.in

राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी, इलाहाबाद
http://nasi.nic.in

हिन्दी भाषा में कार्यरत संस्थाएं
केंद्रीय हिन्दी संस्थान, अगरा
http://www.hindisansthan.org/hi/index.htm

राष्ट्रीय अनुवाद मिशन, मैसूर
http://www.ntm.org.in

भारतीय भाषा संस्थान, मैसूर
http://www.ciil.org

शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत संस्थाएं/गैर सरकारी संगठन (NGO)
एकलव्य
http://eklavya.in

नवनिर्मिति

http://www.navnirmiti.org

दिगंतर
http://www.digantar.org

विक्रम ए साराभाई कम्मुनिटी साइंस सेंटर
http://www.vascsc.org

सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट
http://www.dorabjitatatrust.org/

ईस्ट एण्ड वेस्ट एजुकेशनल सोसायटी
http://www.eastwestindia.org

प्रथम
http://www.pratham.org/

अक्षरा
http://www.akshara.org.in/

अजीम प्रेमजी फॉउण्डेशन
http://www.azimpremjifoundation.org/

सेन्टर फॉर एन्वायरमेन्ट एजुकेशन
http://www.ceeindia.org/cee/index.html

मुस्कान
http://www.muskan.org/

idiscoveri
http://www.idiscoveri.com/

मराठी विज्ञान परिषद्
http://www.mavipamumbai.org/

कृष्णमूर्ती फॉउण्डेशन
http://www.kfionline.org/

सेन्टर फॉर लर्निंग
http://www.cfl.in/

Jidnyasa Trust Thane
http://www.jidnyasa.org.in/

ग्राम मंगल
http://www.grammangal.org/

EnviroVigil
http://envirovigil.org/Homepage.html

डोरस्टेप स्कूल
http://www.doorstepschool.org/

विज्ञान आश्रम
http://www.vigyanashram.com/

अगस्तय फॉउन्डेशन
http://www.agastya.org/

नवनिर्मिति
http://www.navnirmiti.org/

मुक्त आंगन विज्ञान शोधिका (पुलस्तय) IUCAA’s Children’s Science Centre
http://www.iucaa.ernet.in/~scipop/Pulastya/index.html

विनिमय
http://www.vinimaytrust.org/

हिन्दी विज्ञान/साहित्यिक पत्रिकाएँ
कविता कोश
http://www.kavitakosh.org/kk/index.php?title=कविता_कोश_मुखपृष्ठ

संदर्भ – शिक्षा की त्रैमासिक पत्रिका (एकलव्य)
http://www.eklavya.in/go/index.php?option=com_content&task=category&sectionid=13&id=51&Itemid=72

स्रोत (एकलव्य)
http://eklavya.in/go/index.php?option=com_content&task=category&sectionid=13&id=56&Itemid=81

चकमक (एकलव्य)
http://eklavya.in/go/index.php?option=com_content&task=category&sectionid=13&id=57&Itemid=84

भारत-दर्शन, हिन्दी साहित्यिक पत्रिका
http://www.bharatdarshan.co.nz

वागर्थ हिन्दी मासिक पत्रिका
http://www.bharatiyabhashaparishad.com

अनुभूति
http://www.anubhuti-hindi.org

अभिव्यक्ति
http://www.abhivyakti-hindi.org

अन्यथा
http://www.anyatha.com

हिन्दी नेस्ट डॉट कॉम
http://hindinest.com

शिक्षा विमर्श
http://www.digantar.org/vimarsh

हिन्दी चेतना (कनाडा)
http://www.vibhom.com

गीता-कविता
http://www.geeta-kavita.com/Default.asp

हिन्दी मुक्त ज्ञानकोष (Hindi Wikipedia)
हिन्दी मुक्त ज्ञानकोष (wikipedia)
http://hi.wikipedia.org/wiki/मुखपृष्ठ

हिन्दी विकि-शब्दकोश
http:hi.wiktionary.org/wiki/मुख्य_पृष्ठ

इंटरनेट पर हिन्दी के साधन
http://hi.wikipedia.org/wiki/इंटरनेट_पर_हिन्दी_के_साधन

हिन्दी वेब साइट की सूची
http://hi.wikipedia.org/wiki/हिन्दी_में_वैब_साइट्स_की_एक_सूची

देवनागरी में कैसे टाइप करें
http://hi.wikipedia.org/wiki/विकिपीडिया:देवनागरी_में_कैसे_टाइप_करें

इन्टरनेट पर स्थित हिन्दी पत्रिकाएँ
http://hi.wikipedia.org/wiki/अन्तरजाल_पर_स्थित_हिन्दी_पत्रिकाएँ

ऑन लाइन हिन्दी समाचार पत्र
http://hi.wikipedia.org/wiki/अन्तरजालीय_हिन्दी_समाचार_स्थल

विविध रोचक एवं उपयोगी लिंक
सौर मण्डल का त्रि-आयामी एवं इन्टरैक्टिव मॉडल
http://www.solarsystemscope.com

भोजपुरी मुक्त ज्ञानकोष (wikipedia)
http://bh.wikipedia.org/wiki/पहिलका_पन्ना

मराठी मुक्त ज्ञानकोष (wikipedia)
http://mr.wikipedia.org/wiki/मुखपृष्ठ

ऑन लाइन हिन्दी कीबोर्ड
http://swecha.org/input/index.html

ऑन लाइन हिन्दी कीबोर्ड
http://www.google.com/intl/hi/inputtools/cloud/try/

ऑन स्क्रीन हिन्दी कीबोर्ड
http://labs.google.co.in/keyboards/hindi.html

ऑन लाइन अनुवाद के लिए
http://www.google.co.in/language_tools?hl=en
http://www.mantra-rajbhasha.cdac.in/mantrarajbhasha/

रोजगार समाचार
http://www.employmentnews.gov.in

राजभाषा.काम
http://www.rajbhasha.com

वेब दुनिया
http://hindi.webdunia.com

भारत कोश
http://hi.bharatdiscovery.org


::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51) …..
kms1006

Note::-
यदि आपके पास Hindi में कोई article, inspirational story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है::- kmsraj51@yahoo.in . पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

@@@@@ ::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51) ….. @@@@@

Filed Under: INTERNET & TECHNOLOGY Tagged With: 21 Century Yugpurush kmsraj51, 21st Century Yogiraj kmsraj51, GREAT INDIAN GURU KMSRAJ51, great kms, GREAT SPIRITUAL INDIAN GURU KMSRAJ51, Guru Maharaj KMSRAJ51, INDIAN TECHNOLOGY, Interview Tips In Hindi by kmsraj51, Jyoti-Kala-Son-kmsraj51, king kmsraj51, king-kms, kms, kms me, kms pasand, kmsme, kmsraj 51 king, Kmsraj51, KMSRAJ51 - MANMANIBABU, kmsraj51 great Story In Hindi, KMSRAJ51 GREAT THOUGHTS, kmsraj51 ki pen se, kmsraj51 ki pen se Health, kmsraj51 king, kmsraj51 kms-me, KMSRAJ51 OCEAN OF PREM, kmsraj51 technology, KMSRAJ51-KRISHNA, kmsraj51~Interview Tips, KRISHNA MOHAN SINGH (KMSRAJ51), mrssonkmsraj51, mrssonkmsraj51 & groups of companis, OCEAN OF PREM-KMSRAJ51, OCEAN OF TECHNOLOGY, OM SAI RAM, Om Sairam, Peaceful Mind KMSRAJ51, Prem ke Sagar kmsraj51, RADHA-KRISHNA KMSRAJ51, Rajyogi Kmsraj51, SAI, SAI KMSRAJ51, SAI RAM, SAI RAM SAI SHYAM, SAP, sap-kms, sapna meri jaan, SAPNA MY HEART, Sapna-kms, singh-is-king-kms, Soul Power kmsraj51, Success Mantra by kmsraj51 ki pen se, Super Success Power of mind kmsraj51, SWAMI KMSRAJ51, Techniques, TECHNO, TECHNOLOGY, Useful Internet Links, Website, Will Power kmsraj51, World most stable mind kmsraj51, YOGIRAJ KMS, YOGIRAJ KMSRAJ51, yugpurush kmsraj51

सन् 1600 बनाम सन् 2014 – 40 ~ Year 1600 vs. Year 2014 – 40 !!

::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51) …..


kmsraj51 की कलम से …..
pen-kms

** सन् 1600 बनाम सन् 2014-40 ….. **

वर्तमान दौर चाहे वह राजनीति का हो या आर्थिक या फिर इस देश के चिर-संस्कारों से निर्मित नैतिक मूल्यों का ये सभी एक बहुत ही भयावह दौर से गुजर रहे हैं शायद कुछ लोग जो विद्वता के धनी है इसे संक्रमण काल के नाम से भी जानते हैं तो कुछ लोग इसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रयोगवाद कह रहे हैं लेकिन यह समय मात्र और मात्र एक सच्चे भारतीय जो इसकी अखंडता एवं गौरवमयी इतिहास से थोड़ा भी सरोकार रखता है, के लिए बहुत ही विषम एवं चिंताजनक है स्पष्ट रुप में कहें तो बहुत ही भयावह है।
इतिहास गवाह है कि इस देश की मिट्टी इतनी उपजाऊ है कि इसने एक से एक संस्कारी महापुरुष तथा देशभक्त पैदा किए हैं लेकिन यह इस मिट्टी का दुर्भाग्य है कि विनाशकारी खरपतवार के रुप में यहां जयचंदों ने भी जन्म लिया है तथा इस पावन धरा को कलंकित किया है। आज का भारत भी इसी दौर से गुजर रहा है जहां ख्ररपतवार इतना बढ़ गया है कि अब पोषक फसलें नज़र ही नहीं आती और यह स्थिती केवल राजनीति ही नहीं कमोबेश हर क्षेत्र की हैं। इसका मात्र और एक मात्र कारण हमारे चिर-संस्कारों एवं मूल्यों का ह्रास होना है। मूल्यों एवं आदर्शों का प्रवाह सदैव शीर्ष से होता है और कहा भी है कि यथा राजा-तथा प्रजा लेकिन आज अपने क्षुद्र स्वार्थों की पूर्ति के लिए हमारे देश के कर्णधार नेतृत्व कर्ताओं ने इस उक्ति को ही बदल दिया और बयान दिया कि जैसी जनता है वैसे ही नेतृत्व कर्ता बनेंगे अर्थात ये लोग जनता के इच्छानुसार ही अपने हित साधन के लिए सारे अपराध एवं भ्रष्ट तंत्र को बढ़ावा दे रहे हैं। आखिर वो कौन सी प्रजा या जनता है जिसने राजा को भ्रष्ट एवं डकैत बनने के लिए जनादेश दिया? शायद इसका उत्तर यह है कि इस देश में जनता या नागरिक नाम की कोई व्यवस्था अब अस्तित्व में ही नहीं है यहां केवल उपभोक्तावादी संस्कृति के पोषक मतदाता रहते हैं जिन्हें कोई भी खरीद सकता है तथा ये तथाकथित मतदाता भोली चिड़ियाओं की भांति किसी भी बहेलिए के जाल में फंसने को आतुर है। फिर चाहे वह बहेलिए देशी हो या विदेशी इससे इनको कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि लालच ने संवेदनाओं को मृत प्राय: कर दिया है। इन चिड़ियाओं को स्वतंत्र आसमान से बेहतर सुख-सुविधा युक्त वो स्वप्निल सोने का पिंजड़ा अधिक रास आने लगा है जिसका कोई अस्तित्व ही नहीं और जो मात्र और मात्र एक छलावा भर है।

आज इस देश की जनता को देश के प्रोफाईल से अधिक अपना हाई प्रोफाईल प्रिय है कमोबेश आज हमारा देश गुलामी से पहले के उसी दौर से गुजर रहा हैं। जनता विभिन्न मुद्दों पर आपस में बंटी हुई है चाहे वो आरक्षण का मुद्दा हो या राज्यवाद या फिर धर्म या जातिवाद का चारों और विघटनकारी शक्तियों का बोलबाला हैं हर आदमी ने अपने चारों और अपने स्वार्थों का एक घेरा बना रखा है तथा इस घेरे या उसके क्षुद्र स्वार्थों को नुकसान पहुंचाने वाला हर आदमी उसका शत्रु है। इस देश में अपनी जातिगत गौरव गाथा गाने वाले इतने जातिगत व धार्मिक सामाजिक संगठन है जिनको शायद गिनना भी संभव नहीं होगा लेकिन दुर्भाग्य है कि वे महापुरुष जो राष्ट्र के लिए एक होकर लड़े उनको भी इन कम्बख्तों ने अपने स्वार्थ के अनुरुप बांट दिया । आज कहीं भी अखिल भारतीय समाज नाम की कोई संस्था नही है क्योंकि सभी ने अपने आपको कई सांचों में बांट लिया है तथा सभी के अपने अपने हित हैं जिनके लिए वे लड़ रहे है उनकी तरफ से देश भले गर्त में जाए कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन उन्हें यह पता नही कि जब तक यह देश अखंड एवं सुरक्षित है तभी तक उनका या उनके समाज का अस्तित्व है: आज की युवा पीढ़ी को एक अदद नौकरी और सुख सुविधा युक्त घर से अधिक सोचने की जरूरत महसूस नहीं होती देश के विषय में या अपनी सभ्यता संस्कृति के बारे में मनन करने का कोई औचित्य नहीं हैं अपने घर की बनी रोटी भी यदि विदेशी पेकिंग में दी जाती है तो खुशी होती है। आज कमोबेश हर दूसरा आदमी मानसिक गुलामी के दौर से गुजर रहा है राष्ट्र छद्म अराजकता के वातावरण से गुजर रहा है। क्या यही स्वतंत्रता है? विकास के नाम पर अपने स्वाभिमान, राष्ट्रीय संस्कृति को भूलाना तथा भौतिकता के चकाचौंध में प्राकृतिक संसाधनों का बंदरबांट कर देश को रसातल की और ले जाना, क्या आजादी का यही मतलब है?

आज के दौर की तुलना भारत के राजपूतकालीन समय से की जा सकती है जब भारत कई छोटी- छोटी रियासतों में बंटा हुआ था तथा ये रियासतें छुद्र स्वार्थों की पूर्ती हेतु आपस में लड़ती रहती थीं। विलासिता एवं अकर्मण्यता की पर्याय बन चुकी ये रियासतें अंदर से जर्जर हो चुकी थी।परिणामस्वरूप ये रियासतें कमजोर होती गईं विदेशी आक्रांताओं ने अपनी हवस एवं बेलगाम क्षुधा की पूर्ति हेतु इसा पावन धरा को कलुषित किया ताकत का एक बड़ा भाग भारतीय समाज कई बुराईयों जैसे छुआछुत, उच्श्रंखल जातिवाद , संप्रदायवाद इत्यादि में जकड़ा हुआ था तो क्या आज कमोबेश हमारे सामने वही परिदृश्य नहीं दिखाई दे रहा है। किसी ने क्या खूब कहा है कि इतिहास अपनी पुनरावृत्ति करता है पर क्या इतने कम अंतराल पर और क्या हम इससे सीख लेने के बजाय इसकी पुनरावृति होने देंगें। आज ये छोटे-छोटे राज्य जो कि नदी के पानी, भाषा, खनिजों के आधिपत्य के लिए न्यायालय में हाजिरी दे रहे हैं और सैकड़ों पार्टियां जो क्षुद्र स्वार्थों के लिए जनता को सब्ज बाग दिखा कर उनका वोटा हासिल कर रही हैं तत्पश्चात उसी जनता का शोषण तो क्या ये आजादी और उससे भी पूर्व अंग्रेजों के आगमन के समय का परिदृश्य प्रस्तुत नहीं कर रही है तथा जनता लाचार कई मतभेदों में उलझी हुई निरिह बनी सब कुछ सहने को विवश है।अगर इसी का नाम आजादी है तो वह दिन दूर नहीं जब इस देश के गद्दार इस देश की अमूल संपदा के साथ-साथ यहां के कथित मतदाताओं के भविष्य का भी किसी विदेशी के हाथों सौदा कर दें तथा बाद में कहें कि जीडीपी बढ़ाने के लिए यह जरूरी था।
जिस देश के पड़ोसी ताकतवर, कूटनीतिक एवं साम्राज्यवादी हों उस देश का राजनैतिक व नैतिक पतन की ओर अग्रसर होना उसके दुश्मनों के मार्ग को और सुगम बना देता है तथा वह देश बिना किसी युद्ध के ही गुलाम बनाया जा सकता है क्योंकि किसी देश का नेतृत्व ही उस देश की समृद्धि और ताकत का आईना होता है जिसमें उस देश की बाकी आवाम की झलक देखी जा सकती है।

संजय मिश्र “सदांश”

नोट: यह रचना किसी विशेष वर्ग, समुदाय या व्यक्ति विशेष पर आधारित नहीं है, न ही हमारा उद्देश्य किसी के दिल को ठेस पहुंचाना है । यह लेख पूर्ण रुप से मां भारती को समर्पित है। यदि कोई तथ्य किसी से मिलता है तो यह संयोग मात्र होगा।

** Important Note:: यह लेख संजय मिश्रा द्वारा शेयर किया गया है !! http://kmsraj51.wordpress.com/ **
पर ** दिल से धन्यवाद संजय भाई !! **
IMG_0033
** संजय मिश्रा **

::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51) …..
cropped-kms10060.jpg

Note::-
यदि आपके पास Hindi में कोई article, inspirational story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है::- kmsraj51@yahoo.in . पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

@@@@@ ::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51) ….. @@@@@

Filed Under: 2014 - KMSRAJ51 KI PEN SE ....., Hindi - Quotes, Hindi Motivational Story !!, INDIAN NATIONAL Tagged With: Always think positive, GREAT INDIAN THOUGHTS, HINDI THOUGHTS, INDIAN POLITICAL, KMSRAJ51 GREAT THOUGHTS, NATIONAL, positive brain, positive mind, Positive Soul, Positive Thoughts, Positive Thoughts in Hindi, Year 1600 vs. Year 2013 !!

बोर्ड परीक्षा की तैयारी ~ Board Exam preparation methods !!

::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51) …..

kmsraj51 की कलम से …..
pen-kms

कुछ छात्रों में बोर्ड परीक्षा को लेकर एक अजीब सा डर रहता है। पूरी तैयारी के बावजूद भी उन्हें मुश्किलें आती हैं। बोर्ड परीक्षा के लिए अच्छी तैयारी के अलावा जरूरी है कि इसे पूर्ण रूप से नियोजित बनाएँ।

व्यवस्थित रूप से की गई पढ़ाई द्वारा कोई भी विद्यार्थी परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकता है। यह आवश्यक है कि पहले अपेक्षाकृत आसान अध्यायों का अध्ययन करके, उसके पश्चात उत्तीर्ण होने के लिए न्यूनतम अंक प्राप्त कर सकें। तत्पश्चात अपेक्षाकृत कठिन अध्यायों की ओर जाना चाहिए। परीक्षा में अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होने के लिए निम्न बिंदुओं पर ध्यान देना आवश्यक है-

cropped-kms_0-1052.jpg

* हमेशा लिखकर याद करें। इससे गलतियों की संभावना कम होगी।

* रटकर याद करने से बचें। इससे आशंका पूरी तरह नहीं समाप्त होती है। किसी भी विषय के मूल को पहले समझने का प्रयास करें।
कुछ छात्रों में बोर्ड परीक्षा को लेकर एक अजीब सा डर रहता है। पूरी तैयारी के बावजूद भी उन्हें मुश्किलें आती हैं।
बोर्ड परीक्षा के लिए अच्छी तैयारी के अलावा जरूरी है कि इसे पूर्ण रूप से नियोजित बनाएँ।

* समय-समय पर अपने पाठ को दोहराते रहें और प्रतिदिन इसके लिए कम से कम आधे घंटे का समय निकालें।

* सैंपल पेपर में से पहले उन प्रश्नों को छाँटकर निकाल लें, जिसके उत्तर आपको नहीं आ रहे हैं।

* अंकों के प्रश्न हल करते वक्त हमेशा फार्मूला लिखें, उसके बाद प्रश्न को इस फार्मूले के आधार पर हल करें।

* हल हो चुके प्रश्नों का महत्व समझें और प्रश्न करने के पश्चात अपने उत्तर को हल से अवश्य मिलाएँ।

* लॉग व एंटीलॉग प्रश्नों का अधिक अभ्यास करें।

* भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र आदि विषयों के फार्मूले बनाकर उन्हें अपने कमरे की दीवार पर लगा लें, जिससे चलते-फिरते आप उन्हें दोहरा सकें।

Note::-

यदि आपके पास Hindi में कोई article, inspirational story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है::- kmsraj51@yahoo.in . पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!


cropped-kms10060.jpg

(((((::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51) …..)))))


cropped-kms_0-1052.jpg

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

Filed Under: MANMANI BABU ~ KMSRAJ51 Tagged With: 21 Century Yugpurush kmsraj51, 21st Century Yogiraj kmsraj51, Board Exam preparation, Board Exam preparation methods, Education Tips In Hindi, Exam, Exam Guru, Exam Manta, Exam Preparation Tips in Hindi, Exam Success Sutra, Exam Tips in Hindi, Examination Hall, Guru Maharaj KMSRAJ51, Hindi Education Tips, Hindi Exam Tips & Tricks, Ho Ja Tension Free, How to Achive More Mark in Exam, How to Avoid Exam Fever, How to Prepare for Exams, Interview Tips In Hindi by kmsraj51, Jyoti-Kala, Jyoti-Kala-Son-kmsraj51, king kmsraj51, kms, kms pasand, kmsraj 51 king, Kmsraj51, KMSRAJ51 GREAT THOUGHTS, kmsraj51 ki pen se, KMSRAJ51 OCEAN OF PREM, Krishna Mohan Singh(kmsraj51), Maa-KMS, Man ke Malik, Manmani Babu kmsraj51, mekms, meri Maa, MRS SON KMSRAJ51, OCEAN OF PREM-KMSRAJ51, Prem ke Sagar kmsraj51, Remove Board Exam Tension, Remove Inner Weakness, sap-kms, sapna meri jaan, SAPNA MY HEART, Simple Exam Tips, Simple Way of Success, singh-is-king-kms

बीती ताही बिसार दे, आगे की सुधि लेय।

Kmsraj51 की कलम से…..

Kmsraj51-CYMT09

बीती ताही बिसार दे, आगे की सुधि लेय।

http://kmsraj51.com/
बीती ताही बिसार दे, आगे की सुधि लेय।

तारीखें बदलती हैं, साल बदलते हैं, किन्तु वक्त के इस बदलाव में सपने नही बदलते, आशाएं नही बदलती। आगे बढने की चाह कभी कमजोर नही होती। यही सोच विकास को मजबूती देती है। गतिमान समय के साथ अक्सर धूप के बीच बादल रूपी परेशानियाँ या असफलताएं भी अपने होने का एहसास करा देती हैं। कई बार ऐसा देखा जाता है कि इन क्षणिंक असफलताओं से हम में से कई लोग घबङा जाते हैं, जिसका असर आने वाले पल पर भी पढता है।

सच तो ये है कि, सभी परिस्थितियाँ कुछ न कुछ सबक दे कर जाती हैं। बदलती तारीखों के साथ प्रत्येक क्षेत्र में कुछ न कुछ बदलाव भी होता रहता है। जो समाज के विकास में भी जरूरी हैं। बहुत पहले डार्विन ने एक सिद्धान्त प्रतिपादित किया था कि, जो जीव परिस्थिती के अनुरूप अपने को ढाल लिये वही सरवाइव किये। ये सिद्धान्त आज की भागदौङ और तनाव भरी जिंदगी में अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि आज वही सरवाइव कर सकता है जो नए माहौल के अनुरूप स्वंय को ढाल लेता है। जिंदगी की इस रेस में हम कई बार जीतते हैं तो कई बार हार भी जाते हैं। लेकिन यदि हम अपना दिमाग खुला रखें तो हर अनुभव हमें समृद्ध बनाता है।

आजकल एक बङी समस्या ये भी है कि, प्रेम में असफल युवा अपनी इस असफलता को जिंदगी की हार समझ लेते हैं। जबकि उनके पास अनेक ऐसी क्षमताएं होती हैं, जिससे वे नया इतिहास रच सकते हैं। उन युवकों को ये समझना चाहिए कि आधुनिक तकनिकों से लैस 21वीं सदी हीर-रांझा या लैला-मजनू का समय नही है। आज ‘टू मिनट नूडल्स’ की दुनिया में प्रेम भी शार्ट टर्म कोर्स की तरह हो गया है। फेसबुक, ट्यूटर, वाट्सअप जैसे नवीन संचार साधनो के जमाने में भावनात्मक ताने-बाने को ढूंढना किसी मूर्खता से कम नही है। आज दोस्ती, कल ब्रेकअप वाले रिश्तों की यादों में स्वंय को समेटना और जिंदगी के किमती पलों को दुश्वर बनाना किसी आत्महत्या से कम नही है।

तारीखों के बदलते ही जो यादें या डर विकास की राह में बाधा पहुँचाए उन्हे अपनी मेमोरीकार्ड से डीलिट कर देना चाहिए। अर्थात “बीती ताही बिसार दे आगे की सुधि लेय”। खाली हुए स्पेस में सकारात्मक विचारों को सेव(Save) कर लेना चाहिए। इन सकारात्मक विचारों से ही डर पे जीत हासिल होती है। मन में ये संकल्प करें कि सकारात्मक हौसले की उङान से मंजिल तय करेंगे। दोस्तों, यकीनन किसी हाई वे पर हँसती खेलती जिंदगी आप का इंतजार करती मिल जायेगी।

http://kmsraj51.com/
http://kmsraj51.com/
धन्यवाद,
अनीता शर्मा जी।

श्रीमती -अनीता शर्मा जी। (http://roshansavera.blogspot.in/)

I am grateful to Mrs. Anita Sharma Ji, for sharing inspirational thoughts in Hindi with Kmsraj51 readers.

एक अपील –

आज कई दृष्टीबाधित बच्चे अपने हौसले से एवं ज्ञान के बल पर अपने भविष्य को सुनहरा बनाने का प्रयास कर रहे हैं। कई दृष्टीबाधित बच्चे तो शिक्षा के माधय्म से अध्यापक पद पर कार्यरत हैं। उनके आत्मनिर्भर बनने में शिक्षा का एवं आज की आधुनिक तकनिक का विशेष योगदान है। आपका साथ एवं नेत्रदान का संकल्प कई दृष्टीबाधित बच्चों के जीवन को रौशन कर सकता है। मेरा प्रयास शिक्षा के माध्यम से दृष्टीबाधित बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना है। इस प्रयोजन हेतु, ईश कृपा से एवं परिवार के सहयोग से कुछ कार्य करने की कोशिश कर रहे हैं जिसको YouTube पर “audio for blind by Anita Sharma” लिख कर देखा जा सकता है।

आपका सबका प्रिय दोस्त,

Krishna Mohan Singh(KMS)
Head Editor Founder & CEO
of,,  http://kmsraj51.com/

 

———– @ Best of Luck @ ———–

Note::-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

Also mail me ID: cymtkmsraj51@hotmail.com (Fast reply)

cymt-kmsraj51

– कुछ उपयोगी पोस्ट सफल जीवन से संबंधित –

* विचारों की शक्ति-(The Power of Thoughts)

http://wp.me/p3gkW6-1dk

* खुश रहने के तरीके हिन्दी में।

http://wp.me/p3gkW6-mn

* अपनी खुद की किस्मत बनाओ।

http://wp.me/p3gkW6-1dD

* सकारात्‍मक सोच है जीवन का सक्‍सेस मंत्र 

http://wp.me/p3gkW6-Ig

* चांदी की छड़ी।

http://wp.me/p3gkW6-1ep

 

 

_______Copyright © 2014 kmsraj51.com All Rights Reserved.________

Filed Under: 2014 - KMSRAJ51 KI PEN SE ....., MANMANI BABU ~ KMSRAJ51 Tagged With: ACHIVE YOUR AIM, Always cool mind, Always listen our inner voice, ALWAYS POSITIVE THINKER, Always Remove our Inner Weakness, Always Research Minded, Always Think Different, Always think positive, Anita Sharma, ANY THING IS POSSIBLE FOR YOU, GREAT HINDI QUOTES, GREAT THOUGHTS OF KMSRAJ51, http://kmsraj51.com/, http://roshansavera.blogspot.in/, KMSRAJ51 - ALWAYS POSITIVER THINKER FOUNDATION YEAR - MARCH - 2013, KMSRAJ51 GREAT THOUGHTS, kmsraj51 ki pen se, KMSRAJ51 THOUGHTS, MRSSONKMSRAJ51&GROUPSOFCOMPANIS, Prem ke Sagar kmsraj51, Present Time Child, YOGIRAJ KMS, YOGIRAJ KMSRAJ51, YOUTH POWER, yugpurush kmsraj51

महत्वपूर्ण इन्टरनेट लिंक ~ Useful Internet Links !!

::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51) …..

KMS-2014-51

kmsraj51 की कलम से …..
pen-kms

** महत्वपूर्ण इन्टरनेट लिंक ~ Useful Internet Links !!**


महत्वपूर्ण इन्टरनेट लिंक
Useful Links
________________________________________
• परमाणु ऊर्जा विभाग
• भारत सरकार
• हिन्दी फोन्ट, हिन्दी साफ्टवेयर, राजभाषा विभाग
• विश्वविद्यालय
• केन्द्रीय विश्वविद्यालय
• फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची
• स्कूल/विद्यालयीन शिक्षा
• तकनीकी शिक्षा विभाग
• छात्रवृत्ति एवं शिक्षा ऋण
• राष्ट्रीय विज्ञान केन्द्र
• विज्ञान अकादमी
• हिन्दी भाषा में कार्यरत संस्थाएं
• शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत संस्थाएं/गैर सरकारी संगठन (NGO)
• हिन्दी विज्ञान/साहित्यिक पत्रिकाएँ
• हिन्दी मुक्त ज्ञानकोष (Hindi Wikipedia)
• विविध रोचक एवं उपयोगी लिंक

परमाणु ऊर्जा विभाग
परमाणु ऊर्जा विभाग
http://www.dae.gov.in

भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र मुम्बई
http://www.barc.gov.in/

परमाणु ऊर्जा शिक्षण संस्था
http://www.aees.gov.in

टाटा मूलभूत अनुसंधान केंद्र मुम्बई
http://www.tifr.res.in

School of Mathematics, TIFR Mumbai
http://www.math.tifr.res.in

School of Natural Sciences, TIFR Mumbai
http://www.tifr.res.in/~vsrp/links/links.htm

School of Technology and Computer Science, TIFR Mumbai
http://www.tcs.tifr.res.in

Graduate Studies, TIFR Mumbai
http://univ.tifr.res.in

National Centre for Biological Science, Bangalore
http://www.ncbs.res.in

National Centre for Radio Astrophysics, Pune
http://ncra.tifr.res.in

International Centre for Theoretical Science, TIFR Mumbai
http://www.icts.res.in

होमी भाभा विज्ञान शिक्षा केन्द्र, मुम्बई
http://www.hbcse.tifr.res.in

National Initiative on Undergraduate Science (NIUS), HBCSE Mumbai
http://nius.hbcse.tifr.res.in/

होमी भाभा प्राथमिक विज्ञान पाठ्यक्रम
http://coglab.hbcse.tifr.res.in

विज्ञान ओलम्पियाड, मुम्बई
http://olympiads.hbcse.tifr.res.in/

भारत सरकार
भारत सरकार
http://goidirectory.nic.in/

भारत का राष्ट्रीय पोर्टल
http://india.gov.in

भारत विकास प्रवेशद्वार
http://www.indg.gov.in

विदेश मंत्रालय
http://meahindi.nic.in

हिन्दी फोन्ट, हिन्दी सॉफ्टवेयर, राजभाषा विभाग
राजभाषा विभाग भारत सरकार
http://rajbhasha.gov.in

भारतीय भाषाऔं के लिये प्रौद्योगिकी विकास (फोन्ट एवं साफ्टवेयर)
http://ildc.in

सूचना प्रौद्योगिकी विभाग
http://deity.gov.in/content/about-dit

प्रगत संगणन विकास केन्द्र
http://www.cdac.in/

डाउनलोड हिन्दी फोन्ट
http://www.wazu.jp/gallery/Fonts_Devanagari.html
http://www.ffonts.net/Hindi.html
http://devanaagarii.net/fonts/

डाउनलोड यूनिकोड हिन्दी फोन्ट
http://salrc.uchicago.edu/resources/fonts/available/hindi/
http://www.alanwood.net/unicode/fonts.html#devanagari

माईक्रोसॉफ्ट भाषा इण्डिया
http://www.bhashaindia.com/ilit/Hindi.aspx

फॉण्ट परिवर्तक
http://www.kavitakosh.org/convertfonts

वेबदुनिया का ‘डेटा कनवर्टर – यहाँ सैकड़ों फॉन्ट से यूनिकोड में बदलने की आनलाइन सुविधा है
http://utilities.webdunia.com/dataconversion.php

सम्पूर्ण फाइल (.txt) के फोण्ट को यूनिकोड फोण्ट में बदलने हेतु
http://uni.medhas.org/fileconverterindex.php5

ओपन आफिस में हिन्दी वर्तनी जाँचक (Spell Check) संस्थापित करने हेतु मार्गदर्शन
http://raviratlami.blogspot.com/2006/10/blog-post_07.html

विश्वविद्यालय
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC)
http://www.ugc.ac.in

नकली विश्वविद्यालय की राज्यवार सूची
http://www.ugc.ac.in/page/Fake-Universities.aspx

भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU)
http://www.aiuweb.org/Members/MembersA.asp

इंदिरा गाँधी राष्ट्रिय मुक्त विश्वविद्यालय
http://www.ignou.ac.in

मुक्त विश्वविद्यालयों/संस्थानों की सूची
http://www.dec.ac.in/Institutions.doc
http://mhrd.gov.in/state_open

दूरस्थ शिक्षा परिषद (Distance Education Council)
http://www.dec.ac.in

उच्चतर शिक्षा विभाग
http://mhrd.gov.in/higher_education

राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन विश्वविद्यालय
http://www.nuepa.org

केन्द्रीय विश्वविद्यालय
केन्द्रीय विश्व विद्यालय सूची
http://mhrd.gov.in/central_univ_eng_11

इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इलाहाबाद, उ.प्र.
http://www.allduniv.ac.in

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़
http://www.amu.ac.in

असम विश्वविद्यालय, सिलचर
http://www.aus.ac.in/

अंग्रेजी एवं विदेशी भाषाऐं विश्वविद्यालय, हैदराबाद
http://www.efluniversity.ac.in

बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ, उ.प्र.
http://www.bbau.ac.in/

बनारस (काशी) हिन्दु विश्वविद्यालय, बनारस, उ.प्र.
http://www.bhu.ac.in

दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
http://www.du.ac.in

हैदराबाद विश्वविद्यालय, हैदराबाद
http://www.uohyd.ac.in/

जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
http://jmi.ac.in/

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
http://www.jnu.ac.in

महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा, महाराष्ट्र
http://www.hindivishwa.org

मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय, हैदराबाद
http://www.manuu.ac.in

मणिपुर विश्वविद्यालय, इम्फाल, मणिपुर
http://manipuruniv.ac.in

मिजोरम विश्वविद्यालय, आइजॉल, मिजोरम
http://www.mzu.edu.in

नागालैण्ड विश्वविद्यालय, कोहिमा, नागालैण्ड
http://www.nagauniv.org.in

नोर्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी, शिलांग, मेघालय
http://www.nehu.ac.in

पांडिचेरी विश्वविद्यालय, पांडिचेरी
http://www.pondiuni.edu.in/

राजीव गांधी विश्वविद्यालय, ईटानगर, अरूणाचल प्रदेश
http://www.rgu.ac.in

सिक्किम विश्वविद्यालय, गंगटोक, सिक्किम
http://www.sikkimuniversity.in/webforms/Index.aspx

तेजपुर विश्वविद्यालय, नापाम, तेजपुर, असम
http://www.tezu.ernet.in

त्रिपुरा विश्वविद्यालय, सूर्यमणिनगर, त्रिपुरा (पश्चिम)
http://www.tripurauniv.in/

विश्व भारती, बिरभुम, पश्चिम बंगाल
http://www.visva-bharati.ac.in

डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर, म.प्र.
http://www.dhsgsu.ac.in/

गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
http://www.ggu.ac.in

हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर, उत्तराखण्ड
http://hnbgu.ac.in/

फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची
नकली विश्वविद्यालय की राज्यवार सूची
http://www.ugc.ac.in/page/Fake-Universities.aspx

स्कूल/विद्यालयीन शिक्षा
स्कूल रिपोर्ट कार्ड
http://schoolreportcards.in

स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग
http://mhrd.gov.in/schooleducation

केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
http://cbse.nic.in

केन्द्रीय विद्यालय संगठन
http://kvsangathan.nic.in

नवोदय विद्यालय समिति
http://www.navodaya.nic.in/

परमाणु ऊर्जा शिक्षण संस्था
http://www.aees.gov.in

तकनीकी शिक्षा विभाग
तकनीकी शिक्षा
http://mhrd.gov.in/technical_edu_hindi

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद
http://www.aicte-india.org/

छात्रवृत्ति एवं शिक्षा ऋण
राष्ट्रीय प्रतिभा खोज (National Talent Search)
http://www.ncert.nic.in/programmes/talent_exam/index_talent.html

किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (KVPY)
http://www.kvpy.org.in

छात्रवृत्ति एवं शिक्षा ऋण
http://education.nic.in/scholarship/scholarship.asp

J N Tata Endowment (विदेश में उच्च शिक्षा के लिए)
http://www.dorabjitatatrust.org

CENTRE FOR THE STUDY OF CULTURE AND SOCIETY
http://cscs.res.in/fellowships

भारत की अन्य छात्रवृत्तियों की सूची
http://www.scholarshipsinindia.com/
http://www.dst.gov.in/whats_new/advertisements.htm

सर रतन टाटा ट्रस्ट
http://www.srtt.org

राष्ट्रीय विज्ञान केन्द्र
राष्ट्रीय विज्ञान संचार एवं सूचना स्रोत संस्थान (NISCAIR)
http://www.niscair.res.in

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST)
http://dst.gov.in

विज्ञान प्रसार
http://www.vigyanprasar.gov.in/sitenew/

विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी राष्ट्रीय परिषद (NCSTC)
http://dst.gov.in/scientific-programme/s-t_ncstc.htm

राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (National Council of Science Museums)
http://www.ncsm.gov.in

विज्ञान अकादमी
भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी, नई दिल्ली
http://insaindia.org/index.php

भारतीय विज्ञान अकादमी, बेंगलौर
http://www.ias.ac.in

राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी, इलाहाबाद
http://nasi.nic.in

हिन्दी भाषा में कार्यरत संस्थाएं
केंद्रीय हिन्दी संस्थान, अगरा
http://www.hindisansthan.org/hi/index.htm

राष्ट्रीय अनुवाद मिशन, मैसूर
http://www.ntm.org.in

भारतीय भाषा संस्थान, मैसूर
http://www.ciil.org

शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत संस्थाएं/गैर सरकारी संगठन (NGO)
एकलव्य
http://eklavya.in

नवनिर्मिति

http://www.navnirmiti.org

दिगंतर
http://www.digantar.org

विक्रम ए साराभाई कम्मुनिटी साइंस सेंटर
http://www.vascsc.org

सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट
http://www.dorabjitatatrust.org/

ईस्ट एण्ड वेस्ट एजुकेशनल सोसायटी
http://www.eastwestindia.org

प्रथम
http://www.pratham.org/

अक्षरा
http://www.akshara.org.in/

अजीम प्रेमजी फॉउण्डेशन
http://www.azimpremjifoundation.org/

सेन्टर फॉर एन्वायरमेन्ट एजुकेशन
http://www.ceeindia.org/cee/index.html

मुस्कान
http://www.muskan.org/

idiscoveri
http://www.idiscoveri.com/

मराठी विज्ञान परिषद्
http://www.mavipamumbai.org/

कृष्णमूर्ती फॉउण्डेशन
http://www.kfionline.org/

सेन्टर फॉर लर्निंग
http://www.cfl.in/

Jidnyasa Trust Thane
http://www.jidnyasa.org.in/

ग्राम मंगल
http://www.grammangal.org/

EnviroVigil
http://envirovigil.org/Homepage.html

डोरस्टेप स्कूल
http://www.doorstepschool.org/

विज्ञान आश्रम
http://www.vigyanashram.com/

अगस्तय फॉउन्डेशन
http://www.agastya.org/

नवनिर्मिति
http://www.navnirmiti.org/

मुक्त आंगन विज्ञान शोधिका (पुलस्तय) IUCAA’s Children’s Science Centre
http://www.iucaa.ernet.in/~scipop/Pulastya/index.html

विनिमय
http://www.vinimaytrust.org/

हिन्दी विज्ञान/साहित्यिक पत्रिकाएँ
कविता कोश
http://www.kavitakosh.org/kk/index.php?title=कविता_कोश_मुखपृष्ठ

संदर्भ – शिक्षा की त्रैमासिक पत्रिका (एकलव्य)
http://www.eklavya.in/go/index.php?option=com_content&task=category&sectionid=13&id=51&Itemid=72

स्रोत (एकलव्य)
http://eklavya.in/go/index.php?option=com_content&task=category&sectionid=13&id=56&Itemid=81

चकमक (एकलव्य)
http://eklavya.in/go/index.php?option=com_content&task=category&sectionid=13&id=57&Itemid=84

भारत-दर्शन, हिन्दी साहित्यिक पत्रिका
http://www.bharatdarshan.co.nz

वागर्थ हिन्दी मासिक पत्रिका
http://www.bharatiyabhashaparishad.com

अनुभूति
http://www.anubhuti-hindi.org

अभिव्यक्ति
http://www.abhivyakti-hindi.org

अन्यथा
http://www.anyatha.com

हिन्दी नेस्ट डॉट कॉम
http://hindinest.com

शिक्षा विमर्श
http://www.digantar.org/vimarsh

हिन्दी चेतना (कनाडा)
http://www.vibhom.com

गीता-कविता
http://www.geeta-kavita.com/Default.asp

हिन्दी मुक्त ज्ञानकोष (Hindi Wikipedia)
हिन्दी मुक्त ज्ञानकोष (wikipedia)
http://hi.wikipedia.org/wiki/मुखपृष्ठ

हिन्दी विकि-शब्दकोश
http:hi.wiktionary.org/wiki/मुख्य_पृष्ठ

इंटरनेट पर हिन्दी के साधन
http://hi.wikipedia.org/wiki/इंटरनेट_पर_हिन्दी_के_साधन

हिन्दी वेब साइट की सूची
http://hi.wikipedia.org/wiki/हिन्दी_में_वैब_साइट्स_की_एक_सूची

देवनागरी में कैसे टाइप करें
http://hi.wikipedia.org/wiki/विकिपीडिया:देवनागरी_में_कैसे_टाइप_करें

इन्टरनेट पर स्थित हिन्दी पत्रिकाएँ
http://hi.wikipedia.org/wiki/अन्तरजाल_पर_स्थित_हिन्दी_पत्रिकाएँ

ऑन लाइन हिन्दी समाचार पत्र
http://hi.wikipedia.org/wiki/अन्तरजालीय_हिन्दी_समाचार_स्थल

विविध रोचक एवं उपयोगी लिंक
सौर मण्डल का त्रि-आयामी एवं इन्टरैक्टिव मॉडल
http://www.solarsystemscope.com

भोजपुरी मुक्त ज्ञानकोष (wikipedia)
http://bh.wikipedia.org/wiki/पहिलका_पन्ना

मराठी मुक्त ज्ञानकोष (wikipedia)
http://mr.wikipedia.org/wiki/मुखपृष्ठ

ऑन लाइन हिन्दी कीबोर्ड
http://swecha.org/input/index.html

ऑन लाइन हिन्दी कीबोर्ड
http://www.google.com/intl/hi/inputtools/cloud/try/

ऑन स्क्रीन हिन्दी कीबोर्ड
http://labs.google.co.in/keyboards/hindi.html

ऑन लाइन अनुवाद के लिए
http://www.google.co.in/language_tools?hl=en
http://www.mantra-rajbhasha.cdac.in/mantrarajbhasha/

रोजगार समाचार
http://www.employmentnews.gov.in

राजभाषा.काम
http://www.rajbhasha.com

वेब दुनिया
http://hindi.webdunia.com

भारत कोश
http://hi.bharatdiscovery.org


::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51) …..
kms1006

Note::-
यदि आपके पास Hindi में कोई article, inspirational story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है::- kmsraj51@yahoo.in . पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

@@@@@ ::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51) ….. @@@@@

Filed Under: INTERNET & TECHNOLOGY Tagged With: 21 Century Yugpurush kmsraj51, 21st Century Yogiraj kmsraj51, GREAT INDIAN GURU KMSRAJ51, great kms, GREAT SPIRITUAL INDIAN GURU KMSRAJ51, Guru Maharaj KMSRAJ51, INDIAN TECHNOLOGY, Interview Tips In Hindi by kmsraj51, Jyoti-Kala-Son-kmsraj51, king kmsraj51, king-kms, kms, kms me, kms pasand, kmsme, kmsraj 51 king, Kmsraj51, KMSRAJ51 - MANMANIBABU, kmsraj51 great Story In Hindi, KMSRAJ51 GREAT THOUGHTS, kmsraj51 ki pen se, kmsraj51 ki pen se Health, kmsraj51 king, kmsraj51 kms-me, KMSRAJ51 OCEAN OF PREM, kmsraj51 technology, KMSRAJ51-KRISHNA, kmsraj51~Interview Tips, KRISHNA MOHAN SINGH (KMSRAJ51), mrssonkmsraj51, mrssonkmsraj51 & groups of companis, OCEAN OF PREM-KMSRAJ51, OCEAN OF TECHNOLOGY, OM SAI RAM, Om Sairam, Peaceful Mind KMSRAJ51, Prem ke Sagar kmsraj51, RADHA-KRISHNA KMSRAJ51, Rajyogi Kmsraj51, SAI, SAI KMSRAJ51, SAI RAM, SAI RAM SAI SHYAM, SAP, sap-kms, sapna meri jaan, SAPNA MY HEART, Sapna-kms, singh-is-king-kms, Soul Power kmsraj51, Success Mantra by kmsraj51 ki pen se, Super Success Power of mind kmsraj51, SWAMI KMSRAJ51, Techniques, TECHNO, TECHNOLOGY, Useful Internet Links, Website, Will Power kmsraj51, World most stable mind kmsraj51, YOGIRAJ KMS, YOGIRAJ KMSRAJ51, yugpurush kmsraj51

विवेकानंद क्या चाहते थे? ~ Vivekananda wanted to do?

::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51) …..

kmsraj51 की कलम से …..
pen-kms

** विवेकानंद क्या चाहते थे? ~ Vivekananda wanted to do? **

Swami-Vivekananda

शिकागो में हुए पार्लियामेंट ऑफ रिलीजन्स में जब प्रत्येक धर्मावलंबी अपने-अपने धर्म को दूसरे धर्म से ऊपर दिखाने की चेष्टा कर रहा था तब विवेकानंद ने उनके इस शीतयुद्ध का निवारण एक छोटी-सी परंतु महत्वपूर्ण कहानी के द्वारा किया।

Swami Vivekanand Ji


बात 1867 की है। एक ट्यूटर उन दिनों कोलकाता के गौर मोहन मुखर्जी लेन स्थित मकान पर एक बालक को रोज पढ़ाने आते थे। तब न तो उन ट्यूटर को तथा न ही किसी अन्य को पता था कि यही बालक एक दिन विश्व-धर्म का प्रचार करेगा और युवा चेतना का एक अंतरराष्ट्रीय प्रतीक बनेगा। वैसे इस बालक की माता भुवनेश्वरी देवी को तब ही आभास हो चुका था, जब यह बालक उनकी कोख में पल रहा था कि यह संतान विश्व कल्याण के लिए ही उत्पन्न होगी। बचपन में इस बालक का नाम था नरेंद्रनाथ दत्त।

नरेंद्र के पिताजी अंगरेजी शिक्षा में दीक्षित, उदार, पश्चिमपरक तथा एक संपन्न वकील थे। धर्म के प्रति उनकी आस्था कम ही थी। इसके विपरीत नरेंद्र की मां सनातन आस्थाओं वाली धर्मपरायण महिला थी। पिता चाहते थे कि नरेंद्र भी उन्हीं का व्यवसाय अपनाकर जीवनयापन करे और इसी तारतम्य में उन्होंने उसे प्रेसीडेंसी कॉलेज तथा स्कॉटिश चर्च कॉलेज से स्नातक (बीए) करवाया। आगे उन्होंने कानून की पढ़ाई भी प्रारंभ कर दी थी, परंतु युवावस्था से ही उन्हें ‘ईश्वर की खोज’ की भी धुन सवार हो गई थी। यही धुन उन्हें एक प्रतिष्ठित वकील बनने की बजाय स्वामी रामकृष्ण परमहंस तक ले गई।

कालांतर में परमहंस के मुख्य शिष्य के रूप में संन्यास लेकर नरेंद्र ने विवेकानंद नाम ग्रहण किया। इसके पश्चात प्रारंभ हुई एक युवा की क्रांति अलख, जो डेढ़-दो दशक तक खोज, साधना, देशाटन, देशप्रेम आदि के रूप में गुजरते हुए समय से पूर्व अल्पकाल में बुझ गई, परंतु अपने पीछे छोड़ गई एक अनमोल धरोहर, एक परिवर्तन की, विश्व बंधुत्व की। यही क्रांति अलख पिछली एक शताब्दी से प्रत्येक युवा पीढ़ी के मार्गदर्शन व उत्प्रेरक का कार्य करती आ रही है। सबसे अधिक आश्चर्य की बात तो यह है कि जहाँ सौ वर्ष पुरानी अन्य बातें, पहलू व चीजें आज के दौर में लगभग अप्रासंगिक हो चुकी हैं, वहीं विवेकानंद का दर्शन न केवल आज भी उतना ही प्रासंगिक है वरन उस समय से भी आज ज्यादा सार्थक है।

आज हम कितने ही उन्नत होने के बावजूद आंतरिक रूप से खोखले होते जा रहे हैं। जाति, भाषा के आधार पर वैमनस्य, गिरते नैतिक प्रजातांत्रिक मूल्य तथा संस्कृति में हो रहे विराट व अटपटे परिवर्तन से निपटने के लिए अब पुनः युवा शक्ति को जागृत होना होगा। उसकी इस राह में स्वामी विवेकानंद का शाश्वत राष्ट्रवादी व देशप्रेमयुक्त अध्यात्म कारगर सिद्ध हो सकता है।

सन्‌ 1893 में शिकागो में हुए पार्लियामेंट ऑफ रिलीजन्स (धर्म संसद) में जब प्रत्येक धर्मावलंबी अपने-अपने धर्म को दूसरे धर्म से ऊपर दिखाने की चेष्टा कर रहा था तब विवेकानंद ने उनके इस शीतयुद्ध का निवारण एक छोटी-सी परंतु महत्वपूर्ण कहानी के द्वारा किया : एक कुएं में बहुत समय से एक मेंढक रहता था। एक दिन एक दूसरा मेंढक, जो समुद्र में रहता था, वहां आया और कुएं में गिर पढ़ा। ‘तुम कहां से आए हो?’ कूपमंडूप ने पूछा। ‘मैं समुद्र से आया हूँ।’ समुद्र! भला वह कितना बड़ा है? क्या वह मेरे कुएं जितना ही बड़ा है?’ यह कहते हुए उसने कुएं में एक किनारे से दूसरे किनारे तक छलांग लगाई।

समुद्र वाले मेंढक ने कहा- ‘मेरे मित्र, समुद्र की तुलना भला इस छोटे से कुएँ से किस प्रकार की जा सकती है?’ तब उस कुएँ वाले मेंढक ने दूसरी छलाँग लगाई और पूछा, ‘तो क्या समुद्र इतना बड़ा है?’ समुद्र वाले मेंढक ने कहा- तुम कैसी बेवकूफी की बात कर रहे हो! क्या समुद्र की तुलना इस कुएँ से हो सकती है? अब कुएं वाले मेंढक ने चिढ़कर कहा- ‘जा, जा, मेरे कुएं से बढ़कर और कुछ हो ही नहीं सकता। संसार में इससे बड़ा और कुछ नहीं है। झूठा कहीं का! अरे, इसे पकड़कर बाहर निकाल दो।

विवेकानंद की इस कथा का सार न केवल धर्म की संकीर्णता दूर करने वाला है वरन इसके पीछे युवाओं को भी एक संदेश है कि प्रत्येक संभावना का विस्तार ही (बगैर कूपमंडूकता के) जीवन का मूल उद्देश्य होना चाहिए।

विवेकानंद चाहते थे कि हर समाज स्वतंत्र हो, दूसरे समाज से विचारगत, आस्थागत समायोजन हो। भारत के विषय में उनका सोचना था कि एक तरफ तो हम निष्क्रिय रहकर प्राचीन गौरव के गर्व में फंस गए, दूसरी ओर हीनता की भावना में दब गए। तीसरे, सारी दुनिया से कटकर घोंघे में बंद हो गए। वे कहते थे कि जिस प्राचीन आध्यात्मिक शक्ति पर हम गर्व करते हैं, उसे अपने भीतर जगाना होगा। यह अभी हमारे भीतर नहीं है, केवल बाहरी है।

उन्होंने यह आह्वान युवाओं से किया था कि तुम ही यह कार्य कर दिखाओ। ये युवा ही हैं, जो इस समाज को आत्मशक्ति दे सकते हैं, संपूर्ण विश्व से गर्व से संवाद व संबंध स्थापित कर सकते हैं। इसके उपरांत ही हम स्वतंत्र हो पाएंगे व सामाजिक न्याय की अवधारणा समाज में स्थापित कर सकेंगे।

ये विचार आज कहीं अधिक उपयोगी हैं, जिससे हम उस राष्ट्र को फिर जीवित कर सकें जो विवेकानंद की कल्पनाओं का था। आवश्यकता है तो बस इतनी ही कि विवेकानंद के दर्शन का प्रसार युवाओं में एक आंदोलन की भांति हो।


::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51) …..
kms1006

Note::-
यदि आपके पास Hindi में कोई article, inspirational story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है::- kmsraj51@yahoo.in . पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

##### ::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51) ….. #####

Filed Under: Spiritual-kmsraj51 Tagged With: 21 Century Yugpurush kmsraj51, 21st Century Yogiraj kmsraj51, GREAT SPIRITUAL INDIAN GURU KMSRAJ51, Hum Sab Ke Payaare Swami Vivekananda, kms pasand, kmsme, Kmsraj51, kmsraj51 great Story In Hindi, KMSRAJ51 GREAT THOUGHTS, kmsraj51 ki pen se, kmsraj51 ki pen se Health, KMSRAJ51 OCEAN OF PREM, Mhan Author Swami Vivekananda, MRS SON KMSRAJ51, NARENDRA DUTT, Prem ke Sagar kmsraj51, Prerak Swami Vivekananda, Success Mantra by kmsraj51 ki pen se, Super Success Power of mind kmsraj51, SWAMI KMSRAJ51, Swami Vivekananda, Swami Vivekananda Anmol Vachan In Hindi, Swami Vivekananda Great Indian Yogi, Swami Vivekananda Guru, Swami Vivekananda Thoughts in Hindi, Swami Vivekananda Yogiraj, Vivek, Vivekananda, Will Power kmsraj51, World most stable mind kmsraj51, YOGIRAJ KMS, YOGIRAJ KMSRAJ51, Yogiraj Swami Vivekananda, Youth Symble Swami Vivekananda, yugpurush kmsraj51, Yugpurush Swami Vivekananda

Next Page »

Primary Sidebar

Recent Posts

  • कैसे संभव है देश का विकास?
  • क्रोध।
  • हाल सुनाता परिभाषा।
  • मजदूर दिवस का इतिहास।
  • आँखों ने आँखों से कहा।
  • परिंदों की प्यास बुझाए।
  • पशु बलि।
  • वैशाख की गर्मी।
  • मुलाकात।
  • जहरीली जिंदगी।
  • ये शिरोमणि सिंहासन है।
  • यौवन किसको कहते हैं?
  • डॉ भीमराव अम्बेडकर।
  • ज्ञानसेनी।
  • कोरोना भारतीय सेनेटाइजेशन को समझता था।
  • विवेक और विचार।
  • अनुरागी लालिमा कपोलों पर।

KMSRAJ51: Motivational Speaker

https://www.youtube.com/watch?v=0XYeLGPGmII

BEST OF KMSRAJ51.COM

कैसे संभव है देश का विकास?

क्रोध।

हाल सुनाता परिभाषा।

मजदूर दिवस का इतिहास।

आँखों ने आँखों से कहा।

परिंदों की प्यास बुझाए।

पशु बलि।

वैशाख की गर्मी।

मुलाकात।

जहरीली जिंदगी।

ये शिरोमणि सिंहासन है।

Audiobooks Now

AudiobooksNow - Digital Audiobooks for Less

Affiliate Marketing Network

HD – Camera

Free Domain Privacy

Footer

Protected by Copyscape

KMSRAJ51

DMCA.com Protection Status

Copyright © 2013 - 2023 KMSRAJ51.COM - All Rights Reserved. KMSRAJ51® is a registered trademark.