कुछ दोस्त” कीमती अमानत है जो…
आगोश ए सुकून , महफ़ूज अंजुमन है
जाड़ों की अंगीठी या मिश्री भरे मन है ,
भवर में पतवार , रेगिस्तान में सुराही ,
बीहड़ बंजर में हरे भरे सावन है
कुछ दोस्त” कीमती अमानत है जो…
कदम कदम कौन साथ देता है मगर
हाथ बढ़ाया मैंने कस थाम लेते है वो
कुछ दोस्त मेरी कीमती अमानत जो
बेवज़ह , बेसबब ,बेशुमार चाहते है वो ……..
इस ऊबी जिन्दगी में वे दोस्त ,
मन को भाते हुए भले तमाशे लगते है
दोपहर की कड़वी तन्हाई के
घुलते मीठे मीठे बताशे लगते है
कुछ दोस्त कीमती अमानत है जो ……
ये वो है जो सच्ची फ़िक्र करते ,
लम्हें भर की सोहबत में हौसला भरते
फासलों में भी इंतज़ार करते मेरा
प्यार भरे उलाहने सुनाते है वो
कुछ दोस्त कीमती अमानत है जो ……
मुश्किल वक़्त के नर्म दिलासे जैसे,
तंगहाली में पुराने जमा निकासे जैसे
जिंदगी भर की कमाई से लगते है
पूस की गर्म रजाई लगते है….
कुछ दोस्त कीमती अमानत है जो
💐Happy Friendship Day💐
☆ Madhu Ji ▪︎Mumbai India
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तहेदिल से धन्यवाद , मधु जी _ Heart Touching कविता हिंदी में साझा करने के लिए!
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