Kmsraj51 की कलम से…..
♦ योग भगाए रोग। ♦
व्यस्त दिनचर्या से आज जूझ रहा इंसान,
धन की लालच में न रहा, स्वास्थ्य का है भान।
न दिन को चैन है, न रात को मिलता रैन,
दिन भर चल रही रस्साकस्सी से,
बिगड़ा शरीर का हुलिया, छूटा उसका मैल।
तनाव भरे जीवन से मिला, रोग का है साथ,
डायबिटीज, बीपी, गैस का मुफ्त में मिला ईनाम।
पैसे की खातिर जिस शरीर को, करता है बर्बाद,
उसी पैसे से फिर लगता करने, उसे है आबाद,
अपने शरीर के लिए वक्त भी न निकाल पाता।
जब समय आता कमाई का अंश भी काम न आता,
न माया मिलती है न मिलता है राम।
इस अजीब विडंबना की क्या की जाए बात,
जिसे खोजा गली गली, मिला वो अपने पास,
स्वस्थ तन में स्वस्थ मन का होता है वास।
स्वस्थ रहना ही असल पूंजी है, यही रहता पास,
21 जून योग दिवस मनाते, आता सबको रास।
वर्ष का लंबा दिन होता, दीर्घायु का देता आभास,
योग प्राचीन परंपरा का, अमूल्य उपहार है खास,
इससे मिलती स्फूर्ति, रक्त का होता खूब प्रवाह।
तनाव से मुक्त कर, करता आलस्य का है नाश,
नित्य करो तुम योग, दूर भागेगी रोग।
अनूलोम विलोम प्राणायाम का, जीवन में करो वास,
शरीर होगा निरोग, पास न फटकेगी रोग।
आओ मिलकर संकल्प करें, योग दिवस पर आज,
नित्य तीस मिनट हमसब करें व्यायाम।
जीवन से मिटाए बीमारी का नामो निशान।
योग दिवस पर संदेश देंगे खुलेआम॥
रोग भगाए योग रे भईया।
रोग भगाए योग………॥
धन्यवाद॥
♦ विवेक कुमार जी – जिला – मुजफ्फरपुर, बिहार ♦
—————
• Conclusion •
- “विवेक कुमार जी“ ने, बहुत ही सरल शब्दों में सुंदर तरीके से इस कविता के माध्यम से समझाने की कोशिश की है — योग आकाश के नीचे लगभग किसी भी बीमारी को ठीक कर सकता है। वास्तव में यह कहना उचित होगा कि यदि आप प्रतिदिन योग का अभ्यास करते हैं तो आप सभी रोगों से मुक्त रह सकते हैं। योग एक कला है जो हमारे शरीर, मन और आत्मा को एक साथ जोड़ता है और हमें मजबूत और शांतिपूर्ण बनाता है। योग आवश्यक है क्योंकि यह हमें फिट रखता है, तनाव को कम करने में मदद करता है और समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखता है और एक स्वस्थ मन ही अच्छी तरह से ध्यान केंद्रित करने में सहायता कर सकता है। योग के अभ्यास की कला व्यक्ति के मन, शरीर और आत्मा को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। यह भौतिक और मानसिक संतुलन कर के शान्त शरीर और मन प्राप्त करवाता हैं। तनाव और चिंता का प्रबंधन करके आपको राहत देता हैं। यह शरीर में लचीलापन, मांसपेशियों को मजबूत करने और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में भी मदद करता हैं।
—————
यह कविता (योग भगाए रोग।) “विवेक कुमार जी“ की रचना है। KMSRAJ51.COM — के पाठकों के लिए। आपकी कवितायें/लेख सरल शब्दो में दिल की गहराइयों तक उतर कर जीवन बदलने वाली होती है। मुझे पूर्ण विश्वास है आपकी कविताओं और लेख से जनमानस का कल्याण होगा।
आपका परिचय आप ही के शब्दों में:—
मैं एक शिक्षक हूं। मुजफ्फरपुर जिला, बिहार राज्य का निवासी हूं। शिक्षा से शुरू से लगाव रहा है। लेखन मेरी Hobby है। इस Platform के माध्यम से सुधारात्मक संदेश दे पाऊं, यही अभिलाषा है।
अपने विचार Comments कर जरूर बताये, और हमेशा नए Post को अपने ईमेल पर पाने के लिए – ईमेल सब्सक्राइब करें – It’s Free !!
Please share your comments.
आप सभी का प्रिय दोस्त
©KMSRAJ51
———– © Best of Luck ®———–
Note:-
यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी ID है: kmsraj51@hotmail.com पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!
“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)
____ अपने विचार Comments कर जरूर बताएं! ____
Leave a Reply