::- Krishna Mohan Singh(kmsraj51) …..
** 10 गुना इंटरनेट स्पीड देगा गूगल का नया डाटा सेंटर!! **
इंटरनेट की दुनिया की सबसे मशहूर कंपनी गूगल ने हाल ही में एशिया में अपने दो नए डाटा सेंटर खोले हैं। टैक्नोलॉजी की दुनिया भर के बाजारों में बढ़ती मांग को देखते हुए कंपनी ने ये कदम उठाया है। एक डाटा सेंटर काउंटी ताइवान और दूसरा जुरोंग वेस्ट, सिंगापुर में खोला गया है। कंपनी ने इन दोनों सेंटर को तैयार करने में कुल मिलाकर 2440 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इन डाटा सेंटरों की मदद से अब इंटरनेट डाटा ट्रैफिक के लोड को कम किया जा सकेगा। इसके साथ ही गूगल अपने यूजर्स को अब और भी ज्यादा डाटा मुहैया करा सकेगा और इंटरनेट पर सर्च करना 10 गुना तक फास्ट और आसान हो जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक ताइवान, हांगकांग और सिंगापुर जैसे देश टेक कंपनियों के संचालन के लिए उपयुक्त स्थान माने जाते हैं। इन देशों में डाटा सेंटर का संचालन करने के लिए अच्छे कानून, मजबूत बिजली व्यवस्था, कुशल कर्मचारी और फाइबर ब्रॉडबैंड जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
डा़टा सेंटर एक ऐसी जगह होती है, जहां ढेर सारे कंप्यूटर लगे होते हैं। इन कंप्यूटरों में दुनिया भर के जरूरी डाटा स्टोर किए जाते हैं, जिसकी मदद से दुनिया के कोने-कोने में इंटरनेट यूजर्स को डाटा मुहैया कराया जाता है। इंटरनेट पर मिलने वाली सभी जानकारियां इन्हीं डाटा सेंटरों से आती हैं।
गूगल की स्थापना 1998 में लैरी पेज और सेर्गे ब्रिन ने की थी। आज 15 साल बाद कंपनी की कुल संपत्ति 5,80,415 करोड़ रुपए हो चुकि है। अब गूगल अपने बिजनेस को बढ़ाते हुए ताइवान के डाटा सेंटर के संचालन के लिए 3712 करोड़ रुपए निवेश कर रही है। इसकी मदद से दुनिया भर में बढ़ रही टैक्नोलॉजी की जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा।
लगभग 3,10,503 करोड़ रुपए की सालाना (2012) रेवेन्यू वाली कंपनी का ताइवान का ये डाटा सेंटर काफी प्रभावशाली है और पर्यावरण के अनुकूल बनाया गया है।
इस डाटा सेंटर को रात के समय कंपनी के अंदर के वातावरण को ठंडा रखने और थर्मल ऊर्जा स्टोर करने के लिहाज से बनाया गया है।
आमतौर पर डाटा सेंटर का वातावरण ठंडा होना चाहिए क्योंकि कंप्यूटरों से निकलने वाली गर्मी सिस्टम को क्षति पहुंचा सकती है। गूगल के मुताबिक, इस कंपनी का कूलिंग सिस्टम इंसुलेटेड टैंक्स के जरिए चलाया जाता है।
इस डाटा सेंटर में कुल 60 लोगों की टीम के साथ कुछ फुल और पार्ट टाइम कांट्रेक्टर 24 घंटे साइट को चलाते हैं, जिसमें से कुछ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स, मैकेनिकल इंजीनियर्स, कंप्यूटर तकनीशियन और कैटरर भी शामिल हैं।
एशिया में 2014 तक मोबाइल डाटा ट्रेफिक 68 प्रतिशत तक बढ़ने का अंदेशा है। ये डाटा सेंटर इस ट्रेफिक को नियंत्रित करने में काफी सहयोग करेगी।
कंपनी के उपाध्यक्ष डाटा सेंटर में सुरक्षा द्वारों की जांच करते हुए।
दुनिया के सबसे बेहतरीन सर्वर के एक कंप्यूटर के गर्म हो जाने के बाद गूगल की कर्मचारी उसकी जांच करती हुईं।
कंप्यूटर के खराब मदरबोर्ड की मरम्मत करता हुआ गूगल का कर्मचारी। इस डाटा सेंटर में खराब होने के बाद पुर्जों की पहले मरम्मत की जाती है अगर वो ठीक न हो सकें तो फिर उन्हें तोड़कर रिसाइकिल के लिए दे दिया जाता है।
डाटा सेंटर को ठंडा रखने वाले पाइप लाइन की जांच करता गूगल कर्मचारी।
बैटरी की जांच करते हुए गूगल कर्मचारी। समय-समय पर बैटरियों की जांच की जाती है की वो ठीक से चार्ज हो रहे हैं या नहीं।
इस डाटा सेंटर में नए जमाने के लिहाज से बनाए गए अति आधुनिक सर्वर देखे जा सकते हैं।
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