• Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
  • HOME
  • ABOUT
    • Authors Intro
  • QUOTES
  • POETRY
    • ग़ज़ल व शायरी
  • STORIES
  • निबंध व जीवनी
  • Health Tips
  • CAREER DEVELOPMENT
  • STUDENT PAGE
  • योग व ध्यान

KMSRAJ51-Always Positive Thinker

“तू ना हो निराश कभी मन से” – (KMSRAJ51, KMSRAJ, KMS)

Check out Namecheap’s best Promotions!

Domain & Hosting bundle deals!
You are here: Home / Archives for Narendra Modi in Munich Germany in hindi

Narendra Modi in Munich Germany in hindi

जर्मनी के म्युनिख में नरेंद्र मोदी और जर्मन का इतिहास।

Kmsraj51 की कलम से…..

♦ जर्मनी के म्युनिख में नरेंद्र मोदी और जर्मन का इतिहास। ♦

जर्मनी के म्युनिख में नरेंद्र मोदी और जर्मन का (संक्षिप्त) इतिहास।

Narendra Modi in Munich Germany and History of German

जर्मनी का म्यूनिख शहर अच्छे शहरों में एक है। G7 के 48th वे शिखर सम्मेलन में शामिल होने भारत के प्रधानमंत्री मोदी पहुंचे। भारतीय समुदाय द्वारा आयोजित जर्मनी के म्यूनिख में एक कार्यक्रम में उनका भव्य स्वागत किया गया और मोदी मोदी के जय कारे से वातावरण गूंज उठा। प्रधानमंत्री मोदी के भाषण से पहले राष्ट्रगान किया गया और अंत में भारत माता की जय के नारे लगाए गए।

• प्रधानमंत्री मोदी का वक्तव्य •

प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र पर भारतीयों को गर्व होना चाहिए और वह गर्व के साथ कह सकते हैं कि भारत लोकतंत्र की जननी है। आज का भारत सपनों को पूरा करने के लिए अधीर है। हम अपने पुराने रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं।

भारत ने 2016 में ही तय किया था कि 40 फ़ीसदी बिजली का उत्पादन जीवाश्म ईंधन से किया जाएगा। वर्तमान समय में उस लक्ष्य को भारत ने हासिल कर लिया है। प्रधानमंत्री ने कहा सबको साथ लेकर देश का विकास किया जाता है तो दुनिया की बड़ी शक्तियां भी उसके साथ आ जाती हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का पैसा देश में लगेगा — आज एक मजबूत सरकार देश का नेतृत्व कर रही है लोगों को पता है उसका पैसा भ्रष्टाचार में नहीं देश के विकास में लगेगा।

• देश चलता है और चलेगा की मानसिकता बदली •

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि एक वक्त था जब देश होता है “ऐसा होता रहता है”, चलता है, ऐसा ही चलेगा की मानसिकता से चल रहा था।

आज का भारत इस मानसिकता से बाहर निकल चुका है और आज देश करना है और करना ही है के संकल्प के साथ चल रहा है। पवित्र, सच्चे व अच्छे कार्यों से देश चलेगा और सम्पूर्ण विकास हो रहा हैं।

• सही फैसले लेता है भारत •

कोई देश जब सही फैसले लेता है तो उसका तेजी से विकास होता है। 21वीं सदी का भारत पीछे रहने वालों में नहीं है बल्कि, यौगिक क्रांति का नेतृत्व करने वाला भारत है। आज भारत में सबसे सस्ता डाटा है। डिजिटल ट्रांजैकन 40 फ़ीसदी भारत में हो रहा है।

• ग्रामीण विकास पर फोकस करते हुए कहा •

भारत के हर गांव में बिजली है हर गांव सड़क से जुड़ चुका है, आज का भारत बदल रहा है। भारत में 99 परसेंट लोगों के पास गैस कनेक्शन है।

• स्वास्थ्य पर फोकस •

आज भारत के गरीब के पास 500000 के इलाज की सुविधा है हर परिवार बैंक से जुड़ा है। कोरोना में हर परिवार को मुफ्त राशन दिया गया।

• स्टार्टअप के क्षेत्र में भारत •

प्रधानमंत्री ने कहा स्टार्टअप के लिए आज देश में तीसरा सबसे बड़ा इको सिस्टम है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता है। कल तक जो भारत दूसरे से मोबाइल खरीदता था वह आज सबसे बड़ा निर्माता साबित हुआ है।

• आपातकाल पर चर्चा •

26 जून 2022 को प्रधानमंत्री म्युनिख जर्मनी में अपने वक्तव्य में कहा हम भारत के लोग जहां भी रहे अपने लोकतंत्र पर गर्व करते हैं। हर भारतीय के डीएनए में लोकतंत्र है। आगे उन्होंने कहा कि 47 साल पहले लोकतंत्र को दबाने और कुचलने का प्रयास किया गया भारतीय लोकतंत्र के जीवंत इतिहास में आपातकाल काले धब्बे की तरह है।

• अप्रवासी भारतीयों से मुलाकात •

जर्मनी के म्यूनिख में भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी ने भाषण के अंत में भारत माता के जयकारे लगवाए और उसके बाद लोगों को आशीर्वाद प्रदान करते हुए दोनों हाथ हिलाते हुए जन जन तक पहुंचने का प्रयास किया एक बच्ची से उन्होंने पूछा कि हिंदी जानती हो? जर्मनी में अप्रवासीय भारतीय अपने प्रधानमंत्री को पाकर बहुत खुश थे और भाषण के दौरान हाथ हिलाते रहे बीच-बीच में मोदी मोदी कह कर जयकारे लगाते रहे।

एक रचना प्रस्तुत…

बड़ी कठिनाइयों से गुजर कर,
हमने अपने देश को सजाया है।
दुनिया में फैली महामारी के समय,
अमृत का घड़ा आगे बढ़ाया है।

  • कोरोना काल में भारत विश्व को जिस तरह से वैक्सीन के माध्यम से लोगों की जान बचाया उसका श्रेय भारत के वैज्ञानिकों और प्रधानमंत्री को जाता है।
  • G -7 शिखर सम्मेलन म्यूनिख में 26 जून 2022 से 28 जून 2022 तक चला फिर प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त अरब अमीरात का दौरा करेंगे।

• जर्मनी का संक्षिप्त इतिहास (Brief history of Germany) •

सर्वप्रथम 8 फरवरी 1871 ईस्वी में विलियम को जर्मन संघ के सम्राट के रूप में ताजपोशी की गई। जर्मनी का सबसे शक्तिशाली राज्य ‘प्रशा’ था। जर्मनी का एकीकरण बिस्मार्क ने किया था। जो ‘प्रशा’ के शासक विलियम प्रथम का प्रधानमंत्री था। बिस्मार्ट जर्मनी को प्रसाद के नेतृत्व में चाहता था। परंतु बिस्मार्ट को अधिक भय फ्रांस का था।

सन 1815 से 1850 ईस्वी तक जर्मन साम्राज्य ऑस्ट्रेलिया के आधिपत्य में था।

• जर्मनी का निर्माण किया •

जर्मनी राष्ट्र के निर्माण में बोमर, लसर, और राके आदि दार्शनिकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उस समय ऑस्ट्रेलिया का चांसलर मेटरनिख का काल था।

• विलियम प्रथम का राज्याभिषेक •

बिस्मार्क ने ‘वर्साय’ के राजमहल में जर्मनी के सम्राट के रूप में विलियम प्रथम का राज्याभिषेक कराया।—(G.K)

• विलियम प्रथम बिस्मार्क को कहता •

विलियम प्रथम जो जर्मनी ‘प्रशा’ का प्रधानमंत्री था जिसने (बिस्मार्क) को जर्मनी का एकीकरण कराया था उसे बाजीगर कहता था।

• जर्मनी का एकीकरण किन परिस्थितियों में हुआ •

जर्मनी का एकीकरण सूडान युद्ध के बाद संभव हो सका। कहा जाता है कि फ्रांस और प्रशा के मध्य 10 मई 1871 ईस्वी में फ्रैंकफर्ट की संधि हुई। सन 1870 (अट्ठारह सौ सत्तर) में ‘प्रशा’ युद्ध में नेपोलियन तृतीय ने 1 सितंबर 1870 (अट्ठारह सौ सत्तर) को आत्मसमर्पण कर दिया था। और 15 जुलाई 1870 ईस्वी को फ्रांस और ‘प्रशा’ के बीच सूडान का युद्ध हुआ। ऑस्ट्रेलिया और ‘प्रशा’ के बीच 1866 ईसवी में युद्ध हुआ, उस युद्ध में ऑस्ट्रेलिया ने ‘प्रशा’ के आगे घुटने टेकते हुए आत्मसमर्पण कर दिया था। और 23 अगस्त 1866 ईसवी में ऑस्ट्रेलिया जर्मन संघ में शामिल हो गया था।

• वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया की राजधानी •

वर्तमान समय में ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा है इसका बड़ा नगर सिडनी है।

• ए एच पामर ने लिखा (A H. Palmer) •

क्वींसलैंड के औपनिवेशिक सचिव ए एच पामर, 1884 ई. में लिखा कि’ — आज शहीदों का स्वभाव इतना अधिक कपट पूर्ण था कि वे केवल भय के द्वारा ही संचालित होते थे वस्तुतः ऑस्ट्रेलियाई आदिवासियों पर शासन करपाना केवल क्रूर बल प्रयोग द्वारा ही संभव हो सकता है। —(Hindi Wikipedia)

ऑस्ट्रेलिया में नरसंहार के आने का स्थल मौजूद हैं जबकि समर्थन के दस्तावेज में भिन्न-भिन्न है।

भारत के प्रधानमंत्री का G7 के 48वां शिखर सम्मेलन में शामिल होना म्यूनिख में पहुंचकर डायस्पोरा में प्रवासी भारतीयों के साथ राष्ट्रगान करना और भारत का संदेश देना अपने आप में एक महत्वपूर्ण संदेश देता है।

जर्मनी में श्लॉस एल्माऊ (Schloss Elmau) होटल में G7 शिखर सम्मेलन का 48वां आयोजन हुआ। इस होटल की खासियत क्या है कि भगवान गणेश का इस पर प्रभाव दिखता है और भारत की सांस्कृतिक विरासत से प्रेरित है।

♦—♦ ♥ ♦—♦

• भारत और जर्मनी की रणनीतिक साझेदारी •

G7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज से मुलाकात की। इन दोनों नेताओं ने भारत और जर्मनी की रणनीतिक साझेदारी की गति को बनाए रखने के साथ ही द्विपक्षीय दोस्ती में विविधता लाने पर सहमति व्यक्त की।

• भारतीय प्रधानमंत्री और फ्रांस •

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच गर्मजोशी दिखाई दी। दोनों लोग एक दूसरे के गले लगे।

• भारत के प्रधानमंत्री और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति •

प्रधानमंत्री मोदी कि दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामसोफा से भी मुलाकात हुई।

• मोदी की अमेरिका के राष्ट्रपति से मिलन •

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन खुद आकर प्रधानमंत्री मोदी से हाथ मिलाया। जिस स्थान पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद थे। खुद अमेरिका के राष्ट्रपति आकर प्रधानमंत्री के कंधे पर हाथ रखा और फिर दोनों लोग गर्मजोशी के साथ हाथ मिलाए। कहा जाता है कि जापान में मई में हुए सम्मेलन के बाद मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति की यह पहली मुलाकात है।

• ऊर्जा, अमीरों का विशेषाधिकार नहीं •

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ऊर्जा उपयोग पर केवल अमीरों का विशेषाधिकार नहीं होना चाहिए। उस पर गरीब परिवारों का भी समान अधिकार है। भू राजनीतिक तनाव से ऊर्जा की लागत आसमान छू रही है तो इस बात को याद रखना ज्यादा महत्वपूर्ण है।

• मोदी का विकासशील देशों को प्रेरणा •

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब भारत जैसे विशाल देश महत्वाकांक्षा दिखाता है तो विकासशील देशों को भी प्रेरणा मिलती है। आज भारत में स्वच्छ ऊर्जा तकनीक के लिए विशाल बाजार उभर रहा है। G7 देश इस क्षेत्र में रिसर्च इनोवेशन और विनिर्माण में निवेश कर सकते हैं।

मोदी ने G7 सम्मेलन के सदस्यों को अपनी तरफ आकृष्ट करते हुए कहा …

“यह भ्रांति है कि गरीब देश पर्यावरण को अधिक नुकसान पहुंचाते हैं!” भारत का 1000 साल से अधिक का इतिहास इस दृष्टिकोण का पूरी तरह से खंडन करता है। हमने समृद्धि का समय देखा है सदियों की गुलामी भी झेली है।

अब आजाद भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था है। आगे कहा 17 फ़ीसदी जनसंख्या दुनिया की, केवल भारत में निवास करती है। परंतु बेसिक कार्बन उत्सर्जन में हमारा योगदान मात्र 5% है। इसके पीछे मुख्य कारण हमारी जीवन शैली है जो प्रकृति के साथ सह अस्तित्व के सिद्धांत पर आधारित है।

मोदी ने स्वास्थ्य पर वक्तव्य में …

भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने कहा मानव और ग्रह की सेहत आपस में जुड़ी हुई है। इसलिए हमने वन वर्ल्ड वन हेल्थ के दृष्टिकोण को अपनाया। कोरोना महामारी के दौरान भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र में डिजिटल तकनीक के इस्तेमाल के कई रचनात्मक तरीके खोजे।

G7 देश इस इनोवेशन को विकासशील देशों में ले जाने में भारत की मदद कर सकते हैं। कोरोना संकटकाल में योग दुनियाभर के लिए स्वास्थ्य निवारक का बड़ा माध्यम बना और इससे शारीरिक मानसिक सेहत बनाए रखने में बहुत मदद मिली।

♦ सुखमंगल सिंह जी – अवध निवासी ♦

—————

— Conclusion —

  • “सुखमंगल सिंह जी“ ने, बहुत ही सरल शब्दों में सुंदर तरीके से इस लेख में समझाने की कोशिश की है — आजाद भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था है। आगे कहा 17 फ़ीसदी जनसंख्या दुनिया की, केवल भारत में निवास करती है। परंतु बेसिक कार्बन उत्सर्जन में हमारा योगदान मात्र 5% है। इसके पीछे मुख्य कारण हमारी जीवन शैली है जो प्रकृति के साथ सह अस्तित्व के सिद्धांत पर आधारित है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ऊर्जा उपयोग पर केवल अमीरों का विशेषाधिकार नहीं होना चाहिए। उस पर गरीब परिवारों का भी समान अधिकार है। भू राजनीतिक तनाव से ऊर्जा की लागत आसमान छू रही है तो इस बात को याद रखना ज्यादा महत्वपूर्ण है। कोरोना संकटकाल में योग दुनियाभर के लिए स्वास्थ्य निवारक का बड़ा माध्यम बना और इससे शारीरिक मानसिक सेहत बनाए रखने में बहुत मदद मिली। “यह भ्रांति है कि गरीब देश पर्यावरण को अधिक नुकसान पहुंचाते हैं!” भारत का 1000 साल से अधिक का इतिहास इस दृष्टिकोण का पूरी तरह से खंडन करता है। हमने समृद्धि का समय देखा है सदियों की गुलामी भी झेली है।

—————

sukhmangal-singh-ji-kmsraj51.png

यह लेख (जर्मनी के म्युनिख में नरेंद्र मोदी और जर्मन का इतिहास।) “सुखमंगल सिंह जी” की रचना है। KMSRAJ51.COM — के पाठकों के लिए। आपकी कवितायें, व्यंग्य / लेख सरल शब्दो में दिल की गहराइयों तक उतर कर जीवन बदलने वाली होती है। मुझे पूर्ण विश्वास है आपकी कविताओं और लेख से जनमानस का कल्याण होगा। आपकी कविताओं और लेख से आने वाली पीढ़ी के दिलो दिमाग में हिंदी साहित्य के प्रति प्रेम बना रहेगा। आपकी लेखन क्रिया यूं ही चलती रहे, बाबा विश्वनाथ की कृपा से।

अपने विचार Comments कर जरूर बताये, और हमेशा नए Post को अपने ईमेल पर पाने के लिए – ईमेल सब्सक्राइब करें – It’s Free !!

Please share your comments.

आप सभी का प्रिय दोस्त

©KMSRAJ51

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं।-KMSRAj51

———– © Best of Luck ®———–

Note:-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी ID है: kmsraj51@hotmail.com पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।”

 

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”~KMSRAj51

 

 

____ अपने विचार Comments कर जरूर बताएं! ____

Filed Under: 2022-KMSRAJ51 की कलम से Tagged With: 48वां आयोजन G7 शिखर सम्मेलन का, author sukhmangal singh, Brief history of Germany, G7 शिखर सम्मेलन का 48वां आयोजन, History of German, Narendra Modi in Munich Germany in hindi, Sukhmangal Singh, sukhmangal singh articles, जर्मनी का संक्षिप्त इतिहास, जर्मनी के म्युनिख में नरेंद्र मोदी और जर्मन का इतिहास, लेखक सुख मंगल सिंह, सुख मंगल सिंह

Primary Sidebar

Recent Posts

  • मंत्र को गुप्त क्यों रखा जाता है?
  • यही हमारा नारा है।
  • बल के लिए।
  • आन बान आउर शान बा।
  • सैनिक का सैनिक।
  • आज आजादी है हमको मिली तो।
  • हो जाओ तैयार।
  • पहले और अब – गणतंत्र दिवस।
  • बदलता भारत।
  • माँ की शिकायत।
  • गणतंत्र का महत्व।
  • गणतंत्र दिवस समारोह।
  • गणतंत्र दिवस और भारतीय संविधान।
  • देश की मिट्टी।
  • गाँव का जीवन।
  • दर्द ए दिल।
  • प्रकृति और खिलवाड़।

KMSRAJ51: Motivational Speaker

https://www.youtube.com/watch?v=0XYeLGPGmII

BEST OF KMSRAJ51.COM

मंत्र को गुप्त क्यों रखा जाता है?

यही हमारा नारा है।

बल के लिए।

आन बान आउर शान बा।

सैनिक का सैनिक।

आज आजादी है हमको मिली तो।

हो जाओ तैयार।

पहले और अब – गणतंत्र दिवस।

बदलता भारत।

माँ की शिकायत।

गणतंत्र का महत्व।

Audiobooks Now

AudiobooksNow - Digital Audiobooks for Less

Affiliate Marketing Network

HD – Camera

Free Domain Privacy

Footer

Protected by Copyscape

KMSRAJ51

DMCA.com Protection Status

Copyright © 2013 - 2023 KMSRAJ51.COM - All Rights Reserved. KMSRAJ51® is a registered trademark.