Kmsraj51 की कलम से…..
ϒ पर्यावरण दिवस और हमारा भारत। ϒ
पिछले दिनो हमनें विश्व पर्यावरण दिवस (५ जून) को मनाया। अगर मीडिया की तरफ देखें तो हमने यह पर्यावरण दिवस बहुत ही रुचि, सार्थकता, कर्तव्यपरायणता के साथ सम्पन्न किया। परंतु क्या वास्तव में ही ऐसा हो पाया है ? हम सब में से कितने ही लोग ऐसे हैं जो सब कुछ जानते हुए भी पर्यावरण संरक्षण की तरफ ध्यान नहीं देते। जो लोग इन सबसे अनभिज्ञ हैं शायद वो प्रकृति को इतना नुकसान नहीं पहुंचाते होंगे जितना हम शिक्षित और अभिजात्य वर्ग प्रकृति का दोहन कर रहें हैं। वास्तव में ही ये चिंताजनक है। इस ओर उचित जागरूकता, प्रकृति प्रेम, संस्कार, प्राकृतिक समीपता, पर्यावरण संरक्षण की भावनाएँ ही इस समस्या का निदान प्रस्तुत कर सकती हैं।
अभी हाल ही में UNITED NATION द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट चाैकाने वाली है जिसमें कुछ देशों के आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार प्रस्तुत देशों की कुल जनसंख्या और कुल पेड़ों की संख्या का अनुपात निकाल कर प्रति व्यक्ति पेड़ों की संख्या निकाली गई है जो इस प्रकार है – …..
कनाडा – 8953 ( पेड़, प्रति व्यक्ति )
रशिया – 4461 ( पेड़, प्रति व्यक्ति )
अमेरिका – 716 ( पेड़, प्रति व्यक्ति )
चीन – 102 ( पेड़, प्रति व्यक्ति )
भारत – 28 ( पेड़, प्रति व्यक्ति )
यानि एक व्यक्ति के लिए इन देशो के पास इतनी संख्या में पेड़ मौजूद हैं। इस संदर्भ में हमारे भारत की दशा बहुत ही दयनीय और चिंताजनक है। PER HEAD TREES IN OUR COUNTRY IS LOWEST IN THE WORLD. प्रत्येक 5 वर्ष में हमारे वातावरण के तापमान में 1`C का इजाफा हो रहा है जो पूरी तरह से मानवजाति के लिए हानिकारक है। सूर्य के बढ़ते ताप का सही प्रयोग करने के लिए अमेरिका के एलेन मास्क ELEN MASK ने एक कंपनी बनाई है जिसका नाम है TESLA टेस्ला जो धरती को बचाने और एनवायरनमेंट को सुधारने की चाहत में यह कंपनी ऐसे कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है जो पूरी दुनियां को बदलने का माद्दा रखते हैं जैसे सोलर एनर्जी से चलने वाली कारें, स्पेसशिप, एनर्जी सोल्यूशन आदि। हालांकि इस ओर अब जागरूकता बढ़ती जा रही है। परंतु जब तक हर प्राणी सक्रियता से और पूर्ण तन्मयता से प्रकृति संरक्षण की ओर ध्यान नहीं देगा तब तक परिणाम संतोषजनक नहीं प्राप्त होंगे क्योंकि हम जितना प्राकृतिक संरक्षण कर पाते हैं दूसरे हिस्से में उससे अधिक प्रकृति का दोहन हो जाता है। अत: इस ओर ध्यान देना प्रत्येक प्राणी मात्र का पावन कर्तव्य है।
तो आओ आज हम सब ये प्रण लें कि –
पर्यावरण बचाएं हम, अधिक पेड़ लगाएँ हम।
और
ये संदेश निभाना है, हम सबको पेड़ लगाना है॥
©- विदुषी शर्मा जी, दिल्ली ∇
ID : neerjasharma98@gmail.com
हम दिल से आभारी हैं विदुषी शर्मा जी के प्रेरणादायक हिन्दी Article “पर्यावरण दिवस और हमारा भारत” साझा करने के लिए।
विदुषी शर्मा जी के लिए मेरे विचार:
♣ “विदुषी शर्मा जी” ने बहुत ही सरल शब्दो में “पर्यावरण दिवस और हमारा भारत” पर अपने विचार प्रस्तुत किये है – जो विचार करने योग्य है।
पढ़ें – विमल गांधी जी कि शिक्षाप्रद कविताओं का विशाल संग्रह।
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