• Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
  • HOME
  • ABOUT
    • Authors Intro
  • QUOTES
  • POETRY
    • ग़ज़ल व शायरी
  • STORIES
  • निबंध व जीवनी
  • Health Tips
  • CAREER DEVELOPMENT
  • STUDENT PAGE
  • योग व ध्यान

KMSRAJ51-Always Positive Thinker

“तू ना हो निराश कभी मन से” – (KMSRAJ51, KMSRAJ, KMS)

Check out Namecheap’s best Promotions!

You are here: Home / Archives for hindi stories with moral

hindi stories with moral

बिना कष्ट सहे सफलता नहीं मिलता।

Kmsraj51 की कलम से…..

CYMT-KMSRAJ51-4

ϒ बिना कष्ट सहे सफलता नहीं मिलता। ϒ

बाज लगभग 70 वर्ष जीता है। परन्तु अपने जीवन के ४०-वें वर्ष में आते-आते उसे एक महत्वपूर्ण निर्णय लेना पड़ता है। उस अवस्था में उसके शरीर के तीन प्रमुख अंग निष्प्रभावी होने लगते हैं…

  • पंजे लम्बे और लचीले हो जाते है व शिकार पर पकड़ बनाने में अक्षम होने लगते हैं।
  • चोंच आगे की ओर मुड़ जाती है और भोजन निकालने में व्यवधान उत्पन्न करने लगती है।
  • पंख भारी हो जाते हैं, और सीने से चिपकने के कारण पूरे खुल नहीं पाते हैं, उड़ानें सीमित कर देते हैं।

भोजन ढूँढ़ना, भोजन पकड़ना और भोजन खाना। तीनों प्रक्रियायें अपनी धार खोने लगती हैं। उसके पास तीन ही विकल्प बचते हैं…..

  • या तो देह त्याग दे।
  • या अपनी प्रवृत्ति छोड़ गिद्ध की तरह त्यक्त भोजन पर निर्वाह करे।
  • या फिर स्वयं को पुनर्स्थापित करे।

आकाश के निर्द्वन्द्व एकाधिपति के रूप में।
जहाँ पहले दो विकल्प सरल और त्वरित हैं।
वहीं तीसरा अत्यन्त पीड़ादायी और लम्बा।

  • हिंदी कहानी – निरंतर प्रयास जरूर पढ़े।

बाज पीड़ा चुनता है और स्वयं को पुनर्स्थापित करता है। वह किसी ऊँचे पहाड़ पर जाता है, एकान्त में अपना घोंसला बनाता है और तब प्रारम्भ करता है पूरी प्रक्रिया। सबसे पहले वह अपनी चोंच चट्टान पर मार-मार कर तोड़ देता है। अपनी चोंच तोड़ने से अधिक पीड़ादायक कुछ भी नहीं पक्षीराज के लिये।

तब वह प्रतीक्षा करता है, चोंच के पुनः उग आने की। उसके बाद वह अपने पंजे भी उसी प्रकार तोड़ देता है और प्रतीक्षा करता है पंजों के पुनः उग आने की। नये चोंच और पंजे आने के बाद, वह अपने भारी पंखों को एक-एक कर नोंच कर निकालता है और प्रतीक्षा करता पंखों के पुनः उग आने की।

150 दिन की पीड़ा और प्रतीक्षा….. और तब उसे मिलती है वही भव्य और ऊँची उड़ान, पहले जैसी नयी। इस पुनर्स्थापना के बाद वह 30 साल और जीता है, ऊर्जा, सम्मान और गरिमा के साथ।

सीख – प्रकृति हमें सिखाने बैठी है। पंजे पकड़ के प्रतीक हैं। चोंच सक्रियता की और पंख कल्पना को स्थापित करते हैं। इच्छा परिस्थितियों पर नियन्त्रण बनाये रखने की, सक्रियता स्वयं के अस्तित्व की गरिमा बनाये रखने की, कल्पना जीवन में कुछ नयापन बनाये रखने की। इच्छा, सक्रियता और कल्पना…..तीनों के तीनों निर्बल पड़ने लगते हैं। हममें भी चालीस तक आते-आते।

हमारा व्यक्तित्व ही ढीला पड़ने लगता है। अर्धजीवन में ही जीवन समाप्तप्राय सा लगने लगता है। उत्साह, आकांक्षा, ऊर्जा….. अधोगामी हो जाते हैं। हमारे पास भी कई विकल्प होते हैं…..

  • कुछ सरल और त्वरित।
  • कुछ पीड़ादायी।

हमें भी अपने जीवन के विवशता भरे, अतिलचीलेपन को त्याग कर नियन्त्रण दिखाना होगा। बाज के पंजों की तरह। हमें भी आलस्य उत्पन्न करने वाली वक्र मानसिकता को त्याग कर ऊर्जस्वित सक्रियता दिखानी होगी। “बाज की चोंच की तरह।” हमें भी भूतकाल में जकड़े अस्तित्व के भारीपन को त्याग कर कल्पना की उन्मुक्त उड़ाने भरनी होंगी।

  • हिंदी कहानी – प्यार का return गिफ्ट जरूर पढ़े।

“बाज के पंखों की तरह।” 150 दिन न सही, तो एक माह ही बिताया जाये, स्वयं को पुनर्स्थापित करने में। जो शरीर और मन से चिपका हुआ है, उसे तोड़ने और नोंचने में पीड़ा तो होगी ही।

बाज तब उड़ानें भरने को तैयार होंगे। इस बार उड़ानें और ऊँची होंगी, अनुभवी होंगी, अनन्तगामी होंगी।

Please Share your comments.

कृपया Comments के माध्यम से अपने विचार जरूर बताये।

आप सभी का प्रिय दोस्त

Krishna Mohan Singh(KMS)
Editor in Chief, Founder & CEO
of,,  https://kmsraj51.com/

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं।~Kmsraj51

———– © Best of Luck ® ———–

Note:-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

cymt-kmsraj51

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्सािहत करते हैं।”

In English

Amazing changes the conversation yourself can be brought tolife by. By doing this you Recognize hidden within the buraiya ensolar radiation, and encourage good solar radiation to become tthemselves

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”~KMSRAJ51

 

 

____Copyright ©Kmsraj51.com  All Rights Reserved.____

Filed Under: 2017-Kmsraj51 की कलम से….., हिंदी कहानियाँ।, हिंदी कहानी, हिन्दी साहित्य Tagged With: bachon ki kahaniyan in hindi, child story in hindi, hindi stories with moral, kahaani, kahaniyan in hindi, moral stories for childrens in hindi, moral stories for kids, no pain no gain, Short Hindi Stories, मैं हूँ ना...।, शिक्षादायक कहानी, हिंदी कहानियाँ।, हिंदी कहानी

सात दिन ही बचे हैं…।

Kmsraj51 की कलम से…..

CYMT-KMSRAJ51-4

ϒ सात दिन ही बचे हैं…। ϒ

एक बार की बात है, संत तुकाराम अपने आश्रम में बैठे हुए थे। तभी उनका एक शिष्य, जो स्वभाव से थोड़ा क्रोधी था, उनके समक्ष आया और बोला, ‘गुरु जी, आप कैसे अपना व्यवहार इतना मधुर बनाये रहते हैं, ना आप किसी पे क्रोध करते हैं और ना ही किसी को कुछ भला-बुरा कहते हैं। 

  • हिंदी कहानी – प्यार का return गिफ्ट जरूर पढ़े।

कृपया अपने इस अच्छे व्यवहार का रहस्य बताइए। (Please tell the secret of your good behavior.) संत तुकाराम जी बोले – ‘मुझे अपने रहस्य के बारे में तो नहीं पता, पर मैं तुम्हारा रहस्य जानता हूँ।’ ‘मेरा रहस्य ! वह क्या हैं गुरु जी?’ शिष्य ने आश्चर्य से पूछा।

‘तुम अगले एक हफ्ते में मरने वाले हो।’ संत तुकाराम दुःखी होते हुए बोले। कोई और कहता तो शिष्य ये बात मजाक में टाल सकता था, पर स्वयं संत तुकाराम के मुख से निकली बात को कोई कैसे काट सकता था।

शिष्य उदास हो गया और गुरु का आशीर्वाद ले वहा से चला गया। उस समय से शिष्य का स्वभाव बिलकुल बदल सा गया। वह हर किसी से प्रेम से मिलता और कभी किसी पे क्रोध न करता, अपना ज्यादातर समय ध्यान और पूजा में लगाता। वह उनके पास भी जाता जिससे उसने कभी गलत व्यवहार किया था और उनसे माफ़ी मांगता। देखते-देखते संत की भविष्यवाणी को एक हफ्ते पुरे होने को आये।

शिष्य ने सोचा, चलो एक आखिरी बार गुरु के दर्शन कर आशीर्वाद ले लेते हैं। वह उनके समक्ष और बोला- ‘गुरु जी, मेरा समय पूरा होने वाला हैं, कृपया मुझे आशीर्वाद दीजिये।’ ‘मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ हैं पुत्र। अच्छा, ये बताओ कि पिछले सात दिन कैसे बीते? क्या तुम पहले की तरह ही लोगों से नाराज हुए, उन्हें अपशब्द कहे?’

  • हिंदी कहानी – निरंतर प्रयास जरूर पढ़े।

संत तुकाराम ने प्रश्न किया। ‘नहीं-नहीं, बिलकुल नहीं। मेरे पास जीने के लिए सिर्फ सात दिन थे, मैं इसे बेकार की बातों में कैसे गंवा सकता था। मैं तो सबसे प्रेम से मिला, और जिन लोगों का कभी दिल दुखाया था उनसे क्षमा भी मांगी।’ शिष्य तत्परता से बोला।

सीख- संत तुकाराम मुस्कुराए और बोले – ‘बस यही तो मेरे अच्छे व्यवहार का रहस्य हैं। मैं जानता हूँ कि मैं कभी भी मर सकता हूँ, इसलिए मैं हर किसी से प्रेमपूर्ण व्यवहार करता हूँ।’ शिष्य समझ गया कि संत तुकाराम ने उसे जीवन का यह पाठ पढ़ाने के लिए ही मृत्यु का भय दिखाया था। वास्तव में हमारे पास भी सात दिन ही बचे हैं… रवि, सोम, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि, आठवां दिन तो बना ही नहीं हैं। तो, आइये आज से ही परिवर्तन आरम्भ करें।

Please Share your comments.

कृपया Comments के माध्यम से अपने विचार जरूर बताये।

आप सभी का प्रिय दोस्त

Krishna Mohan Singh(KMS)
Editor in Chief, Founder & CEO
of,,  https://kmsraj51.com/

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं।~Kmsraj51

———– © Best of Luck ® ———–

Note:-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

cymt-kmsraj51

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्सािहत करते हैं।”

In English

Amazing changes the conversation yourself can be brought tolife by. By doing this you Recognize hidden within the buraiya ensolar radiation, and encourage good solar radiation to become tthemselves

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”~KMSRAJ51

 

 

____Copyright ©Kmsraj51.com  All Rights Reserved.____

Filed Under: 2017-Kmsraj51 की कलम से….., हिंदी कहानियाँ।, हिंदी कहानी, हिन्दी साहित्य Tagged With: bachon ki kahaniyan in hindi, child story in hindi, hindi stories with moral, kahaani, kahaniyan in hindi, moral stories for childrens in hindi, moral stories for kids, Short Hindi Stories, मैं हूँ ना...।, हिंदी कहानियाँ।, हिंदी कहानी

मैं हूँ ना…।

Kmsraj51 की कलम से…..

CYMT-KMSRAJ51-4

ϒ मैं हूँ ना…। ϒ

एक व्यक्ति का दिन बहुत खराब गया। उसने रात को ईश्वर से फरियाद की। उसने कहा : ‘भगवान, आप गुस्सा न हों तो एक प्रश्न पूछूँ?’  भगवान ने कहा: ‘पूछ, जो पूछना हो पूछ।’ व्यक्ति ने कहा: ‘भगवान, आपने आज मेरा पूरा दिन एकदम ख़राब क्यों किया?’ भगवान हँसे……. पूछा: ‘पर हुआ क्या?’ व्यक्ति ने कहा: ‘सुबह अलार्म नहीं बजा, मुझे उठने में देरी हो गई…….।’ भगवान ने कहा: ‘अच्छा फिर…….।’ व्यक्ति ने कहा: ‘देर हो रही थी, उस पर स्कूटर बिगड़ गया। मुश्किल से रिक्शा मिला।’ 

भगवान ने कहा: ‘अच्छा फिर…….।’ व्यक्ति ने कहा: ‘टिफिन ले नहीं गया था, वहाँ कैंटीन भी बंद थी….. एक सैंडविच पर दिन निकाला, वो भी ख़राब थी।’

भगवान केवल हँसे……. व्यक्ति ने फरियाद आगे चलाई, ‘मुझे आवश्यक काम के लिए महत्वपूर्ण फोन आया था और फ़ोन बंद हो गया।’ भगवान ने कहा: ‘अच्छा फिर…….।’ व्यक्ति ने कहा: ‘विचार किया कि जल्दी घर जाकर सो जाऊँ, पर घर पहुँचा ताे लाईंट नहीं थी। भगवान……. सब तकलीफें मुझे ही। ऐसा क्यों किया मेरे साथ?’

  • हिंदी कहानी – प्यार का return गिफ्ट जरूर पढ़े।

भगवान ने कहा: ‘देख, मेरी बात ध्यान से सुन…, आज तुझ पर कोई आफत आणि थी। मैंने देवदूत को भेजकर अलार्म बजे ही नहीं ऐसा किया। भगवान ने कहा: स्कूटर से accident होने का डर था इसलिए स्कूटर बिगाड़ दिया। कैंटीन में खाने से food poisoning हो जाता। फ़ोन पर बड़ी काम की बात करने वाला आदमी तुझे बड़े घोटाले में फँसा देता। इसलिए फ़ोन बंद कर दिया।  तेरे घर में आज शार्ट-सर्किट से आग लगती, तू सोया रहता और तुझे ख़बर ही नहीं पड़ती। इसलिए लाईंट बंद कर दी।

मैं हूँ ना……., मैंने सब तुझे बचाने के लिए किया।’ तो व्यक्ति ने कहा: ‘भगवान, मुझसे भूल हो गई। मुझे माफ़ कीजिए। आज के बाद – फरियाद नहीं करूँगा।’ 

भगवान ने कहा: माफी मांगने की जरूरत नहीं, परन्तु विश्वास रखना कि मैं हूँ ना….., मैं जो करूँगा, जो योजना बनाऊंगा, वो तेरे अच्छे के लिए ही।

  • हिंदी कहानी – निरंतर प्रयास जरूर पढ़े।

सीख – जीवन में जो कुछ अच्छा-ख़राब होता है, उसकी सही तस्वीर लम्बे वक्त के बाद समझ में आती है। मेरे कोई भी कार्य पर शंका न कर, श्रद्धा रख। जीवन का भार अपने ऊपर लेकर घूमने के बदले मेरे कंधाे पर रख दे।’

Please Share your comments.

कृपया Comments के माध्यम से अपने विचार जरूर बताये।

आप सभी का प्रिय दोस्त

Krishna Mohan Singh(KMS)
Editor in Chief, Founder & CEO
of,,  https://kmsraj51.com/

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं।~Kmsraj51

———– © Best of Luck ® ———–

Note:-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

cymt-kmsraj51

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्सािहत करते हैं।”

In English

Amazing changes the conversation yourself can be brought tolife by. By doing this you Recognize hidden within the buraiya ensolar radiation, and encourage good solar radiation to become tthemselves

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”~KMSRAJ51

 

 

____Copyright ©Kmsraj51.com  All Rights Reserved.____

Filed Under: 2017-Kmsraj51 की कलम से….., हिंदी कहानियाँ।, हिंदी कहानी, हिन्दी साहित्य Tagged With: bachon ki kahaniyan in hindi, child story in hindi, hindi stories with moral, kahaani, kahaniyan in hindi, moral stories for childrens in hindi, moral stories for kids, Short Hindi Stories, मैं हूँ ना...।, हिंदी कहानियाँ।, हिंदी कहानी

दिमाग को सकारात्मक विचारों से भरे, न कि नकारात्मक कूड़े से।

Kmsraj51 की कलम से…..

CYMT-KMSRAJ51-4

ϒ दिमाग को सकारात्मक विचारों से भरे, न कि नकारात्मक कूड़े से। ϒ

जब मानव दिमाग में सकारात्मक विचार भरे हाे, ताे नकारात्मक विचार काे कभी भी जगह नहीं मिलेगी। सदैव अपने दिमाग में सकारात्मक विचाराें रूपी टानिक भरते रहें। अपने मन काे सदैव ही सकारात्मक विचाराें के सागर में गाेते लगवाते रहें। जब आपका मन सकारात्मक विचाराें से पूर्ण हाेगा, तो आपके सारे कर्म अति सुंदर तरीके से होंगे।

एक दिन एक व्यक्ति ऑटो से रेलवे स्टेशन जा रहा था। ऑटो वाला बड़ी ही सावधानी पूर्वक आराम से ऑटो चला रहा था। पार्किंग से अचानक ही एक कार निकलकर सड़क पर आ गई। ऑटो चालक ने तेज़ी से ब्रेक लगाया और कार, ऑटो से टकराते-टकराते बची।

कार चालक गुस्से में ऑटो वाले काे ही भला-बुरा कहने लगा जबकी गलती कार चालक की थी। ऑटो चालक एक सत्संगी(सकारात्मक विचार सुनने-सुनाने)वाला था। उसने कार वाले की बाताें पर गुस्सा नहीं किया और क्षमा मांगते हुए आगे बढ़ गया। ऑटो में बैठें व्यक्ति काे कार वाले की हरकत पर गुस्सा आ रहा था और उसने ऑटो वाले से पूछा, तुमने उस कार वाले काे बिना कुछ कहे ऐसे ही क्यों जाने दिया? उसने तुम्हे भला-बुरा कहा जबकि गलती ताे उसकी थी। हमारी किस्मत अच्छी थी, नहीं ताे उसकी वजह से हम अभी अस्पताल में हाेते।

ऑटो वाले ने कहा, साहब! बहुत से लाेग garbage truck (कचरे का ट्रक) की तरह हाेते हैं। वे बहुत सारा कचरा अपने दिमाग में भरे हुए चलते हैं। जिन चीज़ाें की जीवन में काेई ज़रूरत नहीं हाेती उनकाे मेहनत करके जाेड़ते रहते हैं, जैसे – अहंकार, कामुकता, क्रोध, निराशा, चिंता, घृणा, लाेभ आदि। जब उनके दिमाग में ये बहुत सारा कचरा हाे जाता है ताे वे अपना बाेझ हल्का करने के लिए इसे दूसराें पर फेंकने का माैका ढूंढ़ने लगते हैं। इसलिए मैं ऐसे लाेगाें से दूरी बनाए रखता हूँ और उन्हे दूर से ही मुस्कुरा कर अलविदा कह देता हूँ, क्योंकि अगर उन जैसे लाेगाें द्वारा गिराया हुआ कचरा(कूड़ा-कर्कट) मैंने स्वीकार कर लिया ताे मैं भी एक “कचरे का ट्रक” बन जाऊगा और अपने साथ-साथ आसपास के लाेगाें पर भी वह कचरा गिराता रहुँगा।

मैं साेचता हूँ जिंदगी बहुत खूबसूरत है, इसलिए जाे हमसे अच्छा व्यवहार करते हैं उन्हे धन्यवाद कहाे और जाे हमसे अच्छा व्यवहार नहीं करते उन्हे मुस्कुराकर माफ कर दाे। हमें यह याद रखना चाहिए कि सभी मानसिक राेगी केवल अस्पताल में ही नहीं रहते हैं। कुछ हमारे आस-पास खुले में भी घूमते रहते हैं।

  • याद रखें – प्रकृति का यह नियम है कि यदि खेत में बीज न डाला जाएं ताे कुदरत उसे घास-फूस से भर देती है, उसी तरह यदि दिमाग में सकारात्मक विचार न भरे जाएं ताे नकारात्मक विचार अपनी जगह बना ही लेते हैं।

Please Share your comment`s.

© आप सभी का प्रिय दोस्त ®

Krishna Mohan Singh(KMS)
Head Editor, Founder & CEO
of,,  http://kmsraj51.com/

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं। ~ कृष्ण मोहन सिंह(KMS)

 ~Kmsraj51

———– © Best of Luck ® ———–

Note::-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

Also mail me ID: cymtkmsraj51@hotmail.com (Fast reply)

cymt-kmsraj51

– कुछ उपयोगी पोस्ट सफल जीवन से संबंधित –

* विचारों की शक्ति-(The Power of Thoughts)

∗ निश्चित सफलता के २१ सूत्र।

∗ जीवन परिवर्तक 51 सकारात्मक Quotes of KMSRAJ51

* अच्छी आदतें कैसे डालें।

* KMSRAJ51 के महान विचार हिंदी में।

* खुश रहने के तरीके हिन्दी में।

* अपनी खुद की किस्मत बनाओ।

* सकारात्‍मक सोच है जीवन का सक्‍सेस मंत्र 

* चांदी की छड़ी।

kmsraj51- C Y M T

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्सािहत करते हैं।”

In English

Amazing changes the conversation yourself can be brought tolife by. By doing this you Recognize hidden within the buraiyaensolar radiation, and encourage good solar radiation to becomethemselves.

 ~KMSRAJ51 (“तू ना हो निराश कभी मन से” किताब से)

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”

~KMSRAJ51

 

____Copyright © 2013 – 2016 Kmsraj51.com  All Rights Reserved.____

Filed Under: 2016-Kmsraj51 की कलम से….., हिंदी, हिन्दी साहित्य Tagged With: 10 Most Read Hindi Stories / 10 सबसे ज्यादा पढ़ी गयीं हिंदी कहानियां, Collection of Hindi Stories, Hindi Kahani-हिंदी कहानी-kmsraj51, Hindi Stories, Hindi Stories / 10 सबसे ज्यादा पढ़ी गयीं हिंदी कहानियां, hindi stories with moral, Hindi Stories-कहानियां हिन्दी में।, https://kmsraj51.com/, kms, kmsra, KMSRAJ, Kmsraj51, Mind full of positive thoughts rather than negative litter, Short Hindi Story For Kids, short story for kids, story for kids, story for kids in hindi, कहानियां, कहानियां हिन्दी में।, दिमाग को सकारात्मक विचारों से भरे, न कि नकारात्मक कूड़े से।, प्रेरणादायक हिंदी कहानियां, प्रेरणादायक हिंदी कहानी, बच्चों के लिए प्रेरणात्मक हिंदी कहानी का संग्रह, शैक्षिक हिन्दी कहानियां बच्चों के लिए।, सच्ची कहानियां, हिंदी कहानियां, हिंदी कहानी, हिंदी कहानी : Hindi Stories, हिंदी कहानी।, हिन्दी में कहानियां।

असली दोस्ती।

Kmsraj51 की कलम से…..

CYMT-KMSRAJ51-4

ϒ असली दोस्ती। ϒ

♦ मित्रता ♦

अभिनव और अशोक मित्र थे। उन दोनों में बहुत प्रेम था। एक बार विद्यालय में स्वनिर्मित वस्तुओं की प्रतियोगिता होनी थी जिसमें भाग लेने के लिए अभिनव ने नाम लिखवाया। इसके लिए उसने बहुत परिश्रम भी किया। अभिनव ने बहुत सुन्दर पेंटिंग बनायीं जबकि अशोक ने शौक के तौर पर कागज़ की लुगदी से घर पर एक टोकरी बनायीं।

आज अभिनव ने पूरी पेंटिंग तैयार कर ली थी। उसे ढक कर वह खुश होकर घर चला गया।

दूसरी तरफ अजय जो अभिनव से ईर्ष्या करता था, मौका पाकर उसकी पेंटिंग को बिगाड़ देता है। यह सब अशोक ने देख लिया। उसे लगा कि यदि अभिनव को पता लगेगा तो उसे दुःख होगा। अगले ही दिन प्रतियोगिता होनी थी, उसने चुपचाप अपनी टोकरी ढक कर अभिनव के नाम से प्रतियोगिता में रखवा दी।

प्रतियोगिता शुरू हुई तो अभिनव ने देखा कि उसकी पेंटिंग के स्थान पर अशोक की वस्तु है।

परिणाम घोषित हुआ तो यद्यपि अभिनव ही प्रथम स्थान पर था परन्तु कार्य अशोक का था। उसे बुरा लगा और वह अशोक पर बरस पड़ा परन्तु प्रधानाचार्य जी इस घटना को पहले ही जान चुके थे, उन्होंने अजय को इसके लिए दण्डित भी किया।

लेकिन अभी अभिनव को बताना उचित न समझा। जैसे ही अभिनव को इस बारे में पता चला, वह अशोक के पास भागा, कुछ कहने की ज़रूरत नहीं थी क्योंकि मित्रता का ऐसा भाव ही सबकुछ कह रहा था। अजय भी अपने किये पर शर्मिंदा था।

©- नंदिता शर्मा जी। (नोएडा, उत्तर प्रदेश)®

Nandita-Kmsraj51
नंदिता शर्मा जी।

हम दिल से आभारी हैं नंदिता शर्मा जी के प्रेरणादायक “हिंदी कहानी – असली दोस्ती।” हिन्दी में साझा करने के लिए।

नंदिता शर्मा जी के लिए मेरे विचार: 

♣ “नंदिता शर्मा जी” की कविताओं और कहानियों के हर एक शब्दों में अलाैकिक सार भरा हैं। जाे हर एक शब्द पर विचार सागर-मंथन कर हृदयसात करने योग्य हैं। कविताऐं और कहानियाँ छोटी और सरल शब्दाे में हाेते हुँये भी हृदयसात करने योग्य हैं। जाे भी इंसान इन कविताओं और कहानियों काे गहराई(हर शब्दाे का सार) से समझकर आत्मसात करें, उसका जीवन धन्य हाे जायें।

पढ़ें – विमल गांधी जी कि शिक्षाप्रद कविताओं का विशाल संग्रह।

Please Share your comment`s.

© आप सभी का प्रिय दोस्त ®

Krishna Mohan Singh(KMS)
Head Editor, Founder & CEO
of,,  http://kmsraj51.com/

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं। ~ कृष्ण मोहन सिंह(KMS)

 ~Kmsraj51

———– © Best of Luck ® ———–

Note::-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

Also mail me ID: cymtkmsraj51@hotmail.com (Fast reply)

cymt-kmsraj51

– कुछ उपयोगी पोस्ट सफल जीवन से संबंधित –

* विचारों की शक्ति-(The Power of Thoughts)

∗ निश्चित सफलता के २१ सूत्र।

∗ जीवन परिवर्तक 51 सकारात्मक Quotes of KMSRAJ51

* KMSRAJ51 के महान विचार हिंदी में।

* खुश रहने के तरीके हिन्दी में।

* अपनी खुद की किस्मत बनाओ।

* सकारात्‍मक सोच है जीवन का सक्‍सेस मंत्र 

* चांदी की छड़ी।

kmsraj51- C Y M T

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्सािहत करते हैं।”

In English

Amazing changes the conversation yourself can be brought tolife by. By doing this you Recognize hidden within the buraiyaensolar radiation, and encourage good solar radiation to becomethemselves.

 ~KMSRAJ51 (“तू ना हो निराश कभी मन से” किताब से)

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”

~KMSRAJ51

 

____Copyright © 2013 – 2016 Kmsraj51.com  All Rights Reserved.____

Filed Under: 2016-Kmsraj51 की कलम से….., नंदिता शर्मा जी।, नंदिता शर्मा जी।, हिंदी, हिंदी कहानी, हिन्दी साहित्य Tagged With: FRIENDSHIP, Friendship Day, friendship day poems, Hindi Stories Website, hindi stories with moral, https://kmsraj51.com/, inspirational stories in hindi, kms, kmsra, KMSRAJ, Kmsraj51, Nandita Sharma, Short Hindi Story For Kids, Stories, the meaning of friendship, The True Meaning Of Friendship, असली दोस्ती।, नंदिता शर्मा, हिंदी कहानी : Hindi Stories

Primary Sidebar

Recent Posts

  • कैसे संभव है देश का विकास?
  • क्रोध।
  • हाल सुनाता परिभाषा।
  • मजदूर दिवस का इतिहास।
  • आँखों ने आँखों से कहा।
  • परिंदों की प्यास बुझाए।
  • पशु बलि।
  • वैशाख की गर्मी।
  • मुलाकात।
  • जहरीली जिंदगी।
  • ये शिरोमणि सिंहासन है।
  • यौवन किसको कहते हैं?
  • डॉ भीमराव अम्बेडकर।
  • ज्ञानसेनी।
  • कोरोना भारतीय सेनेटाइजेशन को समझता था।
  • विवेक और विचार।
  • अनुरागी लालिमा कपोलों पर।

KMSRAJ51: Motivational Speaker

https://www.youtube.com/watch?v=0XYeLGPGmII

BEST OF KMSRAJ51.COM

कैसे संभव है देश का विकास?

क्रोध।

हाल सुनाता परिभाषा।

मजदूर दिवस का इतिहास।

आँखों ने आँखों से कहा।

परिंदों की प्यास बुझाए।

पशु बलि।

वैशाख की गर्मी।

मुलाकात।

जहरीली जिंदगी।

ये शिरोमणि सिंहासन है।

Audiobooks Now

AudiobooksNow - Digital Audiobooks for Less

Affiliate Marketing Network

HD – Camera

Free Domain Privacy

Footer

Protected by Copyscape

KMSRAJ51

DMCA.com Protection Status

Copyright © 2013 - 2023 KMSRAJ51.COM - All Rights Reserved. KMSRAJ51® is a registered trademark.