• Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
  • HOME
  • ABOUT
    • Authors Intro
  • QUOTES
  • POETRY
    • ग़ज़ल व शायरी
  • STORIES
  • निबंध व जीवनी
  • Health Tips
  • CAREER DEVELOPMENT
  • STUDENT PAGE
  • योग व ध्यान

KMSRAJ51-Always Positive Thinker

“तू ना हो निराश कभी मन से” – (KMSRAJ51, KMSRAJ, KMS)

Check out Namecheap’s best Promotions!

Domain & Hosting bundle deals!
You are here: Home / Archives for russia ukraine war 2022

russia ukraine war 2022

तृतीय विश्व युद्ध सिरहाने?

Kmsraj51 की कलम से…..

♦ तृतीय विश्व युद्ध सिरहाने? ♦

एक जिद्दी सिरहाने आया,
अपनी गाथा फुल ही गाया।
नींद से जागो यही बताया,
दुनिया को नया सीख सिखाया।

एक युद्ध सिरहाने आया,
पहले युद्ध का याद दिलाया।
दूसरे युद्ध में तबाही बताया,
दुनिया को नई दिशा दिखाया।

एक तबाही फिर सिर उठाई,
भागी जनता पर देश दिखाई।
रीफूजियों का बढ़ रहा रेला,
दुनिया देख रही सब खेला?

बिखरी लाशें मौन माहौल,
बेसुध जख्मी दुनिया झोल।
भूल गया बड़े बड़ों का बोल,
कोई बोला विश्वयुद्ध का बोल।

हृदय में उसने नफरत पाली,
क्यों जीनियस से पंगा ले ली।
घमंड में तबाही गोली – बोली,
दुनिया बड़ा पिटारा खोली?

आसमान के बीच आरती पक्षी,
परदेस में जाकर शरण ले ली।
घरों में सहमे हीय में बूढ़े – बच्चे,
दुनिया मीटिंग करती रही दिखी।

गुड्डे की विभीषिका युद्ध में फंसा,
बिखर रही जिंदगी वह तो हंसा!
बड़बोली बोलकर वह तो फंसा,
दुनिया की दृष्टि कैसी, कैसे दशा।

राक्षस राज रावण से राक्षस बोले,
पास पर्याप्त हथियार विश्वास करें।
युद्ध में आप नागों को परास्त किया,
आप अपने आप में विशाद ना करें।

बहुसंख्यक कैलाश शिखर निवासी,
कुबेर को युद्ध में अपने बस में किया।
यक्षों से गिरे कुबेर को भी आपने,
मारकाट मचा कर बस में कर लिया।

यक्ष सेना विचलित कर बंदी बनाया,
कैलाश शिखर से विमान छीन लाए।
वर पाकर शक्तिशाली हो गए दानव,
उनका मान मर्दन आपने ही किया।

दानवों को अपने अधीन करके आपने
प्राप्त माया भी आपने प्राप्त कर ली।
आप ने वरुण के बलवान पुत्रों को भी,
चतुरंगिणि सेना युद्ध में परास्त किया।

आपने बहुत बड़े-बड़े वीरों को मारा,
राम पर विजय पाना कौन बड़ी बात।
रावण के घमंड का राम किए विनाश,
लंका पर विजय घमंड का सर्वनाश।

♦ सुखमंगल सिंह जी – अवध निवासी ♦

—————

— Conclusion —

  • “सुखमंगल सिंह जी“ ने, बहुत ही सरल शब्दों में सुंदर तरीके से इस कविता में समझाने की कोशिश की है — अत्यधिक घमंड चाहे व्यक्तिगत हो या राष्ट्रीय सदैव ही सर्वनाश का कारण बनता है। अभी जो माहौल रूस यूक्रेन संघर्ष युद्ध का चल रहा है, यह युद्ध पूरी दुनिया के लिए हानिकारक है। संस्कृत का बहुत प्रसिद्ध लघु सूत्र है “अति सर्वत्र वर्जयेत्” जिसका हिंदी शब्दार्थ है कि “अति करने से हमेशा बचना चाहिए”, अति का परिणाम हमेशा हानिकारक होता है। वास्तव में अति किसी भी चीज की अच्छी नही होती। इस सूत्र की जांच-परख हम स्वयं अपने घरों में बैठकर कर सकते हैं, कहीं दूर जाने की आवश्यकता नही। गुड़ की एक छोटी सी ढेली का स्वाद सबको अच्छा लगता है लेकिन उसी गुड़ के एक छोटे से टुकड़े को बड़े टुकड़े में बदल कर उसका रस-पान किया जाय तो वही शरीर में विकार उत्पन करता है। एक गुब्बारे में अगर हम उसकी क्षमता से ज्यादा हवा भरने की कोशिश करेंगे तो परिणाम कोई सुखद नही मिलेगा बल्कि दुःख देने वाला ही मिलेगा। यूक्रेन भी आज इसी “अति” का शिकार हो रहा है।

—————

sukhmangal-singh-ji-kmsraj51.png

यह कविता (तृतीय विश्व युद्ध सिरहाने?) “सुखमंगल सिंह जी” की रचना है। KMSRAJ51.COM — के पाठकों के लिए। आपकी कवितायें, व्यंग्य / लेख सरल शब्दो में दिल की गहराइयों तक उतर कर जीवन बदलने वाली होती है। मुझे पूर्ण विश्वास है आपकी कविताओं और लेख से जनमानस का कल्याण होगा। आपकी कविताओं और लेख से आने वाली पीढ़ी के दिलो दिमाग में हिंदी साहित्य के प्रति प्रेम बना रहेगा। आपकी लेखन क्रिया यूं ही चलती रहे, बाबा विश्वनाथ की कृपा से।

अपने विचार Comments कर जरूर बताये, और हमेशा नए Post को अपने ईमेल पर पाने के लिए – ईमेल सब्सक्राइब करें – It’s Free !!

ज़रूर पढ़ें — प्रातः उठ हरि हर को भज।

Please share your comments.

आप सभी का प्रिय दोस्त

©KMSRAJ51

जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान और ध्यान रुपी भोजन जरूरी हैं।-KMSRAj51

———– © Best of Luck ®———–

Note:-

यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी ID है: kmsraj51@hotmail.com पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!

“सफलता का सबसे बड़ा सूत्र”(KMSRAJ51)

“स्वयं से वार्तालाप(बातचीत) करके जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन लाया जा सकता है। ऐसा करके आप अपने भीतर छिपी बुराईयाें(Weakness) काे पहचानते है, और स्वयं काे अच्छा बनने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।”

 

“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”~KMSRAj51

 

 

____ अपने विचार Comments कर जरूर बताएं! ____

Filed Under: 2022-KMSRAJ51 की कलम से, सुखमंगल सिंह जी की कविताएं।, हिंदी कविता, हिन्दी-कविता Tagged With: author sukhmangal singh, May be Beginning the Third World War, poet sukhmangal singh, russia or ukraine vivad kya hai in hindi, russia ukraine war 2022, sukhmangal singh poems, ukraine and russia war 2022 in hindi, तृतीय विश्व युद्ध सिरहाने?

Primary Sidebar

Recent Posts

  • सफर।
  • बेजार।
  • ओ माझी रे।
  • इक प्रयास।
  • इक प्रयास।
  • स्त्री।
  • जागो अब तो जागो।
  • मंत्र को गुप्त क्यों रखा जाता है?
  • यही हमारा नारा है।
  • बल के लिए।
  • आन बान आउर शान बा।
  • सैनिक का सैनिक।
  • आज आजादी है हमको मिली तो।
  • हो जाओ तैयार।
  • पहले और अब – गणतंत्र दिवस।
  • बदलता भारत।
  • माँ की शिकायत।

KMSRAJ51: Motivational Speaker

https://www.youtube.com/watch?v=0XYeLGPGmII

BEST OF KMSRAJ51.COM

सफर।

बेजार।

ओ माझी रे।

इक प्रयास।

इक प्रयास।

स्त्री।

जागो अब तो जागो।

मंत्र को गुप्त क्यों रखा जाता है?

यही हमारा नारा है।

बल के लिए।

आन बान आउर शान बा।

Audiobooks Now

AudiobooksNow - Digital Audiobooks for Less

Affiliate Marketing Network

HD – Camera

Free Domain Privacy

Footer

Protected by Copyscape

KMSRAJ51

DMCA.com Protection Status

Copyright © 2013 - 2023 KMSRAJ51.COM - All Rights Reserved. KMSRAJ51® is a registered trademark.