Kmsraj51 की कलम से…..
परीक्षा में कैसे करवाएं बच्चे की तैयारी।
(How to teach children in exam preparation)
बच्चों के सिर पर एक्ज़ाम का फीवर फिर से आ धमका है। जितने दिनों के लिए एक्ज़ाम चलता है उतने दिन न केवल बच्चे बल्कि उनके मम्मी-पापा भी परेशान रहते हैं। अपने ऊपर कॉनफिडेंस न होना और तनावा होने की वजह से बच्चे अपना उत्तर गलत कर देते हैं। रिजल्ट में क्या होगा और कम नंबर आए तो मम्मी-पापा क्या कहेगें, इन सब सवालों से घिरे बच्चे दिमागी रूप से बीमार पड़ जाते हैं। इसके लिए पेरेंट्स को एक्ज़ाम के समय अपने बच्चों का दोस्तों की तरह साथ देना चाहिये और उन्हें इससे न डरने के लिए प्रेरित करना चाहिये।
चलिए जानते हैं एक्ज़ाम फीवर से बच्चों को बचाने का तरीका।
कैसे करें बच्चों की मदद –
1. बच्चे के एक्ज़ाम के 2-3 हफ्ते से पहले ही तैयारी करना शुरु कर दें। उनका पूरा स्लेबस देख कर यह निर्णय लें कि उन्हें कहां से तैयारी शुरु करवानी है।
2. देरी करने से कोई फायदा नहीं होता है, इससे बच्चे एक्ज़ाम का दिन आते-आते घबराने लगेगें। अच्छा होगा कि आप सबसे पहले उन बिंदुओं पर ध्यान दें जिसमें आपका बच्चा कमज़ोर है।
3. कामकाजी पेरेंट्स बच्चों के ऊपर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते इसलिए वह अपने बच्चों को प्राइवेट ट्यूशन में भेज कर पढ़वाते हैं। इसलिए जब बच्चे वापस पढ़ कर आएं तब उनसे क्लास में क्या-क्या पढ़ाया गया है, जरुर पूछें।
4. जो माताएं बाहर काम कारती हैं, वह घर से निकलने से पहले अपने बच्चे को होमवर्क दे कर जाया करें। जब वापस आएं तो उसका होतवर्क जरुर चेक करें और अगर काम अच्छा हो तो उसकी तारीफ भी करें। इसे बच्चे का मनोबल बढ़ता है और उसे एक्ज़ाम का प्रेशर झेलने की ताकत भी आती है।
5. उसका हमेशा लिखित टेस्ट लेती रहा करें। यह एक अच्छा माध्यम है एक्ज़ाम की तैयारी करने का। सबसे पहले अपने बच्चे को एक पाठ रटने के लिए बोलें और फिर उससे वह पाठ पूरा सुने। जब बच्चा वह पाठ ठीक से सुना दे तब दूसरे दिन उसका रिटन टेस्ट लें।
6. अगर आपको लगता है कि बच्चा मन लगा कर तैयारी नहीं कर रहा है तो उसके प्रति थोड़ा सा सख्त व्यावहार अपनाएं। उसे एक्ज़ाम में फेल होने के प्ररिणाम बताएं जिससे वह थोड़ा सीरियस हो जाए। पर कभी भी बच्चे को मारे-पीटे नहीं वरना वह निराश हो जाएगा और किताबों के प्रति उसका लगाव भी कम हो जाएगा।
7. रिवीजन बहुत जरुरी है। इससे बच्चे को पाठ याद रखने में बहुत मदद मिलेगी। हर दूसरे दिन बच्चे से पुराना पढ़ाया गया पाठ पूछें। जिस दिन बच्चा एक्ज़ाम देने के लिए जा रहा हो तब उसको सुबह जल्दी उठा दें और रिवीजन करने को बोलें।
Please Share your comment`s.
आपका सबका प्रिय दोस्त,
Krishna Mohan Singh(KMS)
Head Editor, Founder & CEO
of,, http://kmsraj51.com/
———– @ Best of Luck @ ———–
Note::-
यदि आपके पास हिंदी या अंग्रेजी में कोई Article, Inspirational Story, Poetry या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: kmsraj51@hotmail.com. पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!!
Also mail me ID: cymtkmsraj51@hotmail.com (Fast reply)
– कुछ उपयोगी पोस्ट सफल जीवन से संबंधित –
* विचारों की शक्ति-(The Power of Thoughts)
* KMSRAJ51 के महान विचार हिंदी में।
* खुश रहने के तरीके हिन्दी में।
* अपनी खुद की किस्मत बनाओ।
* सकारात्मक सोच है जीवन का सक्सेस मंत्र
* चांदी की छड़ी।
“अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।”
-KMSRAJ51
किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त करने के लिए हिम्मत और उमंग-उत्साह बहुत जरूरी है।
जहाँ उमंग-उत्साह नहीं होता वहाँ थकावट होती है और थका हुआ कभी सफल नहीं होता।
~KMSRAJ51
_______Copyright © 2015 kmsraj51.com All Rights Reserved.________